भाजपा के नेता जिस तादाद में कांग्रेस में शामिल हो रहे है, वह प्रदेश की बदलती राजनीतिक तस्वीर का साफ संकेत दे रहा है ; विद्रोही
2014 में भाजपा ने हरियाणा में कहीं की ईंट कहीं का रोड़ा इक्कठा करके प्रदेश में सत्ता पाई थी, अब वह तिलिस्म टूट गया : विद्रोही
भाजपा में गए विभिन्न दलों के नेताओं की समझ में आ गया कि भाजपा-संघ यूज एंड थ्रो की राजनीति में विश्वास करते है और अब उनका भाजपा में कोई राजनीतिक भविष्य नही : विद्रोही

27 सितम्बर 2023  – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने दावा किया ज्यों-ज्यों लोकसभा व विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहे है, भाजपा सांसदों, विधायकों, नेताओं में खलबली मच रही है और वे भाजपा को छोड़कर कांग्रेस में शामिल होने के रास्ते तलाश रहे है। विद्रोही ने कहा कि 2014 में भाजपा ने हरियाणा में कहीं की ईंट कहीं का रोड़ा इक्कठा करके प्रदेश में सत्ता पाई थी, अब वह तिलिस्म टूट गया और भाजपा में गए विभिन्न दलों के नेताओं की समझ में आ गया कि भाजपा-संघ यूज एंड थ्रो की राजनीति में विश्वास करते है और अब उनका भाजपा में कोई राजनीतिक भविष्य नही है। वहीं भाजपा नेताओं को यह एहसास हो गया है कि हरियाणा की जनता अब भाजपा की साम्प्रदायिक उन्माद, नफरत, बटवारे की राजनीति के जाल में नही फंसने वाली और हरियाणा कांग्रेस को फिर से सत्ता सौंपने में ही अपना व प्रदेश का हित मान रही है।  

विद्रोही ने कहा कि भाजपा के नेता जिस तादाद में कांग्रेस में शामिल हो रहे है, वह प्रदेश की बदलती राजनीतिक तस्वीर का साफ संकेत दे रहा है। बांगर की धरती पर जहां चौ0 बीरेन्द्र सिंह भाजपा को बड़ा झटका देने की तैयारी में है, वहीं कांग्रेस के लिए कमजोर अहीरवाल क्षेत्र में जिस तरह ताकत मिल रही है, उसके बाद यह तय है कि भाजपा 20 विधानसभा सीटों से नीचे सिमट जायेगी। दलबदल कानून से बचने सभीे हरियाणा से भाजपा निर्वाचित सांसद व विधायक पार्टी नही छोड़ सकते है, लेकिन लोकसभा व विधानसभा चुनाव की घोषणा के साथ ही भाजपा के निर्वाचित जनप्रतिनिधियों में वैसी ही भगदड़ मचेगी जैसी 2014 में भाजपा में शामिल होने की होड़ थी। विद्रोही ने दावा किया कि हरियाणा की 36 बिरादरी हर क्षेत्र, वर्ग यह मान चुका है कि भाजपा-जजपा सरकार जनविरोधी सरकार है जिसने विगत 9 सालों से सत्ता दुरूपयोग से प्रदेश के आमजन को लूटकर अपनी तिजौरियां भरने व लोगों को जाति, धर्म के नाम पर बाटकर समाज को तोडऩे व आपस में लडाकर सत्ता आनंद लेने के सिवाय आम हरियाणियों के हित में कुछ नही किया। अब हरियाणा की गली-गली मेें यही आवाज आ रही है कि प्रदेश की सत्ता से भाजपा जा रही है और कांग्रेस आ रही है।   

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