महिलाओं की सुरक्षा प्रहरी हेल्पलाइन 1091 पर प्राप्त 1872 शिकायतें एफआईआर में तब्दील चण्डीगढ़, 21 जनवरी – हरियाणा पुलिस द्वारा महिलाओं को क्राइम रिर्पोट की आवश्यकता के बारे में जागरूक करते हुए बीते साल 2021 में जहां महिला हेल्पलाइन नंबर 1091 पर प्राप्त सभी शिकायतों पर प्रभावी कार्रवाई करते हुए निस्तारण किया गया, वहीं हेल्पलाइन पर आई 77,000 से अधिक कॉलों में से 1872 को एफआईआर में तबदील किया गया। हरियाणा के पुलिस महानिदेशक, (डीजीपी), श्री प्रशांत कुमार अग्रवाल ने आज यहां जानकारी देते हुए बताया कि हेल्पलाइन पर कॉल अटैंड करने के लिए तैनात प्रशिक्षित पुलिस कर्मी प्रदेश में महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के साथ-साथ प्रदेश में रहने, काम करने और आवागमन वाली महिलाओं में आत्मविश्वास और साहस भी पैदा कर रही हैं। साथ ही पुलिस की डिजिटल पहल – दुर्गा शक्ति मोबाइल ऐप में भी विश्वास देखने को मिला, क्योंकि इसी अवधि के दौरान इस ऐप में 13327 नए यूज़रर्स जुडे़, जिससे डाउनलोडर्स की संख्या 2.31 लाख से ज्यादा तक पहंुच गई। एप के माध्यम से प्राप्त शिकायतों पर पुलिस द्वारा 48 प्राथमिकी दर्ज की गई, 34 मामलों में निवारक कार्रवाई की गई और 1583 मामलों को सौहार्दपूर्ण ढंग से सुलझाया गया। उन्होंने कहा कि महिला सुरक्षा के क्षेत्र में हरियाणा पुलिस का प्राथमिक उद्देश्य महिलाओं को क्राइम रिपोर्ट करने बारे जागरूक करना और अपराधियों को पकड़ने में पुलिस की मदद करना है। उन्होंने कहा कि पहले महिलाएं अक्सर अपने खिलाफ हुए अपराध की रिपोर्ट करने में संकोच करती थीं, लेकिन हरियाणा पुलिस द्वारा शुरू की गई जागरूकता और अन्य पहलों के साथ, महिलाओं के खिलाफ अपराध की रिपोर्टिंग में भी वृद्धि हुई है। श्री अग्रवाल ने बताया कि हरियाणा पुलिस द्वारा अनुकरणीय ‘जागृति यात्रा‘ साइकिल अभियान सहित कई सामाजिक जागरूकता पहल शुरू की हैं, जिसमें 16 पुलिस महिला साइकिल चालकों की एक टीम ने एक महीने में राज्य भर के 23 पुलिस जिलों में 1400 किलोमीटर की दूरी तय कर महिलाओं को निसंकोच पुलिस सहायता लेने के लिए प्रोत्साहित करते हुए जागरूक किया। ‘‘हम महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं और इसी सोच की तर्ज पर हर संभव कदम उठाये जा रहे हैं।‘‘ आईटीएसएसओ डैशबोर्ड रैंकिंग में भी बेहतर प्रदर्शनहमारे निरंतर प्रयासों के परिणामस्वरूप हरियाणा पुलिस इन्वेस्टिगेशन ट्रैकिंग सिस्टम फॉर सेक्सुअल ऑफेंस (आईटीएसएसओ) डैशबोर्ड पर भी बेहतर प्रदर्शन कर रही है। यह डैशबोर्ड सभी स्तरों पर कानून प्रवर्तन एजेंसियों के लिए उपलब्ध एक ऑनलाइन मॉड्यूल है जो पुलिस को बलात्कार के मामलों में तय समय के भीतर जांच पूरी करने के लिए वास्तविक समय की निगरानी और प्रबंधन की अनुमति देता है। हरियाणा पुलिस वर्तमान में 56.7 प्रतिशत की दर के साथ देश में छठे स्थान पर है। महिलाओं के खिलाफ अपराध की रिपोर्टिंग को और अधिक सुविधाजनक बनाने के लिए, राज्य भर में महिला पुलिस स्टेशन सक्रिय रूप से संचालित हैं। महिलाओं में आत्मविश्वास की भावना पैदा करने और उन्हें बिना किसी भय के अपराध की तुरंत रिपोर्ट करने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए विभिन्न पुलिस थानों में 239 महिला हेल्प डेस्क भी स्थापित किए गए हैं। Post navigation आंगनवाडी यूनियन की पांच महिला नेताओं को नौकरी से बर्खास्त करना तानाशाहीपूर्ण कदम ! विद्रोही तुरंत प्रभाव से दो आईएएस और दो एचसीएस अधिकारियों के स्थानांतरण एवं नियुक्ति आदेश जारी