एचपीएससी ने 20 दिन में जारी किए 13 भर्तियों के परिणाम, सभी को दी हाईकोर्ट में चुनौती

वेटनरी सर्जन और आयुर्वेदिक मेडिकल आफिसर पद की भर्तियों पर उठे सवाल

चंडीगढ़, 09 जनवरी। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की महासचिव, पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं सिरसा की सांसद कुमारी सैलजा ने कहा कि प्रदेश की भाजपा सरकार की बिना पर्ची-बिना खर्ची के नौकरी के दावों की उस समय हवा निकल चुकी जब हरियाणा लोकसेवा आयोग (एचपीएससी) की ओर से 20 दिन में घोषित 13 भर्तियों के परिणामों को हाईकोर्ट में चुनौती दी गई है। प्रदेश सरकार की ऐसी कोई भर्ती नहीं है जिसे लेकर हाईकोर्ट में अभ्यर्थियों की ओर से याचिका दायर न की गई हो। कही पेपर लीक हुए तो कही विभिन्न परीक्षाओं के टॉपर को परीक्षा में कम अंक देकर बाहर का रास्ता दिखाते हुए अपने चहेतों को नौकरी दी गई। कुमारी सैलजा ने सरकार से मांग की है कि एसपीएससी की भर्तियों को लेकर श्वेत पत्र जारी करें ताकि सच्चाई जनता के समक्ष आ सके।

मीडिया को जारी बयान में कुमारी सैलजा ने कहा कि सरकार का यह दावा पूरी तरह से सही नहीं है कि उसके द्वारा बिना पर्ची और बिना खर्ची के केवल योग्यता के आधार पर नौकरी दी जा रही है। एचपीएससी के तहत की गई हर प्रकार की भर्तियों पर सवाल उठते रहे है और  उन्हें हाईकोर्ट में चुनौती तक की गई है, ये याचिकाएं आज भी अदालत में विचाराधीन है। कुमारी सैलजा ने कहा कि पिछले 20 दिन में एचपीएससी ने 13 भर्तियों के परिणाम जारी किए गए और इन सभी को हाई कोर्ट में चुनौती देते हुए याचिकाएं दायर की गई। अगर सरकार ने ईमानदारी से भर्ती की होती तो अभ्यर्थियों को कोर्ट जाने की क्या जरूरत थी। कुमारी सैलजा ने कहा कि ये भाजपा सरकार कहती कुछ और करती कुछ है। आज भाजपा पर कोई भी भरोसा करने को तैयार नहीं हैं।

कुमारी सैलजा ने कहा कि इस बार पीजीटी की 12 विषयों की भर्ती के खिलाफ हाईकोर्ट में 190 याचिकाएं दायर की गई है। सरकार की ओर से जॉइनिंग कराने की तैयारी की जा रही है, अगर जॉइनिंग हो भी जाती है तो याचिकाओं का निस्तारण न होने तक उनकी नौकरी पर तलवार लटकी रहेगी। कुमारी सैलजा ने कहा कि पीजीटी मैथ की भर्ती को लेकर 33, पीजीटी बायोलॉजी के खिलाफ 31 यहां तक पीजीटी उर्दू के खिलाफ सात याचिकाएं दायर की गई है। इतना ही नहीं सिंचाई विभाग की सहायक सिविल इंजीनियर की भर्ती को लेकर भी याचिकाएं दायर की गई है। कुमारी सैलजा ने कहा कि वर्ष 2023 में वेटनरी सर्जन की भर्तियों में सरकारी की काफी किरकिरी हुई थी यहां तक कि केंद्रीय मंत्री तक ने इन भर्तियों पर सवाल उठाए थे बाद में इन भर्तियों को रद्द किया गया। इतना ही नहीं अब आयुर्वेदिक मेडिकल ऑफिसर की भर्तियों पर भी सवाल उठ रहे हैं, एचपीएससी पर आरोप लगा कि विभिन्न परीक्षाओं के टॉपर को एएमओ की भर्ती परीक्षा में जानबूझकर फेल किया गया। कुमारी सैलजा ने कहा कि प्रदेश की भाजपा सरकार के कार्यकाल में जो भी भर्ती हुई उस पर भ्रष्टाचार के आरोप लगते रहे है, फिर सरकार कैसे दावा कर सकती है कि उसने बिना पर्ची बिना खर्ची के नौकरी दी है।

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