वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक पंतग बनाओ प्रतियोगिता मे विद्यार्थियों ने बनाई रंग-बिरंगी पतंग। कुरुक्षेत्र 15 अप्रैल : हरियाणा कला परिषद द्वारा आजादी का अमृतमहोत्सव के अंतर्गत आयोजित किये जा रहे कार्यक्रमों के दौरान बैसाखी के उपलक्ष्य में स्कूल स्तरीय पंतग बनाओं प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें कुरुक्षेत्र के विभिन्न स्कूलों के लगभग 100 विद्यार्थियो ने हिस्सा लिया। इस मौके पर सेठ नवरंग राय लोहिया जयराम शिक्षण संस्थान के निदेशक योगेश्वर जोशी बतौर मुख्यअतिथि पहुचें। प्रतियोगिता की विधिवत शुरुआत दीप प्रज्जवलित कर की गई। योगेश्वर जोशी ने प्रतिभागियों को सम्बोंधित करते हुए कहा कि बैसाखी के उपलक्ष्य में आयोजित पंतग बनाओ प्रतियोगिता में जहां एक ओर विद्यार्थियों को हस्तकला का ज्ञान होगा, वहीं दूसरी ओर भारतीय संस्कृति के बारे में भी जानकारी मिल रही है। इस प्रकार की प्रतियोगिताओं का उद्देश्य भारत की संस्कृति एवं पारंपरिक त्योहारों से भली भांति परिचय कराना हैं। हरियाणा कला परिषद के निदेशक संजय भसीन ने भी प्रतिभागियों तथा मुख्यअतिथि का स्वागत करते हुए बैसाखी पर्व की महता के बारे में जानकारी दी। विभिन्न सरकारी तथा गैर सरकारी विद्यालयों से आए प्रतिभागियों ने पतंगों पर पर्यावरण संरक्षण, बेटी बचाओ, स्वच्छता, फिट इंडिया, स्वर्णीम भारत सहित कई सामाजिक जागरुकता के संदेश भी अपनी पतंगो पर उकेरे। प्रतियोगिता के बाद निर्णायक मण्डल के सदस्य मयंक भारतद्वाज, रजनी बाला तथा रजनीश भनौट ने पंतगों का अवलोकन करते हुए कुल 12 विजेताओं को चुना। जिनमें 5 सर्वश्रेष्ठ तथा 7 श्रेष्ठ विजेताओं का चयन किया गया। सर्वश्रेष्ठ विजेताओं में गीता निकेतन आवासीय विद्यालय से अरमान बतान, महाराणा प्रताप पब्लिक स्कूल से अनन्या मोदी, गुरुनानक वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल से साहिल, ग्रीनफिल्ड पब्लिक स्कूल से जानवी तथा राजकीय कन्या विद्यालय से हिमांशी तथा श्रेष्ठ विजेता पुरस्कार के लिए ग्रीनफिल्ड पब्लिक स्कूल से केशवी, राजकीय कन्या विद्यालय से हीना, राजकीय माध्यमिक विद्यालय रामगढ़ से सिमरन, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय पिपली से प्रिंस, राजकीय उच्च विद्यालय सुंदरपुर से कुनाल, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय अमीन से विनीत तथा गीता निकेतन आवासीय विद्यालय से कल्पना रही। Post navigation सड़क निर्माण के स्थान पर ओवरब्रिज बनाने की मांग को करीब एक दर्जन से अधिक गांवों के किसान और सरपंच अड़े मारकंडा नदी के ओवरफ्लो एवं बाढ़ के पानी से सैंकड़ों एकड़ फसल बचाने के लिए 15 गांवों के किसानों की हुई महत्वपूर्ण बैठक आयोजित