एचडीएफसी बैंक द्वारा सीएसआर कार्यक्रम के तहत राज्य के 103 विद्यालयों में स्मार्ट क्लासरूम की स्थापना करने के लिए भी समझौता किया गया है

चण्डीगढ, 17 अप्रैल- हरियाणा के स्कूल शिक्षा मंत्री श्री कंवर पाल की उपस्थिति में आज स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा एचडीएफसी बैंक के साथ निःशुल्क बीमा योजना के लिए समझौता ज्ञापन करार किया गया है जिसके तहत यदि कर्मचारी अपने वेतन खाते को एचडीएफसी बैंक में स्थानांतरित करवाता है तो उसे बदले में अनेक लाभ मुफ्त में मिलेंगे, जिसमें 50 लाख रुपये का दुर्घटना मृत्यु बीमा भी शामिल है।

श्री कंवर पाल ने यह जानकारी आज यहां एचडीएफसी बैंक के साथ हुए एमओयू के उपरांत प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान दी।

उन्होंने बताया कि एचडीएफसी बैंक द्वारा सीएसआर कार्यक्रम के तहत राज्य के 103 विद्यालयों में स्मार्ट क्लासरूम की स्थापना करने के लिए भी समझौता किया गया है जिसमें प्रदेश के महत्वाकांक्षी डिजिटल शिक्षा कार्यक्रम में एचडीएफसी का बहुत बड़ा सहयोग होने वाला है।

स्कूल शिक्षा मंत्री ने बताया कि स्कूल शिक्षा विभाग के कर्मचारियों के कल्याणार्थ हेतू बीमा योजना को शुरू किया गया है। उन्होंने बताया कि यह एक स्वैच्छिक योजना है जिसमें कर्मचारी यदि अपनी इच्छा से एचडीएफसी बैंक में खाता खुलवाता है, तो उसे यह लाभ मिलेगा।

उन्होंने बताया कि यदि किसी दुर्घटना के दौरान कोई कर्मचारी आंशिक/पूर्ण रूप से दिव्यांग हो जाता है तो ऐसी स्थिति में उसे 50 लाख रुपये का निःशुल्क बीमा मिलेगा। जैसे कि स्थायी कुल दिव्यांगता, स्थायी और लाइलाज पागलपन, दो अंगों का स्थायी नुकसान, दोनों आंखों की रोशनी का स्थायी नुकसान, एक आंख और एक अंग की दृष्टि की स्थायी कुल हानि, बोलने की स्थायी कुल हानि, निचले जबड़े का पूर्ण निष्कासन और मैस्टिकेशन का स्थायी कुल नुकसान की स्थिति में 100 प्रतिशत दावा किया जाएगा। इसके अतिरिक्त पूर्णकालिक सहायता के बिना जीवन के लिए आवश्यक दैनिक गतिविधियां दोनों कानों में सुनने की स्थायी कुल हानि पर 75 प्रतिशत, एक अंग का स्थायी कुल नुकसान पर 50 प्रतिशत, एक आंख की दृष्टि की स्थायी कुल हानि पर 50 प्रतिशत, एक कान में सुनने की स्थायी कुल हानि पर 15 प्रतिशत, एक आंख में लेंस का स्थायी कुल नुकसान पर 25 प्रतिशत, किसी भी हाथ की चार अंगुलियों और अंगूठे के उपयोग का स्थायी कुल नुकसान पर 40 प्रतिशत, किसी भी हाथ की चार अंगुलियों के उपयोग का स्थायी कुल नुकसान पर 20 प्रतिशत, किसी भी हाथ के एक अंगूठे के उपयोग की स्थायी कुल हानि क्रमशः दोनों जोड़ पर 20 प्रतिशत व एक जोड़ पर 10 प्रतिशत, किसी भी हाथ की एक उंगली का स्थायी कुल नुकसान क्रमशः तीन जोड़ पर 5 प्रतिशत, दो जोड़ पर 3.5 प्रतिशत व एक जोड़ पर 2 प्रतिशत, पैर की उंगलियों के उपयोग का स्थायी कुल नुकसान क्रमशः ऑल-वन फुट पर 15 प्रतिशत, बिग-दोनों जोड़ पर 5 प्रतिशत, बड़ा-एक जोड़ पर 2 प्रतिशत और कोहनी, कूल्हे या घुटने का एंकिलोसिस होने पर 20 प्रतिशत लाभ मिलेगा। इसके अलावा, खाता धारक की मृत्यु होने की स्थिति में उसके अवयस्क बच्चे को 4 लाख रुपये का शिक्षा लाभ भी मिलेगा।

श्री कंवर पाल ने बताया कि अनुबंधित कर्मचारी यदि बैंक में वेतन खाता धारक बनता है तो उसे भी 15 लाख रुपये का दुर्घटना मृत्यु बीमा निःशुल्क मिलेगा। इसके अतिरिक्त जीरो बैलेंस खाता तथा असीमित एटीएम का उपयोग शामिल है।

श्री कंवर पाल ने बताया कि 50 लाख रुपये का निःशुल्क बीमा कवर संकट की घड़ी में परिवार के लिए मददगार होगा और अध्यापक एचडीएफसी बैंक की इस स्वैच्छिक योजना का लाभ लेंगे। उन्होंने बताया कि एचडीएफसी का समन्वय सचमुच धरातल पर उतरेगा और कर्मचारियों के कल्याण के लिए चलाई गई यह योजना पक्के तथा कच्चे कर्मचारियों तक पहुँचेगी।

इस अवसर पर स्कूल शिक्षा विभाग के निदेशक श्री अंशज सिंह, एचडीएफसी ग्रुप हेड श्री अरविंद वोहरा सहित स्कूल शिक्षा विभाग के अधिकारी व एचडीएफसी बैंक के अधिकारी मौजूद रहे।

error: Content is protected !!