हरियाणा, पंजाब, यूटी चंडीगढ़ पुलिस और विधान सभा के सुरक्षा अधिकारियों की बनेगी समन्वय कमेटी चंडीगढ़ प्रशासन की ओर से ड्यूटी मजिस्ट्रेट और पुलिस बल भी रहेगा मौजूद वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक चंडीगढ़, 12 दिसंबर : हरियाणा विधान सभा के 15 दिसंबर से शुरू हो रहे शीतकालीन सत्र के मद्देनजर विस अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता ने मंगलवार को सुरक्षा संबंधी बैठक बुलाई। इस बैठक में उन्होंने सत्र के दौरान सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद करने के लिए हरियाणा, पंजाब और यूटी चंडीगढ़ के शीर्ष अधिकारियों से ब्योरा मांगा। गुप्ता ने इन अधिकारियों को महत्वपूर्ण निर्देश भी दिए। बैठक में तय हुआ कि विधायकों के साथ उनका सहायक स्टाफ विधान सभा परिसर में प्रवेश नहीं करेगा। विधान सभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता ने कहा कि विधान सभा सत्र की कार्यवाही देखने के लिए बड़ी संख्या में स्कूल और कॉलेजों के विद्यार्थियों और पत्रकारों के दल के आने की संभावना है। इसके मद्देनजर पुख्ता प्रबंध करने की जरूरत है। दर्शकों के लिए हारट्रोन द्वारा कम्प्युटरीकृत फोटो वाले प्रवेश पत्र जारी किए जाते हैं। इसके लिए हारट्रोन को समुचित दिशा निर्देश जारी किए गए हैं। बैठक में गुप्ता ने पुलिस अधिकारियों और विधान सभा सचिवालय के अधिकारियों को इन सबके लिए समुचित प्रबंध करने के निर्देश दिए। बैठक में तय हुआ कि दर्शक दीर्घा का समुचित प्रयोग करते हुए अधिक से अधिक लोगों को सत्र दिखाने की व्यवस्था की जाएगी। इसके लिए एक घंटे भर की अवधि के लिए पास जारी किए जाएंगे। विधान भवन के बाहर पार्किंग की समुचित व्यवस्था व वहां ड्यूटी पर तैनात कर्मचारियों के जलपान के लिए अस्थायी कैंटीन बनाने के भी निर्देश दिए गए हैं।बैठक में तय हुआ कि विधान सभा के शीतकालीन सत्र के दौरान किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए सुरक्षा प्रबंध पुख्ता किए जाएंगे। इसके लिए उन्होंने हरियाणा, पंजाब और यूटी चंडीगढ़ पुलिस के अधिकारियों की समन्वय कमेटी बनाने के भी निर्देश दिए। इस कमेटी में शामिल अधिकारी व्हट्सअप ग्रुप पर एक दूसरे से जुड़े रहेंगे। इसके साथ ही चंडीगढ़ प्रशासन की ओर से सत्रावधि के लिए ड्यूटी मजिस्ट्रेट की तैनाती भी की जाएगी। किसी भी मामले में कार्रवाई के लिए चंडीगढ़ पुलिस भी मौके पर मौजूद रहेगी। विधान सभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता ने कहा कि विधान सभा परिसर के बाहर किसी भी प्रकार के रोष प्रदर्शन की अनुमति नहीं रहेगी। उन्होंने पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए कि इसके लिए पहले से पूरी तैयारी रखें। बैठक में तय हुआ है कि सत्र के दौरान किसी भी आम या खास को हथियार के साथ प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा। बैठक में हरियाणा के मुख्य सचिव संजीव कौशल, गृह सचिव टीवीएसएन प्रसाद, पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर, एडीजीपी सीआईडी आलोक मित्तल, एसएसपीएस प्रभजोत सिंह, आईजी सुरक्षा सौरभ सिंह, हरियाणा विधान सभा सचिव राजेंद्र कुमार नांदल, पंजाब से एडीजीपी सुरक्षा सुधांशु एस.श्रीवास्तव,अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक स्वर्ण सिंह, यूटी चंडीगढ़ से एसडीएम संयम गर्ग, चंडीगढ़ के एसपी मृदुल, डीएसपी गुरमुख सिंह, सीआईएसएफ के सहायक कमांडेंट नितिन कुमार, हारट्रोन के अतिरिक्त प्रबंध निदेशक विवेक कालिया, पंजाब विधान सभा के सचिव रामलोक खटाना समेत अनेक अधिकारी मौजूद रहे। Post navigation 8 साल में हरियाणा सरकार ने 93 जन-औषधि केंद्र खोले, 58 बंद भी हो गए : अनुराग ढांडा नरमा-कपास उत्पादक किसानों ने पूर्व केंद्रीय मंत्री कुमारी सैलजा के समक्ष बर्बादी का रोना रोया