जब भी भारतीय जनता पार्टी अथवा केंद्र सरकार पर कांग्रेस हमला करती है तो माननीय प्रधानमंत्री जी आपातकाल को ही ढाल के रूप में प्रयोग करते हैं। लेकिन 11 वर्ष बीत जाने पर भी आपातकाल में भयंकर यातनाएं सहन करने वालों के बारे में कोई चिंता नहीं की : महावीर भारद्वाज

गुरुग्राम 16 दिसंबर – लोकतंत्र सेनानी संगठन हरियाणा की गुरुग्राम जिला इकाई द्वारा एक ज्ञापन माननीय प्रधानमंत्री के नाम उपायुक्त महोदय को सौपा है। ज्ञापन संविधान दिवस के अवसर पर भारत सरकार के सामने रखी गई कुछ मांगों के बारे में है।संगठन द्वारा ज्ञापन देने के बाद मीडिया से बात करते हुए लोकतंत्र सेनानी संगठन हरियाणा के प्रदेश अध्यक्ष महावीर भारद्वाज ने कहा कि1975 में तत्कालीन प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी ने अपनी सत्ता बचाने के लिए देश के संविधान को तार तार करते हुए देश को आपातकाल की आग में धकेल दिया था।उन्होंने कहा कि 25 जून की मध्य रात्रि को एक तानाशाह का रूप धारण करके कांग्रेस सरकार की प्रधानमंत्री ने लोकतंत्र की निर्मम हत्या कर दी थी।

श्री भारद्वाज ने बताया कि संविधान के साथ हुए इस घोर पाप को सार्वजनिक करने के लिए एक श्वेत पत्र जारी किया जाए।लोकतंत्र सेनानी संगठन के प्रदेश अध्यक्ष ने आगे बताया कि प्रधानमंत्री के नाम दिए गए ज्ञापन में प्रमुख रूप से मांग की गई है कि 1975 में आपातकाल के दौरान जिन देश भक्तों ने जेल की यात्राएं सहन की थी उन्हें स्वतंत्रता सेनानी के समान सुविधा एवं सम्मान केंद्र सरकार प्रदान करें।आपातकाल केंद्र सरकार द्वारा लगाया गया था।इसलिए केंद्र के स्तर पर ही उक्त सम्मान एवं सुविधाएं प्रदान की जानी चाहिए जिससे समूचे देश के लोकतंत्र सेनानियों को समान रूप से सम्मान मिल सके। श्री भारद्वाज ने लोकतंत्र सेनानियों की पीड़ा को व्यक्त करते हुए कहा कि जब भी भारतीय जनता पार्टी अथवा केंद्र सरकार पर कांग्रेस हमला करती है तो माननीय प्रधानमंत्री जी आपातकाल को ही ढाल के रूप में प्रयोग करते हैं। लेकिन 11 वर्ष बीत जाने पर भी आपातकाल में भयंकर यातनाएं सहन करने वालों के बारे में कोई चिंता नहीं की है।

श्री भारद्वाज ने कहा कि आपातकाल के विषय को न्यायाधीश शाह की रिपोर्ट को सार्वजनिक किया जाना चाहिए जिससे इतिहास के सच को नई पीढ़ी जान सके।इस अवसर पर लोकतंत्र सेनानी संगठन की गुरुग्राम इकाई के संरक्षक विपिन सिंगल जिला मंत्री अनिल नागपाल जिला कोषाध्यक्ष बृजमोहन गुप्ता प्रेम प्रकाश गिरधर तथा राजवीर सिंह उपस्थित थेI

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