गुरुग्राम, सतीश भारद्वाज: एक ओर जिला उपायुक्त और नगर निगम कमिश्नर शहर को स्वच्छ और सुंदर बनाने के दावे करते हुए मीडिया में अपनी उपस्थिति दर्ज करवा रहे हैं, वहीं दूसरी ओर, शहर की सड़कों पर पसरी गंदगी, जगह-जगह बने गड्ढे और ओवरफ्लो होते सीवर आमजन के लिए मुसीबत बन चुके हैं। जनता की बढ़ती नाराजगी के बावजूद प्रशासनिक उदासीनता बनी हुई है। नागरिकों का आरोप है कि प्रशासनिक अधिकारी जनहित के कार्यों में रुचि नहीं ले रहे हैं। हालांकि, जहां लेन-देन का मामला होता है, वहां अधिकारी तत्परता से कार्यवाही करते हैं। यही कारण है कि शहरवासियों में प्रशासन के प्रति गहरा आक्रोश व्याप्त है। विधायक के दावों की पोल खुलीविधायक द्वारा विकास कार्यों के बढ़-चढ़कर किए गए दावों की सच्चाई शहर की बदहाल स्थिति से साफ झलकती है। हाल ही में सूरत नगर कॉलोनी के निवासियों ने गंदगी और सीवर की समस्या को लेकर धरना प्रदर्शन किया था। समाधान शिविर में भी अपनी शिकायतें दर्ज कराई गईं, लेकिन कोई समाधान नहीं निकला। गुरुग्राम गांव की दुर्दशागुरुग्राम गांव के निवासी राजेश कुमार, सतीश शर्मा, संदेश शर्मा, प्रेम चंद, बिट्टू, बबलू, कुशलराज और राजू सैनी सहित कई नागरिकों ने बताया कि गांव की गलियों में सीवर का पानी ओवरफ्लो हो रहा है, जिससे निवासियों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। खासकर विवाह और अन्य मांगलिक कार्यक्रमों के दौरान लोगों को गंदे पानी से होकर गुजरना पड़ रहा है। गांववासियों का कहना है कि गुरुग्राम गांव अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है, लेकिन प्रशासन उनकी सुध लेने को तैयार नहीं है। लगातार शिकायतों के बावजूद जब कोई कार्यवाही नहीं होती, तो लोगों में असंतोष बढ़ना स्वाभाविक है। जनता अब सड़कों पर उतरकर अपना विरोध दर्ज कराने को मजबूर हो रही है। प्रशासन को चेतावनीस्थानीय निवासियों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही उनकी समस्याओं का समाधान नहीं हुआ, तो वे बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन करेंगे। अब देखना यह है कि प्रशासन कब तक आंखें मूंदे बैठा रहता है या फिर जनता की तकलीफों का संज्ञान लेकर ठोस कदम उठाता है। Post navigation तजिंद्रपाल सिंह वार्ड 39 से चुने गए हरियाणा सिख प्रबंधक कमेटी के सदस्य …….