मुख्यमंत्री ने कुरुक्षेत्र लोकसभा क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों एवं प्रबुद्ध नागरिकों से की मंत्रणा

अब तक 81 विधानसभा क्षेत्रों से जुड़ी समस्याओं को सीधा सुना है उच्च अधिकारियों ने
हर बैठक में विधानसभा वार हर ग्रुप को 15-15 मिनट का मिलता है समय
हरियाणा गठन के बाद किसी भी मुख्यमंत्री ने नहीं की ऐसी पहल

चंडीगढ़, 9 अगस्त – हरियाणा गठन के बाद मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ऐसे पहले मुख्यमंत्री बने हैं, जिन्होंने एक अनूठी पहल की शुरुआत करते हुए चंडीगढ़ में मुख्यमंत्री आवास पर लोकसभा क्षेत्रवार जनप्रतिनिधियों व प्रबुद्ध व्यक्तियों तथा विभिन्न विभागों के आला अधिकारियों को एक मंच पर लेकर आए हैं। इस प्रकार की बैठकों में विधानसभावार जन प्रतिनिधि उच्च अधिकारियों से विकास कार्यों के संबंध में जानकारी हासिल करते हैं और अधिकारी एक-एक परियोजना व योजना के बारे में बारीकी से उन्हें अवगत करवाते हैं।

इसी कड़ी में आज संत कबीर कुटीर पर कुरुक्षेत्र लोकसभा क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों एवं प्रबुद्ध नागरिकों के साथ मुख्यमंत्री ने मंत्रणा की और कहा कि आप खुलकर अधिकारियों के समक्ष अपने क्षेत्र की सार्वजनिक समस्याओं व मांगों को रख सकते हैं और चल रहे विकास कार्यों के बारे में जानकारी दे सकते हैं। साथ ही भविष्य की आवश्यकता क्या है, इसके बारे भी लिखित में जानकारी दे सकते हैं और सीएमओ कार्यालय से जुड़े अधिकारी इन प्रतिवेदनों का पूरा रिकॉर्ड रखते हैं और संबंधित विभागों को प्रेषित करते हैं।

श्री मनोहर लाल ने कहा कि स्वच्छ प्रशासन व ‌विकास के कार्य तेजी से हों, यही इस बैठक का उद्देश्य है। उन्होंने कहा कि पहले लोगों को इस बात का संशय रहता था कि चंडीगढ़ मुख्यालय पर फील्ड से भेजे गए प्रतिवेदन केवल फाइलों में दर्ज होते हैं, उन पर एक्शन कम होता है, परंतु मुख्यमंत्री ने इस धारणा को खत्म करने के लिए हर विधानसभा क्षेत्र के लोगों को सीधा उच्च अधिकारियों से बातचीत करने के लिए उन्हें एक मंच पर लाने के लिए इस प्रकार के कार्यक्रम की शुरुआत की गई है।

लाडवा से डॉ गणेश दत्त ने अधिकारियों के साथ बैठक के अनुभव सांझा करते हुए मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि बड़े ही उत्साहपूर्ण व ऊर्जावान तरीके से बैठक हुई और जो काम लेकर आए थे, उनके पूरा होने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि आपकी कथनी और करनी में कोई अंतर नहीं हैं।

हर बैठक में विधानसभा वार हर ग्रुप को 15-15 मिनट का मिलता है समय

मुख्यमंत्री इस मंत्रणा बैठक में सभी जनप्रतिनिधियों व प्रबुद्ध नागरिकों को अपनी बात रखने के लिए पूरा समय देते हैं। इसके लिए उन्होंने लगभग सवा 2 घंटे का समय निर्धारित किया हुआ है। इस दौरान एक लोकसभा क्षेत्र में पड़ने वाली 9 विधानसभा क्षेत्रों के जनप्रतिनिधियों व प्रबुद्ध नागरिकों तथा उच्च अधिकारियों का 1-1 ग्रुप बनाकर बातचीत की जाती है और हर ग्रुप को 15-15 मिनट का मिलता है समय मिलता है। मुख्यमंत्री के इस प्रशासनिक प्रबंधन की पहल का फील्ड से आने वाला हर व्यक्ति कायल है कि किस प्रकार मुख्यमंत्री हर व्यक्ति को अपनी बात रखने का अवसर देते हैं। अब तक मुख्यमंत्री 8 लोकसभा क्षेत्रों को कवर कर चुके हैं, जिसमें आज कुरुक्षेत्र 9वां लोकसभा क्षेत्र था। इस प्रकार 81 विधानसभा क्षेत्रों से जुड़ी समस्याओं को उच्च अधिकारियों ने सीधा सुना है। अगले सप्ताह सिरसा लोकसभा क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों व प्रबुद्ध नागरिकों से मुख्यमंत्री बातचीत करेंगे।

इन बैठकों के सफल आयोजन के बाद मुख्यमंत्री ने लोगों की मांग पर यह निर्णय लिया है कि इस प्रकार की बैठकें साल में कम से कम 2 बार आयोजित करवाने का प्रयास किया जाएगा, जिससे जमीनी स्तर पर योजनाओं के क्रियान्वयन और आमजन से फीडबैक लेने की समुचित प्रक्रिया सु‌व्यवस्थित तरीके से हो सकेगी। इसके साथ ही पहले की बैठकों में रखी गई बातों पर हुई कार्रवाई के बारे में भी समीक्षा की जाएगी।

इस अवसर पर महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री श्रीमती कमलेश ढांडा, मुद्रण एवं लेखन राज्य मंत्री सरदार संदीप सिंह, विधायक श्री सुभाष सुधा, हैफेड के चेयरमैन श्री कैलाश भगत, पशुधन विकास बोर्ड के चेयरमैन श्री धर्मवीर मिर्जापुर, पूर्व सांसद कैलाशो सैनी, पूर्व विधायक डॉ पवन सैनी, पूर्व विधायक ईश्वर सिंह पलाका, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ जी अनुपमा, विकास एवं पंचायत विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री अनिल मलिक, कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री सुधीर राजपाल, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री वी उमाशंकर, बिजली निगमों के चेयरमैन श्री पीके दास, सामाजिक न्याय, अधिकारिता, अनुसूचित जाति एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण एवं अंत्योदय (सेवा) विभाग के प्रधान सचिव श्री विजेंद्र कुमार, मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार श्री बी.बी भारती, ओएसडी श्री जवाहर यादव, श्री भूपेश्वर दयाल व श्री सुधांशु गौतम और राजनीतिक सचिव श्री कृष्‍ण बेदी, महामंत्री श्री रविंद्र सांगवान सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

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