मिसकाल के मैसेज से सुलझी गुत्थी

भारत सारथी/ कौशिक

रेवाड़ी। पांच दिन पहले हुई एक टैक्सी चालक की हत्या की गुत्थी को सुलझाते हुए धारूहेड़ा थाना पुलिस व अपराध अनुसंधान शाखा (सीआइए) टू ने तीन आरोपितों को गिरफ्तार किया है।

गिरफ्तार किए गए आरोपित जिला गुरुग्राम के गांव नरहेड़ा निवासी टिकू उर्फ धर्मेंद्र, राजस्थान के जिला अलवर के गांव कहरानी निवासी संदीप व साथलका निवासी राजबीर उर्फ झुंगड हैं। इस मामले में दो और आरोपितों की पुलिस को तलाश है। पकड़े गए बदमाश एक युवक का अपहरण करना चाहते थे, जिसकी भनक टैक्सी चालक को लग गई थी। कहीं बात पुलिस तक नहीं पहुंच जाए, इसलिए उन्होंने टैक्सी चालक को ही मौत के घाट उतार दिया।

28 फरवरी को मिला था शव: 
जिला गुरुग्राम के पुखरपुर पचगांव निवासी 41 वर्षीय आदित्य धारूहेड़ा में टैक्सी चलाते थे। 26 फरवरी को आदित्य धारूहेड़ा बस स्टैंड से एक बुकिग लेकर राजस्थान गए थे। देर शाम को आदित्य की अपने स्वजन से बात हुई थी। आदित्य ने स्वजन को कहीं फंसने की जानकारी दी थी। इसके बाद उसका मोबाइल स्विच आफ हो गया था। 27 फरवरी को आदित्य की कार भिवाड़ी की खोरी चौकी पुलिस ने लावारिस हालत में बरामद की थी। धारूहेड़ा थाना पुलिस ने आदित्य के भाई ललित कुमार की शिकायत पर लापता होने का मामला दर्ज कर जांच शुरू की थी। 28 फरवरी को भिवाड़ी के गांव कहरानी के जंगल से आदित्य का शव बरामद हुआ था। आदित्य की गला रेतकर हत्या की गई थी। इसके बाद धारूहेड़ा थाना पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या का मामला भी दर्ज कर लिया था।

मिसकाल के मैसेज से सुलझी गुत्थी:
पुलिस उप अधीक्षक अमित भाटिया ने बताया कि लापता होने के दिन से आदित्य का मोबाइल गायब था। पुलिस ने मोबाइल की काल डिटेल और लोकेशन की जांच की तो उस पर एक मिस काल का मैसेज भी आया हुआ था। जिस मोबाइल नंबर से मिस काल आई थी, वह गांव साथलका के एक दुकानदार का था। पुलिस जांच करते हुए दुकानदार के पास पहुंची। दुकानदार ने बताया कि 26 फरवरी की शाम को एक कार में कुछ लोग साथलका निवासी राजवीर उर्फ झुंगड के घर आए थे। उनकी कार के ड्राइवर का मोबाइल नहीं मिल रहा था और ड्राइवर ने उसे उसके मोबाइल नंबर पर काल करने का आग्रह किया था, लेकिन उस समय चालक का मोबाइल नेटवर्क से बाहर था। इसके बाद पुलिस ने राजवीर उर्फ झुंगड को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो हत्या की गुत्थी सुलझती चली गई। पुलिस ने दो और आरोपित कहरानी निवासी संदीप व नरेड़ा निवासी टिकू उर्फ धर्मेंद्र को भी हिरासत में लेकर पूछताछ की।

अपहरण के लिए बुक की थी कार :
पूछताछ में पता लगा कि पकड़े गए आरोपितों का एक दोस्त गांव चामरोधा निवासी संजय उर्फ खिलाड़ी किशनगढ़ निवासी एक युवक से रंजिश रखता था। संदीप, टिकू उर्फ धर्मेंद्र, संजय उर्फ खिलाड़ी व साथलका निवासी मनीष उर्फ आलू ने किशनगढ़ निवासी युवक का अपहरण करने की साजिश रची। साजिश के तहत चारों युवकों ने बस स्टैंड धारूहेड़ा से किशनगढ़ के लिए 1500 रुपये में आदित्य की टैक्सी बुक की। तीनों किशनगढ़ पहुंचे तो वह युवक अपने घर नहीं मिला। इसी दौरान आदित्य को चारों युवकों द्वारा अपहरण करने की साजिश की भनक लग गई और उनके साथ विवाद हो गया था। शाम को चारों युवक आदित्य की टैक्सी लेकर गांव साथलका निवासी राजबीर उर्फ झुंगड के घर आ गए थे। चारों युवकों के पास टैक्सी का किराया देने के लिए रुपये भी नहीं थे।

किराया देने से बचने व अपहरण की साजिश का खुलासा होने के डर से सभी ने आदित्य की हत्या की साजिश रची। आरोपितों ने राजबीर के घर से ही दो चाकू लिए और आदित्य को गांव कहरानी के पास जंगल में ले गए। पांचों युवकों ने आदित्य की हत्या कर शव वहीं फेंक दिया और कार को लावारिस हालत में छोड़कर फरार हो गए। पुलिस ने गिरफ्तार किए गए तीनों आरोपितों को अदालत से दो दिन के रिमांड पर लिया है। रिमांड के दौरान पुलिस वारदात में प्रयुक्त चाकू व आदित्य का मोबाइल बरामद करने का प्रयास करेगी। पुलिस फरार दोनों आरोपितों संजय उर्फ खिलाड़ी और मनीष उर्फ आलू की भी तलाश कर रही है।

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