– अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य पर समर्थनम इंटरनेशनल भारत 4000 छात्राओं को दे रहा छात्रवृत्ति
– गुरुग्राम की 25 छात्राओं को भी छात्रवृत्ति का मिला लाभ

चंडीगढ़/ गुरुगाम,   6 मार्च। भाजपा संसदीय बोर्ड की सदस्य एवं पूर्व सांसद डा. सुधा यादव ने कहा कि समर्थनम इंटरनेशनल भारत दिव्यांग और वंचित लोगों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए अहम भूमिका निभा रहा है। समर्थनम ट्रस्ट फॉर द डिसेबल्ड की ओर से अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में 4000 छात्राओं को छात्रवृत्ति प्रदान की जा रही है। सोमवार को ट्रस्ट के प्रतिनिधि डा. सुधा यादव के निवास पर पहुंचे और गुरुग्राम की 25 छात्राओं को छात्रवृत्ति दी। इस अवसर पर समर्थनम इंटरनेशनल के क्षेत्रीय निदेशक शैलेंद्र यादव भी उपस्थित थे।

डा. सुधा यादव ने समर्थनम इंटरनेशनल के तहत सभी गतिविधियों और कार्यक्रम विशेष रूप से छात्रों और उनके परिवारों को छात्रवृत्ति के मामले में प्रत्यक्ष वित्तीय लाभ की सराहना की। उन्होंने कहा कि हरियाणा में ऐसे अधिक से अधिक कार्यक्रम आयोजित किए जाने चाहिए जिससे दृष्टिबाधित एवं गरीब छात्राओं को अधिक से अधिक लाभ मिल सके और वे सशक्त बन सकें।

सुधा यादव ने कहा कि समर्थनम इंटरनेशनल भारत दृष्टिबाधित, विकलांग और वंचित लोगों को सशक्त बनाने के लिए अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। दिव्यांगों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, आवास, पौष्टिक भोजन, व्यावसायिक प्रशिक्षण और रोजगार आधारित पुनर्वास प्रदान करके और व्यक्तिगत स्वतंत्रता द्वारा सक्षम बना रहा है।

शैलेंद्र यादव जोकि खुद दृष्टिबाधित हैं ने अपने अनुभवों को व्यक्त करते हुए कहा कि शिक्षा के आधार पर व्यक्तिगत लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए सभी को अपनी कमजोरी को मजबूती बनाना चाहिए। वे स्वयं भी शिक्षा के आधार पर ही कामयाब हुए हैं। उन्होंने बताया कि ट्रस्ट की ओर से राष्ट्रीय शिक्षा कार्यक्रम के तहत, बैंगलोर स्थित संगठन समर्थनम इंटरनेशनल के माध्यम से अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर छात्राओं को छात्रवृत्ति दी जा रही है।

श्री यादव ने बताया कि डा. महंतेश जी किवादसन्न्वर संस्थापक ट्रस्टी एवं समर्थनम इंटरनेशनल के प्रबंध निदेशक दृष्टिबाधिता से ग्रसित एक दूरदर्शी व्यक्ति हैं। वे मानते हैं कि शिक्षा सशक्तिकरण के लिए बेहतर प्लेटफार्म है। सही समय पर प्रदान की जाने वाली सहायता जरूरतमंदों को सामाजिक योगदान करने में सक्षम बनाएगी। उन्होंने अवसर का सर्वोत्तम उपयोग करके जीवन में आगे बढ़ाने की सलाह दी। 

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