अशोक कुमार कौशिक

 रेवाड़ी । जिला रेवाड़ी ठठेरा बस्ती का सचिन जो कि मज़दूरी का कार्य करता है  की पत्नी बबिता गत  2019 से कैंसर से पीड़ित हैं । सचिन की हैसियत नही थी कि वह अपनी पत्नी का ईलाज करवा सके, इसलिय उसने सस्ते ईलाज के लिये हरियाणा सरकार से BPL राशन कार्ड हेतु ऑनलाइन आवेदन किया। वह राज्य सरकार के उच्च अधिकारियो तक गुहार लगाता रहा, परन्तु किसी के कानों तक जु नही रेंगी।

गत 10 जनवरी को कैलाश चंद एड्वोकेट को पीड़ित की समस्या बारे जानकारी मिली। अधिवकता ने पीड़ित से मुलाकात की। अधिवक्ता को जब लगा की वह गरीब जरूरतमन्द है और पीड़ित के पास वकील की फीस के लिये पैसे भी नहीं है इसलिय उन्होंने केस की निशुल्क पैरवी का मन बनाकर जिला रेवाड़ी के न्यायालय में गत 12 जनवरी  को केस दायर कर दिया। जिसमे पहली गत 16 जनवरी रही। जब सरकार व अधिकारियो को कोर्ट के सम्मन पहुचे तो हड़कंप मच गया। तीसरी तारीख 27 जनवरी लगी। 

न्यायलय के डर से आनन फानन में अधिकारियो ने जरूरतमन्द के परिवार का BPL राशन कार्ड बना तो दिया पर अभी संशय बना हुआ है ये ऑनलाइन प्रदर्षित होगा या नही? अगर स्वास्थ विभाग (हस्पताल) में ऑनलाइन नही दिखाई दिया तो अभी पीड़ित को शायद ओर संघर्ष करना पड़े।  न्यायालय ने केस की अगली तारीख आगामी 1 फरवरी  है । पीड़ित को उम्मीद जगी है कि शायद अब उसकी पत्नी का ईलाज BPL के माध्यम से करवाया जा सकेगा, पीड़ित ने अपने अधिवकता कैलाश चंद का धन्यवाद कहा है।

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