-मशरूम उत्पादन में सोनीपत की विशेष पहचान जिसे कायम रखने के लिए करें प्रयास: दलाल -युवाओं के लिए स्व-रोजगार के रूप में मशरूम उत्पादन बेहतरीन विकल्प: विधायक बड़ौली -कृषि मंत्री ने मशरूम उत्पादकों से सीधा संवाद करते हुए ली मांगों व समस्याओं की जानकारी सोनीपत, 08 जुलाई। हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण तथा पशुपालन मंत्री जयप्रकाश दलाल ने कहा कि मशरूम उत्पादन में सोनीपत जिला अग्रणी रहा है। मशरूम उत्पादन में सोनीपत की विशेष पहचान है, जिसे कायम रखने के लिए मशरूम उत्पादन को और अधिक बढ़ाया जाए। इसके लिए सरकार हर संभस प्रोत्साहन प्रदान करेगी। कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शनिवार की सांयकाल मुरथल स्थित क्षेत्रीय मशरूम अनुसंधान केंद्र का दौरा कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने बड़े मशरूम उत्पादकों से सीधी बातचीत भी की। उन्होंने मशरूम उत्पादन को विस्तार देने में आने वाली समस्याओं की भी जानकारी मांगी, जिस पर मशरूम उत्पादकों ने विशेष रूप से बिजली और सोलर प्लांट पर सब्सिडी दिलवाने की मांग की। मशरूम उत्पादकों का कहना था कि मशरूम प्लांट में बिजली की अत्यधिक खपत होती है। यदि उन्हें बिजली पर सब्सिडी मिल जाये तो उन्हें अधिक मुनाफा होगा और वे उत्पादन को बढ़ा सकेंगे। साथ ही उन्होंने पराली व गेहूं की तूड़ी भी सस्ती दरों पर उपलब्ध करवाने की मांग की। कृषि मंत्री जयप्रकाश दलाल ने आश्वासन दिया कि मशरूम उत्पादकों की इस मांग को पूरा करवाने के लिए वे मुख्यमंत्री मनोहर लाल के समक्ष अवश्य रखेंगे। साथ ही उन्होंने कहा कि पराली तथा गेहूं की तूड़ी किसानों से सीधी ली जा सकती है, जिससे इनका सही उपयोग भी होगा। इससे किसानों को भी लाभ मिलेगा और मशरूम उत्पादकों को भी सस्ते दामों पर इनकी उपलब्धता होगी। उन्होंने मशरूम उत्पादकों को प्रोत्साहित किया कि वे मशरूम उत्पादन को बढ़ाने के लिए प्रयास करें। जानकारी मांगने पर उन्हें बताया गया कि सोनीपत जिला में करीब 80 मशरूम यूनिट हैं, जिनसे प्रतिवर्ष लगभग बीस हजार टन मशरूम का उत्पादन होता है। कृषि मंत्री दलाल ने कहा कि मशरूम की बड़ी मांग रहती है। बड़े होटलों-रेस्तरांओं में मशरूम की खूब खपत होती है। मशरूम उत्पादन में अवसरों की कोई कमी नहीं है। इसका अवश्य लाभ उठाना चाहिए। इस दौरान राई हलका विधायक मोहनलाल बड़ौली ने कहा कि मशरूम उत्पादन से किसानों की आय में खासा मुनाफा होता है। किसानों को मशरूम उत्पादन को वृद्घि की ओर अग्रसर करना चाहिए। उन्होंने कहा कि युवाओं के लिए भी यह स्व-रोजगार स्थापना को बेहतरीन विकल्प है, जिसका फायदा उठाते हुए युवाओं को मशरूम उत्पादन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि मशरूम उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए हर संभव प्रयास किये जायेंगे। मशरूम उत्पादकों की मांगों व समस्याओं के समाधान के लिए भी प्रयास किये जायेंगे। इस मौके पर कृषि एवं किसान कल्याण मंंत्री जयप्रकाश दलाल व विधायक मोहनलाल बड़ौली ने पूरे केंद्र का दौरा किया। उन्होंने मशरूम उत्पादन की पूर्ण जानकारी लेते हुए अधिकाधिक किसानों तक इसका लाभ पहुंचाने पर भी चर्चा की। इस अवसर पर एसडीएम राकेश संधू, कृषि विभाग के उप-निदेशक डा. अनिल सहरावत, मशरूम केंद्र के डा. अजय यादव सहित बड़ी संख्या में मशरूम उत्पादक मौजूद थे। Post navigation तिब्बत की स्वतंत्रता तिब्बतियों का अधिकार: धनखड़ कुंडली इंस्टीट्यूशनल जोन को भू-माफियाओं से मिलीभगत कर बनाया व्यवसायिक: अशोक बुवानीवाला