सिरसा( हरियाणा) लोकसभा क्षेत्र की सांसद श्रीमती सुनीता दुग्गल ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार द्वारा राष्ट्र के विकास व समाज के विभिन्न वर्गों के उत्थान एंव कल्याण की दिशा में नीतिगत परिवर्तन किए गए हैं। हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने हरियाणा प्रदेश के विकास को नई दिशाएं दी हैं।

 नई दिल्ली में हरियाणा भवन में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए सांसद श्रीमती सुनीता दुग्गल ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने ‘सबका साथ-सबका विकास-सबका विश्वास’ मूलमंत्र पर अग्रसर होते हुए देश में प्रथम बार नीतिगत परिवर्तनों को कार्यरूप दिया गया है।  केंद्र सरकार द्वारा देश के सभी क्षेत्रों के समानतापूर्वक विकास व विभिन्न वर्गों के उत्थान व कल्याण की दिशा में अभूतपूर्व रूप से विभिन्न विकास परियोजनाओं व जनकल्याणकारी योजनाओं को कार्यरूप दिया गया है। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नेतृत्व में हरियाणा सरकार ने हरियाणा प्रदेश के सभी क्षेत्रों का समानता के आधार पर विकास किया है। सामाजिक व आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के उत्थान व कल्याण के लिए बेहतरीन योजनाओं को क्रियान्वित किया गया है। हरियाणा सरकार भ्रषटाचार को पूर्णरूप से समाप्त किए जाने के लिए लगातार प्रयासरत है।

अनुसूचित जाति वर्ग के लिए आउटसोर्सिंग की नौकरियों में 20 प्रतिशत आरक्षण किया गया। एट्रोसिटी के संदर्भ में अनुसूचित जाति वर्ग के पीडीतों को तत्कालीन सहायता के दृष्टिगत प्रत्येक जिला के उपायुक्त स्तर पर 50 लाख रूपये उपलब्ध रहने का प्रावधान किया गया है। अंतर्जातीय विवाह की प्रोत्साहन राशी में वृद्धि कर 02 लाख 50 हजार रूपये की गई।

 सांसद ने कहा कि कोरोना जैसे संकट समय में केंद्र सरकार ने योजनाबद्ध रूप से कार्य किया है। रेलमार्गों, हवाई मार्गों व सडकमार्गों से निरंतर रूप से आक्सीजन की आपूर्ति की गई। कोरोना को पूर्ण रूप से नियंत्रित किए जाने की दिशा में 14 वर्ष से अधिक आयु के सभी लोगों को निशुल्क रूप से कोरोना टीकाकरण कार्यक्रम एक प्रकार से केंद्र सरकार की माननीय विचारधारा को दर्शाता है।     

सांसद श्रीमती सुनीता दुग्गल ने कहा कि कृषि क्षेत्र को आर्थिक रूप से समृद्ध किए जाने की दिशा में कृषि अधिनियम कारगर प्रमाणित होंगे। किसानों को विपणन के नए अवसर प्राप्त हो सकेंगे। सांसद ने कहा कि कोरोना के परिणामस्वरूप ही न केवल भारत अपितु पूरे विश्व की आर्थिक स्थिति कमजोर हुई है। कोरोना के संकट समय में भारत ने अपने को बेहतर रूप से संभाला है।