‘अपनी डफली-अपना राग’ की तर्ज पर हरियाणा कांग्रेस अंतद्वदों में उलझ ना जाए कांग्रेस खेल, एसआरके और हुड्डा गुट के बीच सियासी जंग में बाबरिया भी बने पार्टी अशोक कुमार कौशिक हाल ही में संपन्न हुए विधानसभा चुनाव में छत्तीसगढ़ मध्य प्रदेश राजस्थान में कांग्रेस को मिली पराजय के बाद भी लगता है कांग्रेस ने कोई सबक नहीं लिया। आपसी खींचतान और गुटबाजी के चलते कांग्रेस ने जीती हुई बाजी अपने हाथ से खोल दी। हरियाणा में लोकसभा और विधानसभा चुनावों को लेकर सरगर्मियां तेज होती जा रही हैं। वहीं प्रदेश कांग्रेस के बीच खींचतान भी अब बढ़ती साफ दिख रही है। कुमारी सैलजा, रणदीप सुरजेवाला, किरण चौधरी गुट और भूपेंद्र सिंह हुड्डा गुट पूरी तरह से सक्रिय दिखाई दे रहे हैं। एक तरफ जहां हुड्डा गुट ‘घर-घर कांग्रेस, हर घर कांग्रेस’ अभियान 15 जनवरी से चला रहा है तो वहीं दूसरी तरफ सैलजा-रणदीप-किरण गुट कांग्रेस संदेश यात्रा भी शुरू कर चुका है। इसकी शुरुआत बुधवार को हिसार से हो चुकी है। ये यात्रा प्रदेश की 10 लोकसभा क्षेत्रों को कवर करने वाली है। कांग्रेस संदेश यात्रा का एसआरके गुट की तरफ से जो पोस्टर जारी किया गया है। उसमें पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष चौधरी उदयभान का फोटो गायब है। इससे एक बार फिर गुटबाजी को हवा मिलती दिख रही है। एसआरके गुट के पोस्टर में कुमारी शैलजा, रणदीप सुरजेवाला, कुमारी शैलजा के साथ-साथ श्रुति चौधरी की फोटो भी लगाई गई है। इसके साथ ही कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और पार्टी नेता राहुल गांधी की तस्वीर दिखाई दे रही है। गुटबाजी और पोस्टर को लेकर प्रदेश कांग्रेस के प्रधान उदयभान से नारनौल में मीडिया ने 15 जनवरी को प्रश्न भी किए थे। दोनों गुटों से जुड़े लोग एक दूसरे के कार्यक्रमों में शामिल नहीं होते। न हीं उनके द्वारा जारी किए गए पोस्टरों में एक दूसरे की तस्वीर भी गायब मिलती है। एसआरके ग्रुप की यात्रा को नकार चुके हैं बाबरिया बता दें कि प्रदेश कांग्रेस प्रभारी दीपक बाबरिया पहले ही एसआरके ग्रुप की यात्रा को नकार चुके हैं। उनकी तरफ से बाकायदा कार्यकर्ताओं को चिट्ठी भेजी गई थी, जिसमें उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा था कि वो अपना समय कांग्रेस पार्टी के कार्यक्रमों में दें। पार्टी से हटकर कोई भी कार्य अस्वीकार्य होगा। सियासी जंग में बाबरिया भी बने पार्टी हरियाणा के कांग्रेस दिग्गजों की आपसी खींचतान और अंतर्कलह में अब हरियाणा मामलों के प्रभारी दीपक बाबरिया भी पार्टी बन गए हैं। ‘हरियाणा संदेश यात्रा’ को लेकर बाबरिया ने एक दिन पहले- मंगलवार को हरियाणा के कांग्रेसियों के नाम पत्र जारी किया था। इसमें किसी नेता का नाम नहीं था, लेकिन इशारों-इशारों में उन्होंने एसआरके ग्रुप की यात्रा की बात की और कार्यकर्ताओं को दूर रहने की नसीहत दी। इसके बावजूद यात्रा शुरू होने के संबंध में दीपक बाबरिया से बात की। उन्होंने यात्रा पर तो कमेंट करने से इनकार कर दिया, लेकिन कहा, ‘कांग्रेस कमेटी द्वारा पहले से ही कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। घर-घर कांग्रेस, हर घर कांग्रेस अभियान की शुरुआत हो चुकी है। इसमें सभी वर्करों को काम करने को कहा गया है।’ प्रदेश प्रभारी ने परोक्ष रूप से साधा था निशाना इस यात्रा से पहले मंगलवार शाम मीडिया को जारी एक पत्र में कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी दीपक बाबरिया ने यात्रा पर परोक्ष निशाना साधते हुए ऐसी यात्राओं को अस्वीकार्य बताया था। हिसार में पत्रकारों से बातचीत में सैलजा ने बाबरिया के पत्र पर टिप्पणी करने से मना कर दिया, जबकि किरण चौधरी ने कहा कि उन्हीं से (बावरिया से) पूछा जाए। जनसभा का संचालन कर रहे यात्रा के हिसार लोकसभा प्रभारी डॉ. अजय चौधरी ने कांग्रेस पार्टी, कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी, कुमारी सैलजा, किरण चौधरी और रणदीप सिंह सुरजेवाला जिंदाबाद के नारे लगवाए। कुमारी सैलजा ने अपनी यात्रा की शुरुआत करते हुए संत रविदास, बाल्मीकि और कबीर को याद किया। साथ ही गुरु गोबिंद सिंह की जयंती पर उनको नमन किया। उन्होंने गुरु साहिब की दो पंक्तियां- देहु शिवा वर मोहे, शुभकरमन ते कबहुं न टरूं, न डरूं अरसौं जब जाए लड़ूं, निश्चय कर अपनी जीत करूं पढ़कर सत श्री अकाल का नारा देकर यात्रा की शुरुआत की। … और सैलजा को माना नेता बताया भावी सीएम किरण चौधरी ने कुमारी सैलजा को छोटी बहन कहकर संबोधित किया और उन्हें एसआरके ग्रुप की नेता बताया। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कुमारी सैलजा का नेतृत्व स्वीकार कर लिया। जनसभा में किरण चौधरी ने कहा कि हरियाणा कांग्रेस संदेश यात्रा इतिहास रचेगी। भाजपा पर धर्म के नाम पर राजनीति करने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि सरकार ने दस साल में सभी की जेब काट दी और धरती पुत्र की आय दोगुनी करने के बजाय उसको धरती पर ला दिया। पूर्व मुख्यमंत्री स्व. भजन लाल के पुत्र पूर्व उप मुख्यमंत्री चंद्र मोहन बिश्नोई ने अपने संबोधन की शुरुआत में ही कुमारी सैलजा को भावी सीएम बताया। इसी प्रकार असंध से विधायक शमशेर गोगी ने कहा कि लड़ाई लड़ने वाला ही जीत-हार का भागीदार होता है। पूर्व मंत्री सुभाष बत्तरा ने कहा, ‘मंच पर जो बैठे हैं, आने वाली सरकार इन्हीं की बनेगी। सैलजा आगे बढ़ो, हम तुम्हारे साथ हैं।’ गुटबाजी के चक्कर में कहीं उलझ न जाए खेल हरियाणा में लोकसभा के साथ-साथ इस साल विधानसभा चुनाव भी होने हैं। ऐसे में प्रदेश कांग्रेस के नेताओं को गुटबाजी भारी पड़ सकती है। कांग्रेस को पहले भी चुनावों में गुटबाजी की वजह से नुकसान झेलना पड़ा था। Post navigation हर एक मंदिर की है अनोखी कहानी, भगवान श्रीराम से जुड़े देश के 5 बड़े मंदिरों के बारे में जानिए सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने हेतू बड़े स्तर पर किया जाएगा कार्य- संजीव कौशल