बृजभूषण व खिलाड़ियों का नारको टेस्ट हो, सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में 1 महीने में आए फैसला-नवीन जयहिन्द

बंटी शर्मा

रोहतक- नवीन जयहिंद ने आज रोहतक में प्रेस वार्ता कर मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर पर जमकर बरसे। नवीन जयहिंद ने पत्रकारों से बातचीत कहा कि मुख्यमंत्री जनता से डर कर भाग रहे हैं। जब भी जनता के मुद्दों की बात आती है तो वे नदारद हो जाते हैं।

आज जिस तरह से मुख्यमंत्री पहरावर की जमीन से जुड़े सवालों से भागते नजर आए उन्हें जनता शेर नहीं गीदड़ कहेगी । अब सवालों के जवाब देने की हिम्मत तक नहीं है । अगर उनमें थोड़ी सी भी शर्म बची हुई है तो बताए ब्राह्मणों को जमीन कौनसी और कहां दी गई है।

वही जयहिंद ने सासंद अरविंद शर्मा द्वारा जारी बयान पर भी तंज कसते हुए कहा कि सांसद महोदय ये तो बताए की वो जमीन ब्राह्मणों को कहाँ दी गई है। हमें पहरावर में तो मिली नहीं । दूरबीन लगाकर देखने से मिलेगी या पाकिस्तान में देकर आ गए है। सरकार खुलेआम झूठ का प्रचार करने पर लगी हुई है।

नवीन जयहिंद ने कहा कि 21 मई को पहरावर में जो भगवान परशुराम का जन्मोत्सव मनाया जाएगा जिसे मुख्यमंत्री कंस मामा ने कोर्ट के द्वारा कैंसिल करवाया था 36 बिरादरी के भाईचारे से अपील है कि हर रोज 21 मिनट, 21 फोन कॉल या 21 रुपए देकर इस धार्मिक अनुष्ठान को सफल बनाने में सहयोग करें। पहरावर की उसी धरती पे 36 बिरादरी के भाईचारे के साथ भगवान परशुराम जन्मोत्सव मनाया जायेगा और परशुराम के भक्तों पर दो हेलिकॉप्टर से फूल बरसाए जायेंगे। चाहे इसके लिए जयहिंद को अपनी किडनी क्यों न बेचनी पड़े, लेकिन भगवान परशुराम की शान में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी।

नवीन जयहिंद ने जंतर मंतर पर धरने पर बैठे खिलाड़ियों को लेकर कहा कि खिलाड़ियों का इस तरह से धरने पर बैठना न सिर्फ प्रदेश के लिए बल्कि देश के लिए भी शर्मनाक बात है।

वहीं नवीन जयहिंद ने खिलाड़ियों के सलाह दी कि वे राजनीति से जुड़े लोगों को अपने धरने से अलग रखें । साथ ही मांग रखी कि इस पूरे मामले की जांच माननीय सुप्रीम कोर्ट की देखरेख में हो व एक महीने में जांच कमेटी सीधे सुप्रीम कोर्ट में अपनी रिपोर्ट सौंपें।

जिन खिलाड़ियों ने आरोप लगाए है उनका भी नर्कों टेस्ट व जिन पर आरोप लगे हैं उनका भी नर्कों टेस्ट होना चाहिए।
ये कोई छोटी बात नहीं है हजारों लड़कियों का भविष्य दांव पर लगा हुआ है इस पूरे मामले को देखने के बाद कोई भी मां -बाप अपनी बेटी को खेल के मैदान में उतारने से डरेगा।

नवीन जयहिंद ने प्रधानमंत्री द्वारा चलाए जा रहे मन की बात पर भी कटाक्ष करते हुऐ कि यह इस देश की सहनशीलता है कि 100 बार मन की बात को सुना। अब हमारी गुजारिश है कि दो बार जनता के मन की बात भी सुन ली जाए। अपने ही लोगों को अपने ही कार्यक्रमों में बैठाने से कुछ नहीं होगा। जनता के बीच जाओ सच्चाई पता चल जायेगी। मुख्यमंत्री जी बता दे उनका जनसंवाद हम कराएंगे अगर उनमें असली जनता के साथ संवाद करने की हिम्मत है ।

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