सूर्य उपासना केंद्र सन्निहित सरोवर के विकास में कोई कसर नहीं छोड़ेगा केडीबी : उपेंद्र सिंघल

ब्राह्मण एवं तीर्थाेद्धार सभा के साथ मिलकर आनलाइन पिंडदान व पूजा के लिए पोर्टल बनाएगा केडीबी : उपेंद्र सिंघल।
कुरुक्षेत्र संस्कृत वेद विद्यालय के 51 ब्रह्मचार्यों का हुआ यज्ञोपवित संस्कार।
श्रीब्राह्मण एवं तीर्थाेद्धार सभा द्वारा नवनियुक्त मानद सचिव उपेंद्र सिंघल को किया गया सम्मानित।

वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक

कुरुक्षेत्र, 21 जून : कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के नवनियुक्त मानद सचिव उपेंद्र सिंघल ने कहा कि उनका यह कार्यकाल विश्वप्रसिद्ध सन्निहित सरोवर को समर्पित रहेगा। सन्निहित सरोवर पर श्रद्धालु तीर्थाटन की दृष्टि से आते हैं इसलिए इस तीर्थ के जीर्णाेद्धार और सौंदर्यकरण में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी।

उपेंद्र सिंघल आज मानद सचिव का कार्यभार संभालने के पश्चात श्रीब्राह्मण एवं तीर्थाेद्धार सभा द्वारा संचालित कुरुक्षेत्र संस्कृत वेदविद्यालय एवं छात्रावास में प्रवेश पाने वाले नवोदित 51 ब्रह्मचार्यों के यज्ञोपवित संस्कार कार्यक्रम में मुख्यतिथि के रूप में बोल रहे थे। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता सभा के मुख्य सलाहाकार जयनारायण शर्मा एडवोकेट ने की। विशिष्ट अतिथि के रूप में सभा के प्रधान श्याम सुंदर तिवारी तथा प्रधान महासचिव रामपाल शर्मा कार्यक्रम में सम्मिलित हुए। कार्यक्रम के मुख्य यजमान विद्या भारती पुरातन छात्र संघ के राष्ट्रीय संयोजक पंकज शर्मा थे जबकि मातृभूमि सेवा मिशन के संचालक डा. श्रीप्रकाश मिश्रा कार्यक्रम के मुख्य वक्ता रहे। कार्यक्रम में पहुंचने पर उपेंद्र सिंघल का सभा की ओर से पदाधिकारियों ने पुष्पगुच्छ भेंट कर स्वागत किया। श्रीब्राह्मण एवं तीर्थाेद्धार सभा की ओर से उपेंद्र सिंघल को मानद सचिव का कार्यभार संभालने के पश्चात स्मृति चिह्न व श्रीमद्भगवद गीता भेंट करके सम्मानित किया गया। इसके अलावा सभा की ओर से पंकज शर्मा तथा मुख्य वक्ता डा. श्रीप्रकाश मिश्रा एवं अन्य अतिथियों को भी स्मृति चिह्न भेंट किए गए। इस अवसर पर वेद विद्यालय के आचार्य नरेश कौशिक, सभा के संरक्षक केके कौशिक, राजेंद्र जोशी, इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के पूर्व चेयरमैन जलेश शर्मा, मुख्य सलाहकार जयनारायण शर्मा, प्रधान महासचिव रामपाल शर्मा, केडीबी के पूर्व सदस्य राजेश शांडिल्य, बालकिशन सिखोले, शिव शक्ति सेवा मंडल के सदस्य एमके मौद्गिल तथा प्रधान श्याम सुंदर तिवारी को भी वेद विद्यालय की ओर से आचार्य नरेश ने स्मृति चिह्न भेंट कर सम्मानित किया।

उपेंद्र सिंघल ने अपने संबोधन में कहा कि वे कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड में पिछले छह वर्ष से अलग-अलग भूमिका में कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सन्निहित सरोवर सूर्य उपासना का केंद्र रहा है और वह उसी आस्था को और मजबूत बनाते हुए इसी तर्ज पर इस तीर्थ का विकास करेंगे।

इसके लिए श्रीब्राह्मण एवं तीर्थोद्धार सभा का सहयोग जरूरी है उन्होंने कहा कि यदि सभा सहमति देगी तो आनलाइन पिंडदान और सुख शांति हेतु पूजा इत्यादि करवाने के लिए केडीबी एक पोर्टल तैयार करवाएगा और इसका संचालन सभा करेगी। इससे दूर दराज बैठे श्रद्धालु अपने पितरों के निमित्त घर बैठे ही पूजा पाठ करवा सकेंगे।

उन्होंने कहा कि वह सौभागयशाली हैं कि कार्यभार संभालते ही उन्हें श्रीब्राह्मण एवं तीर्थाेद्धार सभा का आशीर्वाद मिला है। सभा के पदाधिकारियों से परामर्श करके कुरुक्षेत्र के तीर्थों के विकास की योजनाएं बनाई जाएंगी। इसके लिए सभा का मार्गदर्शन जरूरी है। समारोह की अध्यक्षता कर रहे सभा के मुख्य सलाहकार जयनारायण शर्मा तथा प्रधान महासचिव रामपाल शर्मा ने उपेंद्र सिंघल का स्वागत करते हुए कहा कि उनके मानद सचिव बनने से कुरुक्षेत्र के तीर्थों का और अधिक विकास होगा। उपेंद्र सिंघल का परिवार धर्मपरायण परिवार है और इस परिवार की धर्म में गहरी आस्था है।

गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज एवं मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने सही व्यक्ति को मानद सचिव का कार्यभार सौंपा है। सभा के दोनों पदाधिकारियों ने केडीबी द्वारा आनलाइन पिंडदान करवाने का पोर्टल बनवाने पर सहमति जताते हुए इस पोर्टल का संचालन सभा द्वारा करने की बात स्वीकारी। समारोह के मुख्य यजमान पंकज शर्मा ने भी अपने विचार रखे और कहा कि वेद विद्यालय में कर्मकांड की शिक्षा प्राप्त कर रहे ब्रह्मचार्यों का पहले भी उनकी संस्था सहयोग करती रही है और भविष्य में भी सहयोग करती रहेगी। मुख्य वक्ता डा. श्रीप्रकाश मिश्रा ने कहा कि सभा ने यह वेद विद्यालय 2001 में स्थापित किया था। सनातन परंपराओं को संजोए रखने में इस वेद विद्यालय की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। कार्यक्रम में नव प्रवेश पाने वाले ब्रह्मचार्यों के परिजन भी आए हुए थे,जिनमें मुख्य रूप से ज्योतिषाचार्य सतीश कौशिक, मुकेश मुद्गल, निधांशु शांडिल्य, राजबाला, रोहित, मुकुल शर्मा, राजेश बारना मौजूद रहे।

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