भाजपा सरकार की सबसे बडी समस्या यह है कि वह विकास कार्यो के लिए भूमि अधिग्रहण कानून के द्वारा जमीन अधिग्रहण करने की बजाय लोगों को विकास कार्य के लिए मुफ्त जमीन देने को बाध्य करती है : विद्रोही

रेवाडी के निकट गोकलगढ़ गांव मे पंचायत ने सरकार को जमीन देने का प्रस्ताव किया था लेकिन स्वास्थ्य विभाग अनुसार वह जमीन पर्याप्त नही थी इसलिए वे ज्यादा जमीन चाहते है :   विद्रोही

8 जनवरी 2025 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष वेदप्रकाश विद्रोही ने आरोप लगाया कि कांग्रेस राज में रेवाडी के जिला सामान्य अस्पताल को 200 बैड का अस्पताल बनाने का जो निर्णय हुआ था, आज दस साल बाद भी भाजपा सरकार द्वारा उस पर अमलीजामा न पहनाना बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। विद्रोही ने कहा कि दस साल की सत्ता में भाजपा रेवाडी के जिला राजकीय सामान्य अस्पताल को 200 बैड का अस्पताल बनाने खातिर जमीन अधिग्रहित तक नही कर सकी। भाजपा सरकार की सबसे बडी समस्या यह है कि वह विकास कार्यो के लिए भूमि अधिग्रहण कानून के द्वारा जमीन अधिग्रहण करने की बजाय लोगों को विकास कार्य के लिए मुफ्त जमीन देने को बाध्य करती है जिसके चलते अहीरवाल, दक्षिणी हरियाणा सहित पूरे प्रदेश के बहुत से घोषित विकास प्रोजेक्ट अटके पडे है। रेवाडी के अहीरवाल का प्रोजेक्ट भी ऐसे ही प्रोजेक्टों में शामिल है। रेवाडी के निकट गोकलगढ़ गांव मे पंचायत ने सरकार को जमीन देने का प्रस्ताव किया था लेकिन स्वास्थ्य विभाग अनुसार वह जमीन पर्याप्त नही थी इसलिए वे ज्यादा जमीन चाहते है।  

विद्रोही ने कहा कि रेवाडी जिले में ही माजरा में एम्स का निर्माण हो रहा है। जब एम्स कार्यरूप लेगा तो स्वभाविक है कि रेवाडी प्रदेश के नक्शे पर एक मेडिकल हब के रूप में उभरेगा। इसी के मध्यनजर रेवाडी में जितनी भी स्वास्थ्य सम्बन्धित योजनाएं बने, वे भविष्य को देखकर बने ताकि इन स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार में समस्या न आये। वैसे भी एम्स बनने के बाद रेवाडी शहर का विकास, आबादी बढनी तय है। वहीं ज्यों-ज्यों बावल व धारूहेडा औद्योगिक क्षेत्रों का विकास होगा और कोसली में भी औद्योगिक क्षेत्र बनेगा, उसके मध्यनजर रेवाडी में सरकारी अस्पताल का आधारभूत ढांचा और अधिक मजबूत करने की जरूरत होगी।

विद्रोही ने कहा कि दिल्ली-जयपुर हाईवे, रेवाडी-नारनौल, जैसलमेर हाईवे पर बढ़ते यातायात व गुरूग्राम-बहरोड़ रैपिड ट्रांसपोर्ट सिस्टम के चलते इस पूरे क्षेत्र में यातायाब दबाव बढ़ेगा जिसके कारण स्वास्थ्य सेवाओं के आधारभूत ढांचे को मजबूत करने की जरूरत पडेगी। ऐसी स्थिति में भविष्य के मध्यनजर रेवाडी के सिविल अस्पताल के लिए भी इतनी जमीन अधिग्रहित हो ताकि 200 बैड के अस्पताल को आगे चलकर आवश्यकता अनुसार 500 बैड का करने में कठिनाई न हो। संयोग से इस समय हरियाणा की स्वास्थ्य मंत्री भी रामपुरा रेवाडी की निवासी आरती राव है जिसके यहां की स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार में आसानी होगी। विद्रोही ने स्वास्थ्य मंत्री आरती राव से आग्रह किया कि वे रेवाडी के राजकीय सामान्य अस्पताल के लिए इतनी जमीन अधिग्रहण करवाये जिससे भविष्य में इसी जमीन पर 500 बैड का अस्पताल भी बन सके।    

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