राष्ट्रीय स्तर पर गणतंत्र दिवस की फुल ड्रेस रिहर्सल में शामिल रही हरियाणा की झांकी

झांकी में दिखी विकसित हरियाणा की झलक

आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ डिजिटल हरियाणा को किया गया प्रदर्शित

नई दिल्ली, 23 जनवरी– ‘जय हरियाणा, विकसित हरियाणा’ गीत की गूंज मंगलवार को दिल्ली के कर्तव्य पथ पर सुनाई दी। मौका था दिल्ली में गणतंत्र दिवस समारोह की फुल ड्रेस रिहर्सल का, जिसमें हरियाणा प्रदेश की झांकी को लगातार तीसरी बार शामिल होने का गौरव प्राप्त हुआ है। इस वर्ष हरियाणा की झांकी का थीम ‘मेरा परिवार-मेरी पहचान’ रखा गया है।

दिल्ली के कर्तव्य पथ पर मंगलवार को गणतंत्र दिवस परेड की फुल ड्रैस रिहर्सल आयोजित की गई जिसमें केन्द्र सरकार के विभिन्न मंत्रालयों के अलावा देश के अलग-अलग राज्यों की झांकियां भी प्रदर्शित की गई। इसमें हरियाणा की झांकी भी शामिल थी। हरियाणा की झांकी के साथ दोनों तरफ हरियाणवी पारम्परिक वेशभूषा में महिला कलाकार हरियाणवी नृत्य करती नजर आती है। इस दौरान हरियाणवी बोली में गीत भी बजता है, जिसके बोल है, ‘जय हरियाणा, विकसित हरियाणा, सीधे साधे लोग है इसके, दूध दही का पीणा खाणा, सुंदर सड़कें समतल चौड़ा, यातायात का ताना-बाना, पल-पल चलती रेल मेट्रो सुगम सभी का आना-जाना, सुख, समृद्धि, खुशहाली और अमन चैन का यहां ठिकाना, वर्तमान है उज्जवल इसका, भविष्य सुरक्षित सबने माना, इतना सब कुछ मेरे सुबे में क्युं ना मन चाहवै इतराणा–जय हरियाणा’।       

राज्य सरकार के प्रवक्ता के अनुसार हरियाणा की झांकी को इस वर्ष लगातार तीसरी बार राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित गणतंत्र दिवस परेड में शामिल किया गया है। झांकी के अग्रणी भाग (ट्रैक्टर) में एक स्कूली छात्रा दर्शायी गई है, जिसके हाथ में टैबलेट है, जो डिजिटल हरियाणा का प्रतीक है। ध्यान रहे कि राज्य सरकार ने अपने महत्वकांक्षी ई-अधिगम कार्यक्रम के तहत सरकारी स्कूलों में 10वीं से 12वीं कक्षा में पढ़ने वाले पांच लाख से अधिक विद्यार्थियों को नि:शुल्क टैबलेट वितरित कर रिकॉर्ड कायम किया था। इसके पीछे सरकार की सोच यही थी कि सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थी डिजिटल रूप से शिक्षा ग्रहण कर सकें। इसके अलावा इस अग्रणी भाग में ही नीचे के हिस्से में परिवार पहचान पत्र के माध्यम से आमजन मानस को आसानी से मिलने वाली सुविधाओं तथा सेवाओं को दर्शाया गया है। उदाहरण के तौर पर परिवार पहचान पत्र में दर्ज डाटा के हिसाब से पात्र परिवारों को राशन वितरण, पेंशन, वृद्धावस्था सम्मान भत्ता, आयुष्मान भारत योजना, छात्रवृति, सब्सिडी आदि का लाभ आसानी से मिल पा रहा है।       

झांकी के पीछे वाले भाग (ट्राला) पर सबसे पहले हरियाणा में फूलों की खेती करती महिला किसान दर्शाई गई है जो कि आधुनिक खेती के साथ-साथ महिला सशक्तिकरण का परिचायक है। प्रवक्ता ने बताया कि इस भाग के बीच वाले हिस्से में इंटरनेशनल सोलर अलॉयंस का हरियाणा में स्थापित मुख्यालय को दर्शाया गया है। यह मुख्यालय गुरुग्राम जिला के गांव ग्वाल पहाड़ी के निकट बनाया गया है। यह मुख्यालय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की पहल पर सौर संसाधन सम्पन्न देशों के बीच उनकी विशेष ऊर्जा आवश्यकताओं को पूरा करने में सहयोग के लिए एक मंच प्रदान करता है। यही नहीं, झांकी के मध्य और अंतिम भाग में हरियाणा में मजबूत होते इंफ्रास्ट्रक्चर को दर्शाया गया है, जिसमें मुख्य रूप से बेहतर सड़कों विशेषकर हाईवे का जाल बिछाने और मेट्रो रेल सेवा को शामिल किया गया है। इस झांकी में प्रदेश के अर्बन डेवलपमेंट के अनूठे मॉडल को भी जगह मिली है। इसके अलावा, प्रदेश में बने इंडस्ट्रियल फ्रेंडली माहौल की वजह से बढ़ रहे ओद्यौगिकीकरण को भी दिखाया गया है। इस भाग के नीचे वाले हिस्से में दोनों तरफ हिसार के राखीगढ़ी में की जा रही खुदाई को दर्शाया गया है जहां पर सिन्धु घाटी सभ्यता तथा हड़प्पा पूर्व की सभ्यता के अवशेष मिले है।       

दिल्ली के कर्तव्य पथ पर 26 जनवरी को होने वाली राष्ट्रीय स्तर की गणतंत्र दिवस परेड को देखने वाले लोगों को हरियाणा की इस पौराणिक और आधुनिकता के समावेश वाली झांकी को देखने का मौका मिलेगा। चूंकि भारत की इस परेड को देश व दुनिया में देखा जाता है, इसलिए हरियाणा की संस्कृति के साथ-साथ इंफ्रास्टक्चर, कृषि, ओद्यौगिकीकरण में आ रही आधुनिकता का संदेश इस झांकी के माध्यम से देश व दुनिया में जाएगा।

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