चण्डीगढ, 11अप्रैल:-हरियाणा रोङवेज कर्मचारी एकता युनियन के राज्य प्रधान बलवान सिंह दोदवा,वरिष्ठ राज्य उप-प्रधान सुरेश लाठर, महासचिव संजय गुलाटी, उप-महासचिव विमल शर्मा ग्योंग, कैशियर अशोक कुमार,आडिटर चन्द्रभान सोलंकी,चेयरमैन गुरदीप सिंह व कानूनी सलाहकार गगनदीप ढिल्लो ने संयुक्त ब्यान जारी करते हुए सरकार व परिवहन के उच्च अधिकारियों से अपील की परिवहन विभाग को सुचारू रूप से चलाने के लिए ओवरटाईम बहाल किया जाए।

अगर विभाग में 50-60 घंटे निर्धारित करके भी ओवरटाईम लागू किया जाता है तो यह कर्मचारी व विभाग दोनो के हित में होगा। ओवरटाईम लागू होने से कर्मचारी मन लगाकर काम करेगा तथा विभाग की आमदनी में इजाफा होगा जो विभाग को घाटे से उबारने का काम करेगा।

दोदवा ने बताया कि वर्ष 2018 से पहले चालक-परिचालकों को 8 घण्टे से ज्यादा डयूटी करने पर रोटेशन के हिसाब से ओवरटाईम का भुगतान किया जाता था। ओवरटाईम के लालच में कर्मचारी जी-जान से कार्य करते हुए 12 से 18 घण्टे तक लगातार डयूटी करता था,जिसके कारण प्रति किलोमीटर आमदनी बहुत अच्छी आती थी तथा सरकारी आंकङो के अनुसार विभाग में घाटा भी नाममात्र का था। लेकिन अक्टूबर,2018 में किलोमीटर स्कीम के खिलाफ हुई रोङवेज की राज्यव्यापी हङताल के बाद सरकार ने एक द्वेष भावना के तहत विभाग में घाटे का बहाना बनाकर ओवरटाईम बन्द कर दिया तथा ओवरटाईम के बदले कर्मचारी को रैस्ट देना शूरू कर दिया।

ओवरटाईम बन्द होने के कारण न तो कोई रोटेशन ही ठीक ढंग चल पा रही है तथा न ही कर्मचारी रूची लेकर काम कर रहा है। जिसके कारण रोङवेज की आमदनी दिन-प्रतिदिन घटती जा रही है। ओवरटाईम बन्द होने के कारण रोङवेज का घाटा कम होने की बजाय और ज्यादा बढा है।इसलिए सरकार से अपील है कि इन सभी तथ्यों को मध्य नजर रखते हुए ओवरटाईम को पुनः लागू किया जाये। अगर सरकार वास्तव में कर्मचारी व विभाग हितैसी है तथा विभाग को चलाना चाहती है तो ज्यादा नहीं अगर सरकार 50-60 घण्टे प्रति कर्मचारी भी ओवरटाईम निर्धारित करती है तो युनियन विश्वास दिलाती है कि सभी कर्मचारी पहले की तरह पुरी लग्न के साथ लगातार कार्य करते हुए विभाग को घाटे से उबारने का काम करेंगे।

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