आईटी, रिटेल, मीडिया एंड एंटरटेनमेंट, पहनावा, ब्यूटी, हेल्थ केयर, टूरिज्म, कृषि, बैंकिंग एंड फाइनेंस, सिक्योरिटी और ऑटोमोटिव सहित 15 सेक्टर में होगी रेजिडेंशियल ट्रेनिंग। सोमवार से पहले बैच का प्रशिक्षण शुरू, प्रदेश भर से 280 वोकेशनल टीचर पहुंचे। वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक पलवल : श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय हरियाणा के 1074 स्कूलों में कार्यरत 2106 वोकेशनल टीचर्स को ट्रेनिंग देगा। यह पांच दिवसीय ट्रेनिंग 15 सेक्टर के वोकेशन में प्रदान की जाएगी। सोमवार को पहले बैच का प्रशिक्षण शुरू हुआ। इसमें प्रदेश भर से 280 शिक्षक भाग ले रहे हैं। विश्वविद्यालय के मूल्यांकन एवं प्रमाणन विभाग द्वारा आयोजित इस प्रशिक्षण से हरियाणा के सरकारी स्कूलों में वोकेशनल एजुकेशन को और अधिक प्रभावी एवं व्यवहारिक बनाने का लक्ष्य रखा गया है। यह प्रशिक्षण विविध वोकेशनल प्रोग्राम को राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुरूप बनाने के उद्देश्य भी पूरे करेगा। प्रशिक्षण सत्र का उद्घाटन करते हुए श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के अकादमिक अधिष्ठाता प्रोफेसर आर एस राठौड़ ने कहा कि कौशल से ही कुशल भारत की कल्पना की जा सकती है। जब वोकेशनल टीचर कुशल होंगे, तभी विद्यार्थी अधिक कुशल बनेंगे। प्रोफेसर आर एस राठौड़ ने कहा श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. राज नेहरू के नेतृत्व में इस विश्वविद्यालय में कौशल शिक्षा का उत्कृष्ट इको सिस्टम तैयार हुआ है। यहां प्रशिक्षण लेने के बाद सभ वोकेशनल टीचर स्कूलों में जाकर और बेहतर तरीके से कार्य करेंगे, इसका विद्यार्थियों को सीधा लाभ मिलेगा। शिक्षा शास्त्र के अधिष्ठाता प्रोफेसर ऋषिपाल ने कहा कि इंडस्ट्री में बहुत तेजी से बदलाव हो रहे हैं। इनकी अपडेशन के लिए ऐसे प्रशिक्षण बहुत आवश्यक हैं। प्रोफेसर ऋषिपाल ने कहा कि हमारे देश की आबादी बहुत तेजी से बढ़ती जा रही है। यदि हम बच्चों को अच्छे स्किल नहीं देंगे तो वह निगेटिव स्किल सीख सकते हैं। इसलिए ज्यादा से ज्यादा बच्चों और युवाओं को आजीविका से जुड़ी स्किल देनी जरूरी हैं। मूल्यांकन एवं प्रमाणन विभाग की संयुक्त निदेशक शिक्षा गुप्ता ने बताया कि कुलपति डॉ. राज नेहरू एवं कुलसचिव प्रोफेसर ज्योति के नेतृत्व में हमें प्रदेश के 2106 वोकेशनल टीचर को ट्रेनिंग देने का बहुत महत्वपूर्ण लक्ष्य मिला है। इसके लिए बैच बना कर प्रशिक्षण दिया जाएगा। आज पहला बैच शुरू हुआ है। संयुक्त निदेशक शिखा गुप्ता ने बताया कि आईटी, रिटेल, मीडिया एंड एंटरटेनमेंट, पहनावा, ब्यूटी, हेल्थ केयर, टूरिज्म, कृषि, बैंकिंग एंड फाइनेंस, सिक्योरिटी और ऑटोमोटिव सहित 15 सेक्टर में यह रेजिडेंशियल प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस प्रशिक्षण अभियान के लिए संयुक्त निदेशक शिखा गुप्ता ने हरियाणा स्कूल शिक्षा परियोजना परिषद का आभार ज्ञापित किया। इस अवसर पर बैंकिंग एंड फाइनेंस विभाग के अध्यक्ष डॉ. समर्थ सिंह, डॉ. योगेश वर्मा, डॉ. मोहित श्रीवास्तव, मूल्यांकन एवं प्रमाणन विभाग की ओर से रिजल्ट मैनेजर आरती कौल, क्वालिटी हेड सचिन, रजनी, हीना और जितेंद्र भी उपस्थित थे। Post navigation कौशल शिक्षा का देश के विकास में बड़ा योगदान : डॉ. राज नेहरू एसीबी की टीम ने पलवल में कार्यरत क्लर्क दीपक कुमार को ₹14000 की रिश्वत लेते रंगे हाथों किया गिरफ्तार