-कमलेश भारतीय

पिछले कुछ दिनों से हरियाणा में दो बहुत ही शर्मनाक घटनायें सामने आई हैं, जो सैक्स रैकेट और यौन शोषण से जुड़ी हैं और वह भी अपने मातहतों के साथ ! महिला पुलिस कर्मियों ने अपने ही एसपी के खिलाफ यौन शोषण की शिकायत की, जिसके चलते उन महानुभाव का तबादला रेलवे में कर दिया गया, बस, इतनी सी सज़ा और मामला रफा दफा ! न रहा बांस, न बजे बांसुरी ! हरियाणा महिला आयोग की अध्यक्ष रेणु भाटिया इसी को बड़ी उपलब्धि मान रही हैं और महिला पुलिस कर्मियों को खुलकर बताने का खुला न्यौता दे रही हैं । यह बहुत ही शर्मनाक घटनायें हैं, जैसे काले दाग़, जो किसी भी तरह अच्छे नहीं कहे जा सकते हैं ! इसी तरह हांसी के एसडीएम कुलभूषण बंसल की पोल‌ खुली कि वे फतेहाबाद से किसी छोटे कर्मचारी को बुलाकर मसाज करवाते हैं, वह भी वहां जिसे प्राइवेट पार्ट कहा जाता है और न करने पर गन प्वाइंट पर करवाते रहे ।

आखिरकार तंग आकर उस मातहत कर्मचारी ने वीडियो ही वायरल कर दिया और सरकार ने तुरंत प्रभाव से सस्पेंड किया और अब गिरफ्तारी के बाद कोर्ट में भी पेश कर दिया है । यह कितनी गिरी हुई हरकत और क्यों ? एक उच्च पद पर बैठे व्यक्ति से फिर कैसी उम्मीद? कार्यालयों में महिला पुलिस कर्मचारी ही सुरक्षित नहीं तो वे दूसरों को कितनी सुरक्षा प्रदान कर सकती हैं ? यहां तो बाड़ ही खेत को खा रही है ! दूर क्यों जायें, एक डेरे के बाबा भी तो यौन उत्पीड़न के चक्कर में जेल में हैं और एक और बाबा भी छोटी बच्ची से ऐसा ही उत्पीड़न करने पर सलाखों के पीछे हैं ! ये कौन सा उपदेश देते हैं और भक्त अंधभक्ति क्यों करते हैं ? तभी तो आजकल कहा जाता है :

उठो द्रौपदी ! अब तुम्हे बचाने
कृष्ण नहीं आयेंगे !
तुम्हे़ ही उठाने होंगे शस्त्र!
उठो द्रौपदी!
-पूर्व उपाध्यक्ष, हरियाणा ग्रंथ अकादमी। 9416047075

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