हरियाणा, गुजरात और पश्चिम बंगाल में निचले स्तर पर पार्टी नेताओं को दी जाएगी खास ट्रेनिंग
अगस्त में तिरंगा यात्राओं के जरिये चुनावी माहौल बनाएगी भाजपा
कुरुक्षेत्र में भी 23 जुलाई को रैली

अशोक कुमार कौशिक

लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी बीजेपी ने अब देश के ग्रामीण इलाकों में पार्टी के जनाधार को मजबूत करने के लिए देशभर के जिला पंचायत एवं एडीसी अध्यक्षों, उपाध्यक्षों और सदस्यों को प्रशिक्षण देने की योजना बनाई है। ताकि ये पार्टी की रणनीति के अनुसार मोदी सरकार के कार्यकाल की उपलब्धियों को लेकर सही तरीके से जन-जन तक जाकर अपनी बात रख सकें। बीजेपी के सूत्रों के मुताबिक, पार्टी ने इस कार्यक्रम को दो भागों में बांटा है। वहीं हरियाणा की सत्तारूढ़ भाजपा ने आगामी लोकसभा चुनावों के लिए माइक्रो मैनेजमेंट पर काम शुरू कर दिया है। केंद्र से हरियाणा को एक बार फिर सभी दस सीटों पर जीत हासिल करने का ‘टास्क’ मिला है। दस में से नौ लोकसभा क्षेत्रों में रैलियां कर चुकी भाजपा कुरुक्षेत्र में भी 23 जुलाई को रैली करेगी। साथ ही, अगस्त में प्रदेशभर में तिरंगा यात्राएं भाजपा द्वारा निकाली जाएंगी।

3 राज्यों में होगा अभ्यास वर्ग का सम्मेलन

पहले वर्ग में देशभर के जिला पंचायतों एवं एडीसी के उन अध्यक्षों और उपाध्यक्षों को रखा गया है, जो बीजेपी से जुड़े हैं या बीजेपी समर्थित उम्मीदवार के तौर पर जीते हैं। इसके लिए देशभर के राज्यों को भी तीन वर्ग में बांटा गया है, जिनके अभ्यास वर्ग के सम्मलेन का आयोजन अलग-अलग तीन राज्यों- हरियाणा, गुजरात और पश्चिम बंगाल में किया जाएगा। हरियाणा में हरियाणा, जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश और राजस्थान से जुड़े जिला पंचायतों एवं एडीसी के अध्यक्षों और उपाध्यक्षों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। गुजरात में गुजरात, महाराष्ट्र, गोवा, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और दमन-दीव एवं दादरा-नगर हवेली से जुड़े जिला पंचायतों एवं एडीसी के अध्यक्षों और उपाध्यक्षों को प्रशिक्षण दिया जाएगा।

अध्यक्ष और उपाध्यक्ष सम्मेलन में शामिल होना अनिवार्य

बीजेपी इस कार्यक्रम के लिए बनाए गए अपने तीसरे सेंटर पश्चिम बंगाल में पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड, असम, अरूणाचल प्रदेश, त्रिपुरा, मिजोरम और अंडमान निकोबार से जुड़े जिला पंचायतों एवं एडीसी के अध्यक्षों और उपाध्यक्षों को प्रशिक्षण देगी । इन दो दिवसीय सम्मेलनों में बीजेपी और बीजेपी समर्थित अध्यक्ष और उपाध्यक्ष को अनिवार्य रूप से उपस्थित रहने को कहा गया है। सुशासन, गरीब कल्याण, जिला पंचायत और एडीसी की अन्य पहलुओं की एक संक्षिप्त रिपोर्ट तैयार करने के लिए राज्यों द्वारा सभी अध्यक्षों और उपाध्यक्षों को सूचित करने का निर्देश भी पार्टी की तरफ से दिया गया है।

24 घंटे का होगा ट्रेनिंग कार्यक्रम

बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय और पार्टी के सुशासन विभाग को संभालने वाले पार्टी के वरिष्ठ नेता विनय सहस्रबुद्धे को इन आयोजनों के समन्वय की जिम्मेदारी दी गई है। कार्यक्रम के दूसरे वर्ग में बीजेपी ने देश भर के जिला पंचायत और एडीसी सदस्यों को शामिल किया है। पार्टी ने जिला पंचायत- एडीसी के सदस्यों के लिए अभ्यास वर्ग यानी प्रशिक्षण की व्यवस्था राज्य या क्षेत्रीय स्तर पर ही आयोजित करने का निर्देश दिया है। पार्टी ने साथ ही यह भी कहा है कि यह अभ्यास वर्ग इस प्रकार आयोजित किया जाना चाहिए कि अपेक्षित प्रतिनिधियों की संख्या 150 से अधिक न हो। यह ट्रेनिंग कार्यक्रम 24 घंटे का होगा, जिसमें रात्रि प्रवास अनिवार्य होगा।

15 अगस्त से पहले होगा प्रशिक्षण कार्यक्रम

प्रदेश नेतृत्व, केंद्रीय मंत्री, राज्य आरडीपीआर-पंचायत राज मंत्री, अनुभवी विधायक, सेवानिवृत्त आरडीपीआर और पंचायती राज अधिकारियों को विभिन्न सत्रों के लिए बुलाने को कहा गया है। इस कार्यक्रम की व्यवस्था सरल एवं पर्यावरण के अनुकूल बनाने और सभी सत्र समयबद्ध तरीके से आयोजित करने का निर्देश भी पार्टी आलाकमान ने सभी प्रदेशों को दिया है। पार्टी की योजना इस प्रशिक्षण कार्यक्रम को 15 अगस्त, 2023 से पहले पूरा करने की है। पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव दुष्यंत गौतम और राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय की टोली को राष्ट्रीय प्रशिक्षण विभाग के साथ इन वर्गों का समन्वय करने की जिम्मेदारी दी गई है।

कुरुक्षेत्र में भी 23 जुलाई को रैली

तिरंगा यात्राओं के जरिये देशभक्ति का माहौल बनाने के साथ ही भाजपा कार्यकर्ता चुनावी रणनीति को भी आगे बढ़ाएंगे। पार्टी ने अगस्त के कार्यक्रम तय कर दिए हैं। मंगलवार रात गुरुग्राम स्थित भाजपा कार्यालय में सीएम मनोहर लाल खट्टर की मौजूदगी में हुई ‘छोटी टोली’ की बैठक में तिरंगा यात्रा का निकालने का निर्णय लिया गया। तिरंगा यात्राओं में सभी सांसद, मंत्री और विधायकों के अलावा पार्टी के नेता और वर्कर शामिल होंगे।

हरियाणा मामलों के प्रभारी बिप्लब कुमार देव की अध्यक्षता में हुई छोटी टोली की बैठक में प्रदेशाध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़, संगठन मंत्री रविंद्र राजू, प्रदेश महामंत्री – डॉ़ पवन सैनी, मोहन लाल बड़ौली और एडवोकेट वेदपाल मौजूद रहे। तिरंगा यात्राओं के लिए पार्टी अब व्यापक कार्यक्रम तय करेगी। इसके तहत पैदल यात्रा भी निकाली जाएगी। ट्रैक्टर और बाइक यात्रा भी निकालने की योजना है। पिछले साल आजादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में यात्रा निकाली थी और इस बार मोदी के नौ साल का कार्यकाल पूरा होने पर ये यात्राएं निकाली जाएंगी।

भाजपा दस साल की एंटी इन्कमबेंसी से लोगों का ध्यान हटाने और नाराजगी को दूर करने की जुगत में लगी है। इसी के तहत इस तरह के आयोजन तय किए जा रहे हैं। सूत्रों का कहना है कि अगले साल अयोध्या में बनने वाले राम मंदिर का भी उदघाटन होना है। उसके लिए भी अंदरखाने तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। राम मंदिर के उदघाटन से पहले पूरे प्रदेश में यात्राएं निकाली जा सकती हैं। इसके लिए व्यापक कार्ययोजना पर काम चल रहा है।

इधर, तिरंगा यात्राओं के जरिये भाजपाई केंद्र व राज्य सरकार की नौ वर्षों की उपलब्धियों, अहम फैसलों व बड़ी योजनाओं को लेकर लोगों के बीच जाएंगे। गत दिवस ही सीएम मनोहर लाल खट्टर ने नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात की है। मोदी को उन्होंने प्रदेश की सभी दस लोकसभा सीटों को लेकर फीडबैक दिया। साथ ही, प्रदेश में किए जाने वाले आयोजनों की जानकारी दी। पार्टी प्रदेशाध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ संगठन को इतना एक्टिव कर चुके हैं कि अब इसके चर्चे दिल्ली तक में हो रहे हैं। धनखड़ के प्रधान बनने के बाद से अभी तक कोई ऐसा मौका नहीं आया, जब भाजपा ने उसे अपने हाथों से जाने दिया हो।

23 को कुरुक्षेत्र में रैली

भाजपा लोकसभा क्षेत्रवार रैलियां कर चुकी हैं। इन रैलियों का आगाज 18 जून को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सिरसा से किया था। जून में नौ लोकसभा क्षेत्रों की रैलियां की गईं। कुरुक्षेत्र सांसद नायब सिंह सैनी बीमार थे। इस वजह से उनके यहां रैली नहीं हो पाई। अब वे पूरी तरह से ठीक हो गए हैं। ऐसे में 23 को कुरुक्षेत्र पार्लियामेंट स्तर की रैली करने का निर्णय लिया है।

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