कॉल सेंटर के मालिक/संचालक सहित कुल 03 आरोपी गिरफ्तार, कब्जा से 02 लैपटॉप व 01 मोबाईल फोन बरामद। गुरुग्राम: 04 दिसम्बर 2024 – दिनांक 03.12.2024 की रात को श्री प्रियांशु दीवान HPS सहायक पुलिस आयुक्त साईबर अपराध, गुरुग्राम के निर्देशानुसार निरीक्षक मदन लाल, प्रबंधक थाना साईबर अपराध दक्षिण गुरुग्राम की पुलिस टीम ने अपने विश्वशनीय सूत्रों के माध्यम से एक सूचना मकान नम्बर 684 दुर्गा कॉलोनी झाड़सा सैक्टर-39, गुरूग्राम में अवैध/फर्जी तरीके से कॉल सैन्टर चलाकर USA के नागरिकों को कस्टमर सर्विस देने के नाम पर धोखाधड़ी करके ठगी करने के सम्बन्ध में प्राप्त हुई। प्राप्त सूचना श्री प्रियांशु दीवान HPS, सहायक पुलिस आयुक्त साईबर अपराध, गुरुग्राम के निर्देशन में पुलिस की एक रेडिंग टीम गठित की गई और उपरोक्त सूचना में बताए गए स्थान पर चलाए जा रहे कॉल सेंटर पर रेड़ की। रेड़ के दौरान उक्त कॉल सेंटर फर्जी/अवैध तरीके से संचालित होना तथा विदेशी नागरिकों को तकनीकी सहायता देने के नाम पर धोखाधड़ी करके ठगी करना पाया जाने पर कॉल सेंटर के मालिक/संचालक सहित कुल 03 आरोपियों को कॉल सेंटर से काबू किया गया। पुलिस टीम द्वारा कॉल सेंटर से काबू किए गए आरोपियों की पहचान अमनदीप सिहँ उर्फ प्रिन्स (उम्र-34 वर्ष) निवासी टैगोर गार्डन एक्सटैन्शन (नई दिल्ली), पलविन्द्र सिहँ (उम्र-25 वर्ष) निवासी संतगढ, तिलक नगर (नई दिल्ली) व ईशव घई (उम्र-25 वर्ष) निवासी संन्त गढ, तिलक नगर (नई दिल्ली) के रुप मे हुई। पुलिस टीम द्वारा आरोपियों के खिलाफ धारा 318(4), 319 BNS व IT एक्ट के तहत थाना साईबर अपराध दक्षिण, गुरुग्राम में अभियोग अंकित करके आरोपियों को अभियोग में नियमानुसार गिरफ्तार किया गया। आरोपियों से पुलिस पूछताछ में ज्ञात हुआ कि आरोपी अमनदीप सिंह उर्फ प्रिन्स इस कॉल सैन्टर का मालिक है तथा यह अपने उपरोक्त साथियों/कर्मचारियों के साथ मिलकर इस कॉल सैंटर को चलाता है। कॉल सेंटर मलिक अपने अन्य साथियों को प्रतिमाह 35 हजार रुपए वेतन तथा ठगी गई राशि का 1 प्रतिशत कमीशन देता था। कॉल सेंटर के मालिक/संचालक से पुलिस पूछताछ में यह भी ज्ञात हुआ कि यह अगस्त -2024 से अपने साथी आरोपियों के साथ मिलकर यह काम कर रहा है। ये लोग विदेशी मूल के नागरिकों को Tech. Support की कस्टमर केयर सर्विस प्रदान करने के नाम पर ठगी करते है। आरोपी वेंडर के माध्यम से विदेशी नागरिकों के कंप्यूटर में Pop-Up के माध्यम से ऐड भेजते हैं। Pop-Up में टोल फ्री नंबर (TFN) होता है। विदेशी नागरिकों द्वारा टोल फ्री नंबर पर कॉल करने पर VLCL Dialer, Xlite, Eyebem के माध्यम से कॉल इनके कॉल सेंटर पर आती है। ये लोग विदेशी नागरिकों को खुद को एक नामी कम्पनी का प्रतिनिधि बताकर उनकी समस्या दूर करने के नाम पर उनके कंप्यूटर में Ultra Viewer एप्लिकेशन डाउनलोड करवाकर विदेशी नागरिकों के कंप्यूटर सिस्टम का रिमोट एक्सेस प्राप्त कर लेते है फिर उनका कंप्यूटर हैक करने की बात कहकर व उनकी उस समस्या को दूर करने के नाम पर उनसे 100-500 डॉलर तक के गिफ्ट कार्ड खरीदवा लेते है और ये उनसे खरीदे गए गिफ्ट कार्ड का नंबर पूछ लेते है फिर इनके अन्य साथी द्वारा उन गिफ्ट कार्ड को रिडीम करवा लिया जाता है। पुलिस टीम द्वारा आरोपियों के कब्जा से इस जालसाजी में प्रयोग किए जाने वाले 02 लैपटॉप व 01 मोबाईल फोन बरामद किए गए है। आरोपियों को आगामी कार्यवाही के लिए माननीय अदालत के सम्मुख पेश किया जाएगा। अभियोग अनुसन्धानाधीन है। Post navigation रियल एस्टेट की दिग्गज कंपनी ओरिस तथा थ्री सी शेल्टर्स के ठिकानों पर इडी की रेड मे मर्सिडीज गाड़ियो सहित अकाउंट भी हुए फ्रीज गुरुग्राम ज़िला प्रशासन ने सर्दी से बचाव के लिए जारी की एडवाइजरी