अदालती कार्यवाही से बाहर किया रेटिना और फ़िंगरप्रिंट कैप्चरिंग को चंडीगढ़, 12 जनवरी – हरियाणा के मुख्य सचिव श्री संजीव कौशल ने कहा कि राज्य सरकार पुलिस स्टेशनों में अत्याधुनिक तकनीक को स्थापित कर रही है। पुलिस स्टेशनों में विशेष उपकरणों की स्थापना से गिरफ्तारी के बाद आरोपी व्यक्तियों और शिकायतकर्ता दोनों की पहचान का विवरण भी दर्ज किया जा रहा है। इससे अदालती कार्यवाही से बाहर रेटिना और उंगलियों के निशान को आसानी से कैप्चर किया जा रहा है। इसके साथ ही विभाग ने आवश्यकताओं के अनुरूप शिकायत प्रबंधन मॉड्यूल में सुधार किया गया है। हरसमय पोर्टल पर मोबाइल नंबर लॉगिन से ही उत्तम नागरिक सेवाश्री कौशल ने गत दिवस सीसीटीएनएस और आईसीजेएस की 26वीं राज्य शीर्ष समिति की बैठक की अध्यक्षता करने के बाद इस महत्वपूर्ण प्रगति पर प्रकाश डाला। हरसमय पोर्टल अब उपयोगकर्ताओं को मोबाइल नंबर के माध्यम से ही शिकायतें दर्ज करवाने की निर्बाध सेवाएं प्रदान कर रहा है। इस ओटीपी-आधारित शिकायत पंजीकरण प्रणाली का उद्देश्य सार्वजनिक समस्याओं का तुरंत समाधान करना सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। यह नई लॉन्च प्रणाली उपयोगकर्ताओं के अनुकूल है और दूरदराज के क्षेत्रों में व्यक्तियों तक पहुंच सुनिश्चित करती है। पुलिस में शिकायतों की एक-क्लिक से निष्पक्ष पंजीकरण प्रणाली से दक्षता और पारदर्शिता को मिल रहा बढ़ावा विशेष रूप से, हरियाणा पुलिस eSaral/HarSamay पोर्टल के माध्यम से नागरिक सेवाओं के लिए आरटीएस डैशबोर्ड पर लगातार अपनी उपलब्धियों की और बढ़ रही है। हरियाणा पुलिस ने हाल ही में नई दिल्ली में आयोजित सीसीटीएनएस और आईसीजेएस में सर्वाेत्तम कार्यो के वार्षिक सम्मेलन में लगातार दूसरे वर्ष ट्रॉफी हासिल की है। पुलिस मामलों के लिए डिजिटल आर्काइव योजना से डेटा प्राप्त करना अनिवार्य मुख्य सचिव श्री कौशल ने पुलिस मामलों से संबंधित पुराने डेटा की जानकारी पुनः प्राप्त करने की आवश्यकता पर बल दिया। इसमें पंजीकरण, अदालती कार्यवाही, ई-एफआईआर, ई-चालान और जमानत आदि शामिल हैं। उन्होंने अधिकारियों से एक समर्पित समिति बनाने और महत्वपूर्ण जानकारी की डिजिटल पुनर्प्राप्ति के संकलन के लिए समयबद्ध योजना की रूपरेखा तैयार करने को कहा। उन्नत प्रणालियों के लिए व्यापक प्रशिक्षण और क्लाउड माइग्रेशन पुलिस अधिकारियों ने व्यापक आधुनिकीकरण प्रयासों के रूप में पिछले चार महीनों में 193 सीसीटीएनएस प्रशिक्षण प्राप्त किया है। इस प्रशिक्षण में एससीआरबी, कोर एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर, सामान्य सत्यापन मॉड्यूल और नागरिक पोर्टल हर समय 24 घण्टे शामिल रहा। बैठक में अतिरिक्त मुख्य सचिव, गृह, जेल, आपराधिक जांच, श्री टी.वी.एस.एन प्रसाद, पुलिस महानिदेशक हरियाणा, श्री शत्रुजीत कपूर, निदेशक, राज्य अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो श्री ओ.पी. सिंह, गृह विभाग के विशेष सचिव श्री मनीराम शर्मा और अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। Post navigation याशी कम्पनी प्रॉपर्टी आईडी सर्वे घोटाला केस ……… 1.80 लाख रूपए से कम आय वाले परिवारों के लगभग 60,000 युवाओं को जल्द ही मिलेगा रोजग़ार