एसवीएसयू पहुंची सुपवा की टीम, वर्ल्ड क्लास सीएनसी लैब समेत कई प्रयोगशालाओं का किया अवलोकन।स्टू
डेंट एक्सचेंज और पाठ्यक्रम साझा करने पर बैठक में हुआ मंथन।

वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक

पलवल : दादा लखमी चन्द स्टेट यूनिवर्सिटी ऑफ परफॉर्मिंग एंड विजुअल आर्ट (सुपवा) के प्रतिनिधिमंडल ने सोमवार को श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय का भ्रमण कर भविष्य के नियोजन पर महत्वपूर्ण बैठक की। जल्दी ही दोनों विश्वविद्यालय मिल कर कुछ नए प्रोग्राम डिजाइन करेंगे। पाठ्यक्रम साझा करने के साथ-साथ स्टूडेंट्स एक्सचेंज पर भी इस बैठक में मंथन किया गया।

श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के डीन एकेडमिक अफेयर्स प्रो. आर एस राठौड़ और सुपवा के डीन एकेडमिक अफेयर्स प्रो. अजय कौशिक के संयुक्त नेतृत्व में हुई इस बैठक में कई ऐसे नए प्रोग्राम डिजाइन करने पर विमर्श हुआ, जिनका कला और कौशल दोनों के साथ सीधा संबंध है। इन प्रोग्राम में विद्यार्थी दोनों विश्वविद्यालयों की खूबियों से नया और रचनात्मक सीख सकते हैं। प्रो. आर एस राठौड़ ने कहा कि सभी विश्वविद्यालयों को अपनी उत्कृष्टता एक -दूसरे के साथ साझा करनी चाहिए। इसी कड़ी में दोनों विश्वविद्यालय इस दिशा में पहल कर रहे हैं। इससे पहले श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय की टीम सुपवा का दौरा कर चुकी है। सुपवा के कुलपति गजेंद्र चौहान और श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. राज नेहरू के बीच हुई उच्च स्तरीय बैठक में भविष्य का खाका तैयार किया जा चुका है। प्रो. राठौड़ ने बताया कि इस योजना के क्रियान्वयन और संभावनाओं पर मंथन हो रहा है।

सुपवा की टीम ने श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस का दौरा किया और वर्ल्ड क्लास सीएनसी लैब में मशीनों की कार्यप्रणाली देखी। सुपवा के डीन एकेडमिक अफेयर्स प्रो. अजय कौशिक ने कहा कि तकनीक और कला के सुमेल से अच्छे प्रोग्राम बन कर सामने आएंगे। सुपवा से आए डॉ. सतीश रंगा, डॉ. विश्वजीत और डॉ. जगसीर सिंह ने सिमुलेटर में दिलचस्पी दिखाई और डिजाइन में इस मशीन की भूमिका पर चर्चा की। सुपवा से आई डॉ. शैली खन्ना ने श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय की वर्ल्ड क्लास लैब की सराहना की। सुपवा की टीम श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय की स्किल फैकल्टी ऑफ एग्रीकल्चर द्वारा विकसित ऑर्गेनिक फार्म देखने भी गई।

इससे पूर्व प्रो. डीके गंजू, डॉ. समर्थ सिंह, डॉ. रविंद्र और डॉ. अजय ने अपने – अपने संकाय की प्रेजेंटेशन दी। प्रो. गंजू ने कहा कि दोनों विश्वविद्यालयों की पहल से बेहतर नतीजे सामने आएंगे और विद्यार्थियों को लाभ मिलेगा। अतिरिक्त उप निदेशक निशांत सिंह ने इनोवेटिव स्किल स्कूल का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। सुपवा की टीम ने इस नवीन मॉडल को बेहद उपयोगी बताया।

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