हरियाणा में भी 600 यूनिट फ्री बिजली के लिए लोगों को जागरूक कर रहे : अनुराग ढांडा हरियाणा के 5000 गांवों में पहुंचा आम आदमी पार्टी का बिजली आंदोलन: अनुराग ढांडा पंजाब में 90% तो दिल्ली में 80% घरों का बिजली बिल जीरो आ रहा: अनुराग ढांडा गरीब घरों के लिए बिजली का बिल भरना किसी आफत से कम नहीं: अनुराग ढांडा आम लोगों का 50 हजार तक आ रहा बिजली का बिल: अनुराग ढांडा भिवानी, 13 अगस्त – आम आदमी पार्टी के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट अनुराग ढांडा ने रविवार को भिवानी में प्रेस वार्ता की। उन्होंने कहा कि भिवानी शहर के पास लगते क्षेत्र को डंप यार्ड बना दिया गया। शहर को एक साजिश के तहत कूड़े के ढेर में बदल दिया गया। इससे भिवानी के लोगों में गुस्सा है। उन्होंने कहा कि भिवानी शहर के लोग मूलभूत सुविधाओं के लिए तरस रहे हैं। इसके साथ ही पूरे प्रदेश में बिजली आंदोनल चलाया जा रहा है। बिजली संकट हरियाणा के हालात बहुत बुरे हैं। इसी को लेकर आम आदमी पार्टी का बिजली आंदोलन पूरे हरियाणा में चल रहा है। आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता प्रदेश के गांवों में घर घर जाकर लोगों को बिजली के मुद्दों पर जागरूक करने व पंजाब और दिल्ली के बिजली बिलों से हरियाणा के बिलों की तुलना करने का काम कर रहे हैं। अभी तक 5 हजार गांवों तक आम आदमी पार्टी का काफिला पहुंच चुका है। उन्होंने कहा कि बिजली की समस्याओं को लेकर लोगों से राय जान रहे हैं और आम आदमी पार्टी को बहुत अच्छी प्रतिक्रिया मिल रही है। गरीब लोगों के लिए बिजली का बिल भरना किस आफत से कम नहीं है। आम लोगों का 50 हजार से एक लाख रुपये तक का बिल आ रहा है और एक व्यक्ति के नाम पर तो तीन तीन जगह मीटर लगे हुए हैं। उन्होंने कहा कि दिल्ली और पंजाब में 24 घंटे बिजली मुफ्त मिल रही है,जबकि हरियाणा में महंगी बिजली मिल रही है। लोग आम आदमी पार्टी के साथ मिलकर बिजली के बिलों जला रहे हैं। उन्होंने कहा प्रदेश के एक तरफ तो दिल्ली तो दूसरी तरफ पंजाब है जहां आम आदमी पार्टी 24 घंटे बिजली दे रही है। पंजाब 90% तो दिल्ली में 80% घरों का बिजली बिल जीरो आ रहा है, इसलिए लोगों को जागरुक होना पड़ेगा। अब खट्टर सरकार का समय खत्म हो चुका है और आने वाला समय आम आदमी पार्टी का है। 2024 में आम आदमी पार्टी की सरकार बनेगी और दिल्ली और पंजाब की तर्ज पर प्रदेश में बिजली मुफ्त देगी। इस मौके पर यूथ विंग अध्यक्ष डॉ. मनीष यादव, पवन हिंदुस्तानी, गीता श्योराण, रिंपी फौगाट, धनराज कुंडू, सत्यनारायण यादव, दलजीत तालू, सविता बडेसरा, राकेश चांदवास और करण सिंह धनखड़, अजीत डाबला मौजूद रहे। Post navigation बदलेंगे अंग्रेजों के ज़माने के कानून ………. अमृत महोत्सव के जश्न में डूबे, कहाँ खड़े हैं आज हम ?