कुलपति डॉ. राज नेहरू ने सौंपे बी. वॉक रोबोटिक्स एंड ऑटोमेशन तथा मेकेट्रोनिक्स के विद्यार्थियों को नियुक्ति पत्र। ऑन द जॉब ट्रेनिंग ने बना दिया विद्यार्थियों का भविष्य। वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक पलवल : तीन साल में फीस भरी 33 हजार रुपए और ऑन द जॉब ट्रेनिंग में स्कॉलरशिप से कमाए 2 लाख रुपए। इतना ही नहीं कोर्स पूरा होने से पहले नौकरी का नियुक्ति पत्र हाथ में आ गया। सफलता और मुनाफे का यह स्वाद चखा श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों ने। बी. वॉक रोबोटिक्स एंड ऑटोमेशन तथा बी. वॉक मेकेट्रोनिक्स के दस विद्यार्थियों को शुक्रवार को कुलपति डॉ. राज नेहरू ने नियुक्ति पत्र सौंपे तो उनके चेहरे पर खुशी देखने लायक थी। कुलपति डॉ. राज नेहरू ने कहा कि श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के मॉडल की यही विशेषताएं हैं, विद्यार्थियों को फीस बहुत कम चुकानी पड़ती है और ऑन द जॉब ट्रेनिंग के दौरान उन्हें उससे ज्यादा स्कॉलरशिप मिल जाती है। यह ऑन द जॉब ट्रेनिंग की विशेषता ही है कि विद्यार्थियों को प्रोग्राम पूरा होने से पहले ही नियुक्ति पत्र मिल जाते हैं। उन्होंने विद्यार्थियों से नवाचार के साथ आगे बढ़ते रहने के लिए प्रेरित किया। कुलपति डॉ. राज नेहरू ने विद्यार्थियों को भविष्य के बदलते परिवेश और चुनौतियों के लिए तैयार रहने के लिए प्रेरित किया और विद्यार्थियों को नियुक्ति के लिए शुभकामनाएं दी। कुलपति डॉ. राज नेहरू ने बी. वॉक रोबोटिक्स एंड ऑटोमेशन के गौरव, आदित्य सिंह, अविनाश आनंद, मुकुल कुमार, आकाश सिंह, प्रफुल्ल गौरव और दीपक को नियुक्ति पत्र सौंपे। बी. वॉक मेकेट्रोनिक्स के तीन विद्यार्थियों को नियुक्ति मिली है। इनमें विकास शर्मा, अभिषेक यादव और राज सिंह के नाम शामिल हैं। इन विद्यार्थियों को एडीसॉफ्ट टेक्नोलॉजिक्स और ओरेंजवुड ने नियुक्त किया है। छठे सेमेस्टर में ही नियुक्ति पत्र मिलने पर विद्यार्थी फूले नहीं समा रहे। बी. वॉक रोबोटिक्स के विद्यार्थी आदित्य सिंह ने कहा कि छह सेमेस्टर में हमने कुल 33 हजार रुपए फीस भरी, लेकिन ऑन द जॉब ट्रेनिंग में 2 लाख रुपए स्कॉलरशिप में कमाए। इस दौरान न केवल स्किल सीखने को मिली बल्कि इंडस्ट्री के बारे में काफी कुछ जानने को मिला। दीपक का कहना है कि पढ़ाई के बाद रोजगार हासिल करना बड़ी चुनौती होती है, लेकिन हमें कोर्स पूरा होने से पहले कंपनियों ने यहीं आकर प्लेसमेंट दी है। सभी विद्यार्थियों ने कुलपति डॉ. राज नेहरू के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित की। इंडस्ट्री इंटीग्रेशन की उप निदेशक डॉ. वैशाली माहेश्वरी ने नियुक्ति पाने वाले सभी विद्यार्थियों को शुभकामनाएं देते हुए मेहनत और विजन के साथ आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। इस अवसर पर शंशबीर डागर और अनिल जांगड़ा भी उपस्थित थे। Post navigation 80 हजार विद्यार्थियों का मूल्यांकन करेगा श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय…….. लोगों ने जो ताकत दी है उससे हरियाणा में सरकार बदल देंगे – भूपेंद्र हुड्डा