हरियाणा के सीएम नायब सैनी ने विधायक दौलताबाद के निधन पर शोक जताया है। सैनी ने लिखा-”बादशाहपुर के विधायक और विधानसभा में प्रमुख सहयोगी रहे राकेश दौलताबाद जी के आकस्मिक निधन से आहत और स्तब्ध हूं। राकेश जी के अचानक चले जाने से हरियाणा की राजनीति में एक शून्यता आई है। ईश्वर उन्हें अपने श्री चरणों में स्थान दें।परिवारजनों और समर्थकों को दु:ख सहन करने की शक्ति प्रदान करें।” गुरुग्राम ,सतीश भारद्वाज : हरियाणा गुड़गांव जिले की बादशाहपुर विधानसभा से निर्दलीय विधायक राकेश दौलताबाद का शनिवार को हार्ट अटैक से निधन हो गया है। उनके करीबियों के अनुसार उनकी मौत सुबह करीब 10 बजे हुई है। राकेश दौलताबाद, बादशाहपुर से आजाद उम्मीदवार के रूप में जीत कर विधानसभा पहुंचे थे। मिली जानकारी के अनुसार शनिवार सुबह 10 बजे राकेश दौलताबाद को हार्ट अटैक आया था, जिसके बाद उन्हें निजी अस्पताल ले जाया गया। जहां इलाज के दौरान राकेश की मौत हो गई। गुरुग्राम के पालम विहार मणिपाल अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली। दौलताबाद ने 2019 के विधानसभा चुनावो में बादशाहपुर विधानसभा सीट से जीत दर्ज की थी। जिसके बाद उन्होंने भाजपा सरकार को समर्थन दिया था। और उन्हें एग्रो फूड का चेयरमैन भी बनाया गया था। दौलताबाद ने बतौर निर्दलीय विधायक रहते हुए पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के नेतृत्व में बनी भाजपा की सरकार को बिना शर्त समर्थन दिया था। इसके बाद जब जजपा से गठबंधन टूटा तब भी नायब सैनी के नेतृत्व में बनी सरकार का उन्होंने समर्थन दिया। हालांकि 3 निर्दलीय विधायकों के द्वारा कांग्रेस को समर्थन दिए जाने के ऐलान के साथ दौलताबाद के नाम की भी चर्चा हुई, लेकिन वह इस समर्थन में शामिल नहीं हुए। उन्होंने बाद में एक वीडियो जारी कर भाजपा सरकार का ही समर्थन करने का ऐलान किया था। कोराना काल के दौरान आधारभूत सुविधाओं में शामिल बिजली, सड़क, पानी, जैसी समस्याओं को दूर करने के लिए निर्दलीय विधायक राकेश दौलताबाद ने अनूठी पहल की थी। विधायक ने ऐलान किया था कि उनके क्षेत्र में बिजली, पानी, सीवर और सड़क विभाग से जुड़े कार्यों में अच्छे काम करने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों को 25 लाख रुपए बतौर इनाम दिया जाएगा। विधायक राकेश दौलताबाद के मुताबिक क्षेत्र में बिजली, पानी, सीवर और सड़क से जुड़े महकमों के जिस अधिकारी को स्थानीय लोगों की ओर से अच्छी रेटिंग दी जाएगी, वो इनामी राशि का हकदार होगा। उन्होंने बताया कि यह फैसला इसलिए लिया गया था ताकि अधिकारी या कर्मचारी जनता की शिकायतों को जल्द से जल्द और बेहतर तरीके से दूर करें। हरियाणा के सीएम नायब सैनी ने विधायक दौलताबाद के निधन पर शोक जताया है। सैनी ने लिखा-”बादशाहपुर के विधायक और विधानसभा में प्रमुख सहयोगी रहे राकेश दौलताबाद जी के आकस्मिक निधन से आहत और स्तब्ध हूं। राकेश जी के अचानक चले जाने से हरियाणा की राजनीति में एक शून्यता आई है। ईश्वर उन्हें अपने श्री चरणों में स्थान दें।परिवारजनों और समर्थकों को दु:ख सहन करने की शक्ति प्रदान करें।” वहीं उनके अचानक निधन के समाचार से राजनीति गलियारों में दुख की लहर दौड़ रही है। Post navigation मतदाताओं की सुविधा का रखा गया है पूरा ध्यान-डीसी निशांत कुमार यादव पोस्टल बैलेट पेपर से 3328 में से 1529 कर्मचारियों और अधिकारियों ने किया मतदान