बुधवार को जयपुर से दिल्ली के बीच विभिन्न स्टेशनों पर ट्रेन का अभिनंदन   
विभिन्न स्टेशनों पर आपाधापी के बीच कोरोना प्रोटोकॉल बना मजाक 
 वंदे मातरम ट्रेन इंजन कहीं तो किसी और दिशा में ट्रेन को दिखाई झंडी 
 दिल्ली छावनी गुरुग्राम अलवर जयपुर अजमेर के बीच नियमित चलेगी वंदे मातरम    
बुधवार को पटौदी स्टेशन से 3 . 28 और 6 . 27 शाम को रवाना हुई ट्रेन      

    फतह सिंह उजाला                                     

पटौदी । देशभर में तेज गति सहित आधुनिक सुविधाओं की ट्रेन दौड़ाने की कड़ी में बुधवार को दिल्ली जयपुर रेल खंड पर पीएम मोदी के हाथों एक और मील का पत्थर रखा गया । बुधवार को पीएम मोदी ने इस रूट पर आम लोगों के सपने की ट्रेन वंदे मातरम को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के द्वारा झंडी दिखाकर रवाना किया । जयपुर से रवाना होने के बाद वंदे मातरम ट्रेन दिल्ली तक बीच के विभिन्न रेलवे स्टेशनों पर ठहरी जहां सत्ता पक्ष और विपक्ष के नेताओं के द्वारा तथा स्थानीय दैनिक रेल यात्री संघ के पदाधिकारियों सहित गणमान्य लोगों के द्वारा ट्रेन का अभिनंदन किया गया 

  पटौदी रोड रेलवे स्टेशन पर वंदे मातरम ट्रेन 3:28 पर पहुंची । हालांकि ट्रेन 2 मिनट मंजूर है , लेकिन अपरिहार्य कारणों से यह ट्रेन लगभग 5 मिनट और 3:33 पर गुरुग्राम दिल्ली के लिए रवाना हो गई। पटौदी रोड रेलवे स्टेशन अधीक्षक भरत सिंह मीणा ने जानकारी देते हुए बताया बुधवार को ही वंदे मातरम ट्रेन वापसी में देर शाम को 6:27 पर पहुंची और पटौदी रेलवे स्टेशन से 6: 29 मिनट पर आगे के लिए रवाना हो गई। पटौदी रोड रेलवे स्टेशन पर वंदे मातरम ट्रेन के उद्घाटन दिवस पर मुख्य अतिथि पटौदी क्षेत्र के एमएलए एडवोकेट सत्य प्रकाश जरावता को डीआरएम उत्तर रेलवे दिल्ली डिविजन डिंपी गर्ग की तरफ से बतौर मुख्य अतिथि विशेष रूप से आमंत्रित किया गया। इस मौके पर उन्होंने केंद्र सरकार से लेकर हरियाणा सरकार के द्वारा किए गए समाज के अंतिम पायदान के व्यक्ति से लेकर ढांचागत विकास की विस्तार से चर्चा करते पीएम मोदी तथा सीएम खट्टर कि खुले गले से तारीफ की। इस मौके पर भाजपा के अनेक कार्यकर्ता और पदाधिकारी मौजूद रहे ।   

    सप्ताह में 6 दिन दौड़ेगी वंदे मातरम               

बुधवार को जयपुर से दिल्ली छावनी के बीच उद्घाटित वंदे मातरम ट्रेन नियमित रूप से सप्ताह में 6 दिन दौड़ेगी । सूत्रों के मुताबिक दिल्ली कैंट गुरुग्राम अलवर जयपुर और अजमेर तक इस वंदे मातरम ट्रेन का आवागमन रहेगा । इस दौरान वंदे मातरम ट्रेन का गुरुग्राम अलवर तथा जयपुर रेलवे स्टेशन पर समय तक ठहराव रहेगा । लेकिन दूसरी ओर पहले दिन बुधवार को ही वंदे मातरम ट्रेन के एशिया के सबसे बड़े रेलवे जंक्शन में शुमार रहे रेवाड़ी जंक्शन पर इस ट्रेन के नियमित अप डाउन में ठहराव की जबरदस्त तरीके से विभिन्न वक्ताओं के द्वारा मांग की गई । अब देखना यह है कि अहीरवाल के लंदन और ऐतिहासिक शहर रेवाड़ी रेलवे जंक्शन पर वंदे मातरम ट्रेन के ठहराव के लिए केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह कितने गंभीर प्रयास करते हुए जल्द से जल्द दक्षिणी हरियाणा की यह मांग पूरी कर सकेंगे

 कोरोना प्रोटोकॉल भी हुआ तार-तार                     

 लो जी अपनी वंदे मातरम को पीएम मोदी के द्वारा क्या दौड़ाया गया ? इस तूफानी ट्रेन के आवागमन में कोरोना प्रोटोकॉल की भी पूरी तरह से धज्जियां उड़ते हुए तार-तार हो गया । एक तरफ सत्ता पक्ष के नेताओं पदाधिकारियों और पार्टी कार्यकर्ताओं ने न तो ध्यान दिया और ना ही जरूरत ही समझी । हैरानी इस बात को लेकर है कि जहां सत्तापक्ष से लेकर सरकारी अधिकारी और शासन-प्रशासन दोनों ही इस बात का जोर शोर से प्रचार कर रहे हैं कि 100 या इससे  अधिक की भीड़ में कोरोना प्रोटोकॉल का पालन किया जाना आवश्यक है । ऐसे में सभी के लिए निर्धारित दूरी और मास्क पहनना भी जरूरी घोषित किया जा चुका है । लेकिन जब बात भाजपा के झंडे और भाजपा पार्टी सहित पदाधिकारी और नेताओं की हो तो फिर केवल और केवल जो यह करें वही ज्यादा उचित लगता है । 

वंदे मातरम इंजन के आगे खड़े हो दिखाई झंडी       

यह कोई पहला मौका नहीं है , अक्सर ऐसा होता आया है । जब जोश में सत्तापक्ष से जुड़े नेता समर्थक अन्य चाहने वाले होश खो बैठते हैं । यह वही लोग हैं जो विभिन्न सामाजिक संस्थाओं के पदाधिकारी और समाज में जागरूकता फैलाने का दावा ठोकते चले आ रहे हैं । लेकिन हकीकत कुछ और ही दिखाई देती है । बुधवार को पटौदी रोड रेलवे स्टेशन पर जब वंदे मातरम ट्रेन पहुंची तो यहां प्लेटफॉर्म 2 पर ट्रेन और इंजन के विपरीत दूसरी दिशा और रेलवे ट्रैक की तरफ खड़े होकर हरी झंडी दिखाते हुए अपने अपने फोटो खिंचवाते हुए भी देखा गया । अब ऐसे में आम यात्री को क्या संदेश जाएगा यह आपने आपने सवाल है ?

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