डीसी के जरिये ज्ञापन देकर राष्ट्रपति जी से मणिपुर सरकार को बर्खास्त करने की मांग
मणिपुर की घटना से पूरा देश हुआ शर्मसार: अनुराग ढांडा
आम आदमी पार्टी सांसद संजय सिंह का सत्र से निलंबन वापस हो: अनुराग ढांडा
मणिपुर सरकार ऐसी हिंसा की घटनाएं रोकने में नाकाम साबित हुई : डॉ अशोक तंवर
मणिपुर में शांति बहाली के लिए वहां की सरकार को बर्खास्त कर राष्ट्रपति शासन लगाया जाए : डॉ अशोक तंवर
मणिपुर में कानून व्यवस्था नहीं, दो समुदायों के बीच छिड़ी लड़ाई ने पूरे प्रदेश को सुलगा रखा : चौ. निर्मल सिंह
मणिपुर में बीजेपी सरकार इस हिंसा को रोकने के लिए कोई भी कदम नहीं उठा रही : चौ. निर्मल सिंह

सोनीपत, 25 जुलाई – आम आदमी पार्टी की ओर से मणिपुर में महिलाओं से बर्बरता के खिलाफ और केंद्र सरकार की चुप्पी के खिलाफ मंगलवार को प्रदेशस्तरीय आक्रोश प्रदर्शन किया गया। सुभाष चौंक से शुरू होकर हजारों की संख्या में आम आदमी पार्टी समर्थक, कार्यकर्ता और आम जनता लघु सचिवालय तक गए और डीसी को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा गया। इसमें आम आदमी पार्टी के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट अनुराग ढांडा, प्रदेश प्रचार समिति के अध्यक्ष डॉ. अशोक तंवर, राष्ट्रीय सह सचिव निर्मल सिंह, प्रदेश उपाध्यक्ष बलबीर सैनी, महिला विंग की प्रदेश अध्यक्ष डॉ. रजनीश जैन समेत तमाम पदाधिकारी इसमें शामिल रहे।

सीनियर वाइस प्रेसिडेंट अनुराग ढांडा ने कहा कि मणिपुर तीन महीने से नफरत की आग में सुलग रहा है और महिलाओं के साथ बर्बरता की गई। जो बर्ताव वहां महिलाओं के साथ हो रहा है, उससे पूरा देश शर्मसार हुआ है। इसको लेकर देश और प्रदेश के लोगों में आक्रोश है। पिछले दिनों एक वीडियो में मणिपुर की दो महिलाओं को नग्न अवस्था में सड़कों पर घुमाया गया। उनकी पीड़ा को पूरे देश ने देखा। इनको न्याय दिलाने के लिए पूरा देश एकजुट है, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मणिपुर हिंसा पर एक शब्द नहीं बोल रहे हैं। जब आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने मणिपुर हिंसा को लेकर चर्चा करनी चाही तो उन्हें पूरे सत्र के लिए संसद से बर्खास्त कर दिया गया। ये भाजपा सरकार की तानाशाही है। उन्होंने सांसद संजय सिंह का सत्र से निलंबन वापस करने की मांग की और ज्ञापन के माध्यम से राष्ट्रपति से मणिपुर सरकार को बर्खास्त करने की मांग की।

उन्होंने कहा कि मणिपुर के मुख्यमंत्री कहते हैं कि ऐसी तो सैकड़ों घटनाएं हुई हैं क्या बड़ी बात हो गई। इससे पता चलता है कि जिस देश में महिलाओं को पूजा जाता है उन महिलाओं का भाजपा की सरकार में काई सम्मान नहीं बचा। उन्होंने मीडिया को दिए बयान में कहा कि इस देश ने प्रधामंत्री मोदी को चुना है, अमित शाह को नहीं इसलिए जवाब प्रधानमंत्री को देना चाहिए। उन्होंने कहा कि अमित शाह का मणिपुर में हो रही हिंसा को काबू करना था। यदि नहीं नहीं कर पाए तो मणिपुर सरकार के साथ साथ अमित शाह को भी बर्खास्त करना चाहिए। लोकतंत्र में प्रधानमंत्री मोदी को सामने आकर लोगों के सवालों का जवाब देना चाहिए। उन्होंने कहा आज के समय में आम आदमी पार्टी ही प्रदेश में मुख्य विपक्ष की भूमिका निभा रहा है।

उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार महिला विरोधी सरकार है। महिला पहलवानों के साथ उत्पीड़न करने के आरोपी बृजभूषण शरण सिंह को संरक्षण दिया। वहीं हरियाणा में जूनियर महिला कोच के दुर्व्यवहार के आरोपी मंत्री संदीप सिंह आज भी मंत्री पद पर बरकरार है।

डॉ. अशोक तंवर ने कहा कि मणिपुर में महिलाओं को निर्वस्त्र करके घूमाया गया और वहां के मुख्यमंत्री एन वीरेन सिंह खुलेआम बोल रहे हैं, ऐसी कई घटनाएं मणिपुर में हुई हैं। वहां की सरकार ऐसी हिंसा की घटनाएं रोकने में नाकाम साबित हुई है। इसलिए, आम आदमी पार्टी मांग करती है कि मणिपुर में शांति बहाली के लिए वहां की सरकार को बर्खास्त कर राष्ट्रपति शासन लगाया जाए। उन्होंने कहा कि मणिपुर के पहाड़ी इलाके में खनिज पदार्थ होने की वजह से बड़े बड़े उद्योगिक घराने उनको पहाडों से बेदखल करना चाहते हैं। इस तरह की घटना होना निंदनीय है। यदि प्रधानमंत्री और गृहमंत्री समय रहते कार्रवाई करते तो मणिपुर के ये हालात नहीं होते। उन्होंने कहा कि सोनीपत में भी ट्रिपल मर्डर केस हुआ। पुलिस विभाग मीडिया को कहा रहा है कि यदि किसी ने इसे दिखाने की कोशिश की तो उस पर कार्रवाई की जाएगी। अपराधों को दबा कर सरकार अपराधियों को बचाने में लगी हुई है।

वहीं, चौधरी निर्मल सिंह ने कहा कि मणिपुर में पिछले तीन महीने से हिंसा का दौर चल रहा है। पूरे राज्य में कानून व्यवस्था का कोई नामोनिशान नहीं है। दो समुदायों के बीच छिड़ी लड़ाई ने पूरे प्रदेश को सुलगा रखा है। मणिपुर में बीजेपी सरकार इस हिंसा को रोकने के लिए कोई भी कदम नहीं उठा रही है। वहीं मणिपुर सरकार का रुख काफी गैर जिम्मेदाराना है। उन्होंने कहा आज पूरो देश प्रधानमंत्री मोदी से आग्रह कर रहा है कि मणिपुर में महिलाओं के साथ हुई बर्बरता पर कुछ बोलिए, लेकिन कुछ बोलने को तैयार नहीं है। उन्होंने भाजपा सरकार से मणिपुर के मुद्द पर चर्चा करने की मांग की।

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