मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री, मंत्री, संतरी जुमला उछाल रहे है कि प्रदेश में 13 लाख मीट्रिक टन बाजरा खरीदने की केन्द्र सरकार ने सहमति दी है। पर यह खरीद वास्तव में जमीन पर कब होगी, इस पर सरकार मौन है : विद्रोही

19 सितम्बर 2023 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने आरोप लगाया कि हरियाणा में मंडियों में बाजरे की भारी आवक होने पर भी भाजपा-जजपा सरकार ने किसानों का बाजरा न्यूनतम समर्थन मूल्य 2500 रूपये प्रति क्विंटल भाव पर खरीदने के अभी तक निर्देश न देकर एक तरह से बाजरा उत्पादक किसानों को लूटनेे का पूरा मौका अनाज व्यापारियों को दे दिया है। विद्रोही ने कहा कि मंडियों में बाजरा 1700 से 1950 रूपये प्रति क्विंटल के भाव से लूटा जा रहा है जबकि एमएसपी 2500 रूपये प्रति क्विंटल है। इस तरह बाजरा उत्पादक किसानों को मंडियों में घोषित एमएसपी से 550 से 800 रूपये प्रति क्विंटल कम भाव मिल रहा है। किसानों की इस लूट पर हरियाणा भाजपा-जजपा सरकार मौन दर्शक बनी हुई है। हरियाणा में धान की एमएसपी पर सरकारी खरीद 25 सितम्बर से करने की सरकार ने घोषणा की है, लेकिन बाजरा की सरकारी खरीद कब होगी, इस पर सरकार आश्चर्यजनक रूप सेे मौन है।  

विद्रोही ने कहा कि हरियाणा के मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री, मंत्री, संतरी जुमला उछाल रहे है कि प्रदेश में 13 लाख मीट्रिक टन बाजरा खरीदने की केन्द्र सरकार ने सहमति दी है। पर यह खरीद वास्तव में जमीन पर कब होगी, इस पर सरकार मौन है। अभी तक सरकार ने विधिवत रूप से यह तक नही घोषित किया है कि बाजरा खरीद सीधी एमएसपी पर होगी या भावांतर योजना के तहत होगी। यदि सरकारी खरीद भावांतर योजना के तहत होगी तब भी किसानों को घोषित एमएसपी 2500 रूपये प्रति क्विंटल से 200 से 300 रूपये प्रति क्विंटल कम भाव मिलेगा जो बाजरा उत्पादक किसान के साथ धोखाधडी ही होगी। विद्रोही ने मांग की कि भाजपा सरकार बाजरा उत्पादक किसानों को जुमलों व दावों से ठगने की बजाय बाजरे की सीधी एमएसपी पर खरीद करे। 

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