पुख्ता प्रबंधों के लिए अनेक दौर की बैठकों को हो चुका है आयोजन चंडीगढ़, 17 जनवरी – संयुक्त राष्ट्र संघ के सतत विकास लक्ष्य-2030 में बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले हरियाणा राज्य को जी-20 शिखर सम्मेलन की बैठकें आयोजित करने का जो सुअवसर मिला है, उसके सफल आयोजन के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने स्वयं कमान संभाल ली है। अनेक स्तर पर उच्चाधिकारियों की बैठकें आयोजित कर इसके सफल आयोजन के लिए सभी पुख्ता प्रबंध समय पर सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। गर्व की बात यह है कि जी-20 शिखर सम्मेलन की कुछ बैठकें गुरुग्राम में हो रही हैं। जी-20 सदस्य देशों के शिष्टमंडल के हरियाणा आगमन पर अतिथि देवो भव् की भावना से प्रदेश सरकार उनका आतिथ्य सत्कार करेगी। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत को जी-20 की अध्यक्षता करने का सुनहरा अवसर मिला है, यह हर भारतीय के लिए गौरव का क्षण है। जी-20 शिखर सम्मेलन के अंतर्गत 1 से 3 मार्च तक गुरुग्राम में एंटी करप्शन वर्किंग ग्रुप की बैठक होगी। इस बार पुरी दुनिया की नजर भारत पर है, वहीं गुरुग्राम, जहां दुनिया की 500 फॉर्चयून कंपनियों के कॉरप्रोरेट ऑफिस स्थाैपित है, उसके माध्यम से हरियाणा के लिए भी यह वैश्विक स्तर पर पुनः अपनी पहचान स्थापित करने का अनोखा अवसर है। जी-20 सदस्य देशों के प्रतिनिधि हरियाणवी संस्कृति और खान-पान से होंगे रूबरू गुरुग्राम में जहां एक ओर इन बैठकों के माध्यम से ग्लोबल वर्ल्ड की झलक दिखेगी, वहीं दूसरी ओर विदेशी मेहमानों को हरियाणा की समृद्ध संस्कृति को भी करीब से देखने व जानने का मौका मिलेगा। मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार अधिकारियों ने इसके लिए अभी से तैयारियां शुरू कर दी हैं। जी-20 सदस्य देशों के प्रतिनिधियों को गुरुग्राम के सेक्टर-29 में स्थित म्यूजियो कैमरा (म्यूजियम) का भी दौरा करवाने का प्रस्ताव तैयार किया गया है। यह अनूठा म्यूजियम काफी रोचक जानकारियों से परिपूर्ण है। इसके अलावा, सुल्तानपुर पक्षी अभ्यारण्य का भी भ्रमण करवाना प्रस्तावित है। इस विशाल प्राकृतिक झील में साइबेरियन पक्षियों की लगभग 100 प्रजातियां आती हैं, जो मुख्य आकर्षण का केंद्र है। हरियाणा की पहचान बन चुके अंतर्राष्ट्रीय सूरजकुंड शिल्प मेले के माध्यम से भी जी-20 सदस्य देशों के प्रतिनिधियों को देश-विदेश के कलाकारों की कलाकृतियां, हथकरघा, हस्तशिल्प और सांस्कृतिक ताने-बाने की समृद्धि और विविधता देखने को मिलेगी। इसके साथ-साथ सरकार ने सदस्य देशों के प्रतिनिधियों को झज्जर के प्रतापगढ़ फार्म का दौरा करवाने की भी योजना बनाई है। इस फार्म में मेहमानों को हरियाणा के पारंपरिक जनजीवन पर आधारित खेल-कूद, कला संस्कृति, खान-पान, कृषि, बागवानी व पशुपालन से जुड़ी गतिविधियों को देखने का मौका मिलेगा। इसके अतिरिक्त, हरियाणा की विकास गाथा व सांस्कृतिक विरासत को थीम कॉर्नर के माध्यम से प्रदर्शित भी किया जाएगा। वर्ष 2023 को भारत के अलावा विश्व स्तर पर भी अंतरराष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष के तौर पर मनाया जा रहा है। मोटा अनाज -सेहत के लिए लाभकारी, इसी संदेश के साथ मेहमानों को हरियाणवी भोज विशेषकर मोटे अनाज से बने व्यंजन भी परोसे जाएंगे। जी-20 बैठक- जनभागीदारी अभियान जी-20 शिखर सम्मेलन को एक जनभागीदारी अभियान बनाने के लिए राज्य सरकार का प्रयास है। इसके लिए उच्च शिक्षा विभाग द्वारा फरवरी माह के दौरान विश्वविद्यालयों तथा कॉलेजों में भारत की जी-20 अध्यक्षता व गुरुग्राम में एंटी करप्शन वर्किंग ग्रुप की बैठक विषयों पर सेमिनार, निबंध लेखन, प्रतियोगिताएं व अन्य कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। इससे युवाओं, विशेषकर स्कूल, कॉलेजों के विद्यार्थियों को विश्व में जी-20 देशों के महत्व व भूमिका के बारे जानकारी मिलेगी। इसके अलावा, सांस्कृतिक टीमों द्वारा नुक्कड़ नाटक भी प्रदर्शित किए जाएंगे। इस प्रकार, इस शिखर सम्मेलन को एक जनभागीदारी अभियान बनाने का लक्ष्य पूरा होगा। Post navigation मार्केटिंग बोर्ड का अकाउंटेंट 50000 व पटवारी 5000 रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ काबू पंचायती राज की भावना के अनुरूप राज्य सरकार ने पंचायतों की शक्तियों को बढ़ाया – मुख्यमंत्री