हरियाणा चुनाव को लेकर दिल्ली में बीजेपी और राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ की अहम बैठक

मोदी अगस्त में कर सकते हैं हरियाणा का दौरा

राज्यसभा में पंजाब के सिख नेता रवनीत बिट्टू को भेजने पर हरियाणा भाजपा में आंतरिक विरोध शुरू

अशोक कुमार कौशिक 

हरियाणा विधानसभा चुनाव में जीत हासिल करने के लिए भारतीय जनता पार्टी ने सियासी बिसात बिछानी शुरू कर दी है। इसी कड़ी में दिल्ली में बीजेपी और राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ की अहम बैठक हुई। यह बैठक लगभग साढ़े पांच घंटे चली। इसमें आरएसएस की तरफ से सह सरकार्यवाह अरुण कुमार और हरियाणा के सभी वरिष्ठ संघ अधिकारी शामिल हुए थे। उधर विधानसभा चुनाव में जुटी भाजपा की तैयारियों को धार देने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी अगस्त में हरियाणा का दौरा कर सकते हैं। राज्यसभा सीट को लेकर पंजाब के सिख नेता रवनीत बिट्टू को भेजे जाने पर भाजपा में आंतरिक विरोध शुरू हो गया है।

हरियाणा भाजपा ने पीएम मोदी से समय मांगा है। भाजपा की योजना पीएम से हिसार एयरपोर्ट का उद्घाटन करने की है। हिसार एयरपोर्ट का निर्माण अंतिम चरण में है। हरियाणा सरकार का दावा है कि अगस्त में हिसार एयरपोर्ट का काम पूरा हो जाएगा। उड़ानों को लेकर करार पहले ही किया जा चुका है। पहले चरण में पांच शहरों के लिए उड़ानें शुरू की जानी है।

उल्लेखनीय है कि भाजपा विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जोर-शोर से जुटी हुई है। लोकसभा चुनाव के बाद शाह दो बार हरियाणा का दौरा कर चुके हैं। संसद का सत्र खत्म होने के बाद केंद्रीय नेताओं की ड्यूटी भी हरियाणा में लग जाएगी और उनके दौरे शुरू हो जाएंगे।

हालांकि बीजेपी आरएसएस के बीच बैठक आम बात है। लेकिन हरियाणा विधानसभा चुनाव नजदीक है, ऐसे में ये बैठक बेहद खास हो जाती है।

मुख्यमंत्री समेत बीजेपी के कई बड़े नेता शामिल

वहीं बीजेपी की तरफ से राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष, मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, हरियाणा चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान, सह प्रभारी विप्लव देव, केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर, हरियाणा बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मोहनलाल बडोली और संगठन महामंत्री फणीन्द्र नाथ शर्मा मौजूद रहे।

विधानसभा चुनाव में जीत की तैयारी शुरू

बता दें कि इस साल की शुरुआत में ही आलाकमान ने मनोहर लाल खट्टर को मुख्यमंत्री पद से हटाकर नायब सिंह सैनी को हरियाणा का मुख्यमंत्री बनाया था। वहीं अब एक बार फिर विधानसभा चुनाव में जीत हासिल करने के लिए बीजेपी ने तैयारियां शुरु कर दी है। इसको लेकर सोमवार शाम को दिल्ली में बीजेपी और आरएसएस के बीच बैठक हुई।

हरियाणा की 90 सीटों पर चुनाव

जानकारी के मुताबिक इस साल के अंतिम माह तक हरियाणा की 90 सीटों पर चुनाव होगा। वहीं लोकसभा के बाद विधानसभा चुनावों के लिए सभी दल तैयार हैं। जिसको लेकर अलग-अलग राजनीतिक दल अपने सियासी जोड़-तोड़ में लग गए हैं। सीटों के बंटवारें पर भी चर्चा शुरू हो गई है। बता दें कि लोकसभा में बीजेपी पूर्व बहुमत हासिल नहीं कर पाई थी, हालांकि एनडीए गठबंधन ने सरकार बना ली है।

स. रवनीत सिंह बिट्टू को हरियाणा से राज्यसभा भेजने के प्रयासों का आंतरिक विरोध शुरू, कार्यकर्ताओं में बढ़ सकती है नाराजगी

केंद्रीय रेल और खाद्य प्रसंस्करण एवं उद्योग राज्य मंत्री स. रवनीत सिंह बिट्टू को हरियाणा से राज्यसभा भेजने के भाजपा के प्रयासों का आंतरिक विरोध शुरू हो गया है। हरियाणा की एकमात्र खाली सीट से राज्यसभा जाने का सपना देख रहे भाजपा नेताओं को जब रवनीत सिंह बिट्टू को यहां से राज्यसभा भेजने की तैयारी का पता चला तो उन्होंने इस पर ये कहते हुए सवाल खड़े कर दिए कि पंजाब ने हमेशा हरियाणा के हितों की अनदेखी की है। हरियाणा और पंजाब सरकारों के बीच एसवाईएल नहर के पानी का विवाद साढ़े चार दशक से लंबित है। एसवाईएल के अलावा अलग राजधानी और हाई कोर्ट सहित विभिन्न मुद्दों पर पंजाब के नेताओं की हरियाणवियों से अलग राय होती है।

रवनीत बिट्टू आनंदपुर साहिब और लुधियाना से तीन बार कांग्रेस के टिकट पर सांसद रहे हैं। ऐसे में अगर उन्हें हरियाणा में भाजपा सिख चेहरे के रूप में स्थापित करेगी तो इससे पार्टी के साथ पहले से जुड़े सिख नेताओं व राज्यसभा की दौड़ में शामिल पार्टी के समर्पित नेताओं व कार्यकर्ताओं में नाराजगी बढ़ेगी। राज्यसभा के लिए रवनीत बिट्टू का नाम आने के बाद हरियाणा के भाजपा नेताओं ने पार्टी हाईकमान के समक्ष अपनी आपत्ति दर्ज करा दी है।

साथ ही हरियाणा और पंजाब के बीच चल रहे अंतरराज्यीय विवादों का हवाला देते हुए कहा है कि यदि राज्यसभा में किसी हरियाणवी को नहीं भेजा गया तो विधानसभा चुनाव में इसका नुकसान हो सकता है। भाजपा यदि किसी सिख को ही राज्यसभा में भेजना चाहती है तो वह हरियाणा मूल का होना जरूरी है। पिछले दिनों कांग्रेस नेत्री किरण चौधरी और उनकी बेटी श्रुति चौधरी भाजपा में शामिल हुए हैं। श्रुति चौधरी राज्यसभा की प्रबल दावेदार हैं।

हिसार में लोकसभा के टिकट से वंचित भाजपा नेता कुलदीप बिश्नोई भी राज्यसभा के टिकट के प्रबल दावेदार हैं, जबकि विधानसभा स्पीकर डा. ज्ञानचंद गुप्ता भी दिल्ली दरबार की लगातार परिक्रमा कर रहे हैं। भाजपा के सिख नेताओं में मनिंदरजीत सिंह सिरसा के साथ ही पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रो. रामबिलास शर्मा, पूर्व मंत्री कैप्टन अभिमन्यु, राष्ट्रीय सचिव ओमप्रकाश धनखड़, पूर्व सांसद सुनीता दुग्गल, पूर्व सांसद डा. अशोक तंवर, मनीष ग्रोवर और पूर्व सांसद संजय भाटिया के नाम राज्यसभा के दावेदारों में लिए जा रहे हैं।

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