बरोदा उपचुनाव के बाद कांग्रेस का संगठन बनाना सैलजा के लिए चेतावनी, भाजपा संगठन की जिला सूचियों पर उठ सकता है बवाल ईश्वर धामु चंडीगढ़। हरियाणा की राजनीति में सभी की नजरें भाजपा और कांग्रेस के संगठन पर लगी हुई है। बताया जा रहा है कि हरियाणा भाजपा के प्रदेश पदाधिकारियों की सूची तैयार है। इस सूची पर आला कमान ने भी अपनी मोहर लगा दी है। लेकिन बरोदा उपचुनाव के चलते यह सूची जारी नहीं की जा सकी। पश्चात पार्टी का संगठन सचिव बदले गये। अब चर्चाकार बता रहे हैं कि 24 नवम्बर के बाद कभी भी सूची जारी हो सकती है। इस सूची के साथ ही कई जिलों के पदाधिकारियों की सूची भी जारी होगी। भाजपा के पुराने कार्यकर्ताओं की नजरें प्रदेश और जिला सूची पर लगी हुई है।भाजपा से जुड़े सूत्र बताते हैं कि कई जिलों की सूची पर पुराने कार्यकर्ताओं की नजरें इसलिए टिकी हुई हैं कि भाजपा के मंडल पदाधिकारियों की सूची पर असंतोष उभर कर सामने आया है। दूसरी ओर भाजपा के उच्च स्तर पर जुड़े सूत्रों ने बताया है कि प्रदेश के पदाधिकारियों की आने वाली सूची बड़ी ही संतुलित होगी। इसमें हर क्षेत्र और वर्ग का ध्यान रखा गया है। दूसरी ओर चर्चाकारों की निगाहें कांग्रेस के संगठन पर भी लगी हुई हैं। क्योंकि कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष कुमारी सैलजा बरोदा उपचुनाव में कांग्रेेस की जीत के बाद पार्टी आला कमान के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात कर चुकी है। इसलिए यह समझा जाता है कि कुमारी सैलजा ने संगठन को लेकर भी आला कमान से चर्चा की है। कांग्रेस के सूत्र बताते हैं कि अब पार्टी को खड़ा करने की कवायद की जाएगी। चर्चाकारों ने बताया है कि संगठन ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा के समर्थकों का वर्चस्व रहेगा लेकिन रणदीप सुरजेवाला, कुलदीप बिश्रोई, किरण चौधरी व अजय यादव के समर्थकों को समान ज्ञ्रूप से जिम्मेदारी सौंपी जाएगी। यह भी जानकारी मिली है कि संगठन को लेकर कुमारी सैलजा बहुत जल्द भूपेन्द्र सिंह हुड्डा से बैठक करेगी। वैसे भी बरोदा उपचुनाव में कांग्रेस की सम्मानजनक जीत के बाद पार्टी में भूपेन्द्र सिंह हुड्डा का कद बढ़ गया है। साथ ही उनके सांसद पुत्र दीपेन्द्र हुड्डा को हरियाणा की राजनीति में स्थापित कर दिया है। ऐसे हालातों में यह भी माना जा रहा है कि कांग्रेस का संगठन खड़ा करना कुमारी सैलजा के लिए और अधिक चेतावनीपूर्ण रहेगा। Post navigation मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने किया पूर्व न्यायाधीश जस्टिस की पुस्तकों का विमोचन महामारी के बावजूद आबकारी विभाग ने जुटाया अतिरिक्त राजस्व