चंडीगढ़। अग्रवाल वैश्य समाज के प्रदेश अध्यक्ष अशोक बुवानीवाला ने नारनौद के जेजेपी विधायक राजकुमार गौतम द्वारा विधानसभा में की गई वैश्य समाज पर आपत्तिजनक टिप्पणी की कड़ी निंदा की है। ज्ञात रहे कि राजकुमार गौतम ने विधानसभा सत्र के दौरान सदन में दिल्ली के बाद पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार बनने पर तंज कसते हुए वैश्य समाज के संबंध में जातिसूचक आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। जिसे लेकर विधानसभा में भी काफी बवाल मचा था, जिसके बाद उनके कथन को सदन की कार्यवाही से निकाल दिया गया था। वहीं सदन के बाहर अग्रवाल वैश्य समाज ने भी विधायक के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए उनसे सार्वजनिक माफी की मांग की और भविष्य में समाज के प्रति इस तरह का वक्तव्य न देने की हिदायत दी। अग्रवाल वैश्य समाज के प्रदेश अध्यक्ष अशोक बुवानीवाला ने कहा कि वैश्य समाज का गौरवांवित योगदान रहा है। स्वाधीनता आंदोलन से लेकर वर्तमान में भी देश के विकास में अतुल्य योगदान है। ज्ञान-विज्ञान, साहित्य, राजनीति, धर्म, सभ्यता-संस्कृति, शिक्षा सभी क्षेत्रों में वैश्य समाज का सर्वतामुखी योगदान रहा है और आज भी राष्ट्र निर्माण के महान यज्ञ में सर्वाधिक आहूति इसी की है। देश विदेश में उद्योग एवं व्यवसाय स्थापना द्वारा राष्ट्र की आर्थिक प्रगति को सृदृढ आधार प्रदान करने में वैश्यजन हमेशा अग्रणी रहे हैं। बुवानीवाला ने कहा कि अतीत से लेकर वर्तमान तक गौरवशाली इतिहास के धनी वैश्य समाज की तुलना सांप व बिच्छु से करना घोर निंदनीय है। जेजेपी विधायक राजकुमार गौतम के ब्यान की जितनी निंदा की जाए कम है। उन्होंने जेजेपी सुप्रीमो से भी कहा कि लोकतंत्र के पवित्र मंदिर यानी विधानसभा में उनकी ये टिप्पणी समाज में वमन्य फैलाने और भाई-चारा बिगाडऩे वाली है इस लिए उन्हें पार्टी से निष्कासित किया जाये। जेजेपी विधायक रामकुमार गौतम को आड़े हाथों लेते हुऐ बुवानीवाला ने कहा कि विधायक को अपनी बेलगाम जुबान पर लगाम कसनी चाहिए। उनके वक्तव्य से लगता है कि वो अपना मानसिक संतुलन खो चुके हैं और उन्हें इलाज की आवश्यकता है। जहां तक झाड़ा लगाने की बात राजकुमार गौतम कर रहे है वो तो नारनौद की जनता अबकी बार लगा ही देगी। बुवानीवाला ने कहा कि नेता का काम समाज के सभी वर्गों को मान-सम्मान के साथ, साथ लेकर चलना होता है, लेकिन राजकुमार गौतम शायद संविधान की मूल-भावना को भूल गए है और लोकतंत्र की पवित्र स्थली में खड़ें होकर ओच्छी मानसिकता से भरी ऐसी अभ्रद और घोर निंदनीय टिप्पणी कर रहे हैं। बुवानीवाला ने कहा कि राजकुमार गौतम वैश्य समाज से सार्वजनिक मॉफी मांगे और प्रण ले कि भविष्य में ऐसी घटियां ब्यानबाजी दोबारा न दोहराई जाए। Post navigation मुख्यमंत्री रजिस्ट्री घोटाले पर लीपापोती करने की बजाय घोटाले की जांच हाईकोर्ट के सिटिंग जज से करवाये : विद्रोही ‘द कश्मीर फाइल्स’ की तरह 1984 के सिख दंगों पर भी बननी चाहिए फिल्म – गृह मंत्री अनिल विज