नवकल्प फाउंडेशन ने दाना पानी नेस्ट लगाकर मनाई हनुमान जयंती -सनसिटी परिवार सेक्टर 54 के सहयोग से लगाए नेस्ट

गुरुग्राम। प्रकृति प्रेम और जीव-जंतुओं के संरक्षण की दिशा में नवकल्प फाउंडेशन का संकल्प पूरी शिद्दत से आकार ले रहा है। फाउंडेशन द्वारा इस वर्ष 26 मार्च से आरंभ किए गए ‘दाना-पानी घोंसला अभियान’ के अंतर्गत अब तक करीब 100 घोंसले लगाए/वितरित किए जा चुके हैं। इस अभियान का लक्ष्य 500 घोंसलों तक पहुँचना है, जिसे लेकर टीम पूरी ऊर्जा और समर्पण के साथ कार्यरत है।
हनुमान जयंती के शुभ अवसर पर गुरुग्राम के सेक्टर-51 और सेक्टर-54 स्थित सनसिटी क्षेत्र में विशेष रूप से यह अभियान संचालित किया गया। पार्क नंबर-3, पार्क नंबर-5, डक पार्क, पेंसिल स्कूल और मंदिर प्लॉट (B-39) जैसे विभिन्न स्थलों पर दाना-पानी नेस्ट लगाए गए।
कार्यक्रम के दौरान नवकल्प फाउंडेशन की कला एवं संस्कृति प्रकोष्ठ की संयोजिका मीनाक्षी सक्सेना ने उपस्थितजनों को हनुमान जयंती की शुभकामनाएँ दीं और अभियान की भावना को साझा किया। उन्होंने कहा, “प्रकृति और जीव-जंतुओं की सेवा ही सच्ची मानवता है। यह घोंसले केवल पक्षियों के लिए नहीं, बल्कि मानवता के लिए एक संदेश हैं—जोड़ने का, संजोने का, और संरक्षित करने का।”
इस नेक पहल में सहभागिता करते हुए सेक्टर-51 में उमेश यादव, और सनसिटी में टीम सनसिटी परिवार ने बढ़-चढ़कर योगदान दिया।
इस अवसर पर कई प्रमुख समाजसेवियों और पर्यावरण प्रेमियों की सक्रिय सहभागिता रही जिनमें शामिल रहे — प्रो. गोपीनाथ पांडा, नीरू सहगल, राशि अहलूवालिया, स्नेह दुआ, सीमा सेठी, मधु गुप्ता, रमन मल्होत्रा, सतीश बामी, प्रवीण वाधवा, राजन आहूजा, निशांत उपाध्याय, दिनेश कौशिक, जितेंद्र शर्मा, केवल देवगन, सुशीला देवगन, राजेश माली और धर्मेंद्र सहगल। सभी ने एक सुर में इस अभियान को एक “मानवता की पुकार” करार दिया।
नवकल्प फाउंडेशन के संस्थापक अनिल आर्य ने सभी का आभार व्यक्त करते हुए कहा,
“हमारा यह अभियान एक सामूहिक संकल्प है — बेजुबानों की मदद का, और अपने पर्यावरण के प्रति जिम्मेदारी का। 2020 से आरंभ किए गए इस आंदोलन के तहत अब तक 3500 से अधिक घोंसले लगाए जा चुके हैं। हमें लगातार कॉल्स मिल रही हैं — गुरुग्राम के विभिन्न सेक्टर्स से लेकर अलवर तक। यह हमें आगे बढ़ने की प्रेरणा देते हैं। हमारा प्रयास है कि हर डिमांड पर घोंसले तुरंत उपलब्ध करवा सकें।”
नवकल्प के महासचिव डॉ. सुनील आर्य ने इस अभियान में सहयोग देने के लिए पिरामिड ग्रुप के चेयरमैन श्री दिनेश शर्मा और धर्मा फॉर लाइफ की संस्थापक डॉ. मेधावी जैन का विशेष रूप से आभार प्रकट किया।
नवकल्प फाउंडेशन का ‘दाना-पानी घोंसला अभियान’ आज केवल एक पर्यावरणीय पहल नहीं, बल्कि जनजागरूकता और मानवीय संवेदना की मिसाल बन चुका है। यह अभियान हमें सिखाता है कि छोटे प्रयास भी बड़े बदलाव का आधार बन सकते हैं।