रौनक शर्मा रोहतक – बीते शुक्रवार नवीन जयहिन्द ने भाजपा सांसद रामचंद्र जांगड़ा द्वारा देवी-देवताओं के लिए दिये गए आपत्तिजनक बयान को लेकर रोहतक में प्रेसवार्ता की। जयहिन्द ने बताया बीजेपी सांसद रामचंद्र में राक्षस की आत्मा आ चुकी है, तो उन्हें अपना नाम बदलकर राक्षस चंद्र रख लेना चाहिए, क्योंकि उनका कहना है कि हरिद्वार जाने की जरूरत नहीं है और न ही भगवान भोलेनाथ को, भगवान राम को, मां वैष्णो देवी को, बनभौरी माता को, बेरी वाली माता को, गुडगांवा वाली माता को चोहराहे वाली माता को मानने की जरूरत है। जयहिन्द ने कहा कि सांसद के इस बयान से हमारी आस्था व भावनाओ को आघात लगा है, हम उन्हें कल शनिवार 17 जून सुबह 11 बजे तक का समय देते है कि वे देवी देवताओं के लिए दिये गए आपत्तिजनक बयान को लेकर माफी मांगे वरना हम सांसद रामचंद्र के खिलाफ एफआईआर करवाएंगे और साथ ही रविवार 18 जून को गृहमंत्री अमित शाह भी सिरसा आ रहे है तो उनके सामने भी हम यह बात रखेंगे की सांसद रामचंद्र को देवी देवताओं के लिए इस तरह के आपत्तिजनक बयान देने का हक किसने दिया और उन पर अब तक कोई कार्यवाही क्यों नही हुई? जयहिन्द ने बताया कि बेरी वाली माता की, गुडगांवा वाली माता की, बनभौरी वाली माता की लाखों लोग पूजा करते है और करोड़ो लोग हरिद्वार जाते है। साथ ही जयहिन्द ने सबूत दिखाते हुए कहा कि मुख़्यमंत्री भी मन्दिरो में माता की पूजा करते है। एक तरफ तो सांसद रामचन्द्र कहते है कि देवी-देवताओं व भगवान की मूर्तियों की पूजा करने की कोई जरूरत नही है, लेकिन दूसरी और वे मंदिर में माता का आशीर्वाद लेते हुए, एक संत महात्मा का आशीर्वाद लेते हुए फोटो खिंचवाते है। इससे उनके दोगले चरित्र का पता चलता है। जयहिन्द ने बताया कि उन्होंने भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष व मुख़्यमंत्री कार्यालय में भी बात की के उनका सांसद गलत बोल रहे है लेकिन वे बोले कि इसमें हम कुछ नही कर सकते सांसद हमने नही ऊपर वालो ने बनाया हुआ है। जयहिन्द ने बताया कि आप अगर हिंदू धर्म में है तो आप सबकी अपनी-अपनी मान्यताएं हैं, लेकिन आप किसी की भावनाओं के ऊपर कैसे चोट मार सकते हो ? वे यह बताएं कि अगर मुस्लिम धर्म में है या नही अगर है तो ठीक है, मुस्लिम धर्म मे अपनी मान्यता है। अगर आप ईसाई धर्म मे है है तो उनकी अलग मान्यता है, सिख धर्म की अपनी अलग मान्यता है। अगर आप नास्तिक भी है तो कोई बात नही लेकिन आप किस आधार पर देवी-देवताओं का अपमान कर रहे है? खिलाड़ियो के आंदोलन को लंबा खींचना दुर्भाग्यपूर्ण – जयहिंद एक पत्रकार के सवाल का जवाब देते हुए जयहिन्द ने बताया कि हम खिलाड़ियों के मामले को लेकर पहले भी कह चुके है की इस आंदोलन को न तो जातीय रंग दिया जाए और न ही क्षेत्रीय रंग देना चाहिए। खिलाड़ियों व सांसद दोनों का नार्को टेस्ट होना चाहिए और सुप्रीम कोर्ट के सिटींग जज की अध्यक्षता में जांच करवानी चाहिए, ताकि सब दूध का दूध और पानी का पानी हो जाए। जो खिलाड़ी देश के लिए मेडल लेकर आए है हमे लगता है उनके इस आंदोलन को लंबा खींचना बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। Post navigation आप के लीगल विंग की नवगठित प्रदेश कार्यकारिणी की पहली बैठक रोहतक में सम्पन्न देवी-देवताओं का अपमान करने वालो पर FIR करो – नवीन जयहिन्द