हाथों में झाड़ू उठाए सरकार के खिलाफ जमकर की नारेबाजी26 बुधवार तक मांग नहीं मानी तो हड़ताल होगी अनिश्चितकांग्रेस ने किया हड़ताल और कर्मचारियों की मांग का समर्थनफतह सिंह उजाला पटौदी । नगरपालिका कर्मचारी संघ हरियाणा के आह्वान पर पटौदी मंडी नगर परिषद के पटौदी और हेली मंडी नगर पालिका क्षेत्र में नगर पालिका के सफाई कर्मचारियों की हड़ताल मंगलवार को भी जारी रही। इससे पहले सफाई कर्मचारियों की हड़ताल और मांगों के समर्थन में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य और हरियाणा कांग्रेस सोशल मीडिया विभाग के प्रमुख सुधीर चौधरी ने कर्मचारियों के बीच पहुंचकर कर्मचारियों की मांगों सहित उनकी हड़ताल का समर्थन किया। इस मौके पर हड़ताली कर्मचारियों के द्वारा काले झंडे हाथ में लेकर जबरदस्त तरीके से विरोध प्रदर्शन किया गया । मंगलवार को हेली मंडी नगर पालिका क्षेत्र में नगरपालिका कर्मचारी संघ हेली मंडी इकाई के प्रधान ओम प्रकाश, मदनलाल, उप प्रधान मोनू , सचिव देवेंद्र, श्यामलाल, प्रताप , जय सिंह, महिला विंग की प्रधान सुनीता, उप प्रधान भतेरी के साथ रानी, शकुंतला, निशा सहित बड़ी संख्या में सफाई कर्मचारियों के द्वारा अपनी मांगों के समर्थन में नारेबाजी करते हुए हेली मंडी नगर पालिका क्षेत्र के विभिन्न इलाकों में विरोध प्रदर्शन किया गया। विरोध प्रदर्शन करते हुए कर्मचारी हेली मंडी नगर पालिका कार्यालय पहुंचकर धरने पर बैठ गए । प्रदर्शनकारी कर्मचारियों में मोनू ओमप्रकाश और मदन लाल के द्वारा बताया गया कि पालिका कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर बीते कई वर्षों से संघर्ष कर रहे हैं। विभिन्न स्तर पर कई बार यूनियन के प्रतिनिधियों और सरकार के बीच भी बातचीत हो चुकी है, लेकिन सरकार के द्वारा कर्मचारियों की मांगों को अनदेखा किया जा रहा है। मुख्य मांग कर्मचारियों को को कौशल रोजगार निगम के दायरे से बाहर करना है। इसके अलावा जितने भी कच्चे सफाई कर्मचारी हैं , सभी को अविलंब पक्का कर्मचारी के तौर पर सरकार के द्वारा नियुक्त किया जाए। कर्मचारी नेताओं के द्वारा कहा गया कि कोरोना महामारी के समय सरकार के द्वारा जोखिम भत्ता घोषित किया गया, वह 4000 जोखिम भत्ता सरकार के द्वारा दिया जाना चाहिए । इसके अलावा कोरोना महामारी के दौरान काम करते हुए ऑन ड्यूटी जान गवाने वाले कर्मचारियों के परिजनों या आश्रितों को प्रत्येक मृतक कर्मचारी 50 लाख मुआवजा और एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए । सफाई कर्मचारियों को सभी जरूरत के उपकरण भी उपलब्ध करवाए जाएं । कर्मचारियों के द्वारा आरोप लगाया गया कि सरकार बातचीत के लिए तो बुलाती है , लेकिन मांगों को बिल्कुल भी गंभीरता से नहीं ले रही। कर्मचारियों के द्वारा साफ-साफ कहा गया कि नगरपालिका कर्मचारी संघ हरियाणा के आह्वान पर उनकी यह हड़ताल 26 अक्टूबर बुधवार तक के लिए घोषित है। यदि बुधवार को भी सरकार के द्वारा किसी भी प्रकार का सकारात्मक रुक नहीं दिखाया गया या फिर नगर पालिका कर्मचारी संघ की विभिन्न 16 मांगों को नहीं माना गया तो पूरे हरियाणा प्रदेश में सफाई कर्मचारियों की यह हड़ताल अनिश्चित काल के लिए भी घोषित की जा सकती है । अब देखना यह है कि करोना महामारी के दौरान सफाई योद्धाओं का तमगा देने वाली सरकार अपने ही किए हुए कर्मचारियों से यह गए वायदों की कसौटी पर कितना खरा उतर सकेगी । यह सब 26 अक्टूबर बुधवार को स्पश्ट हो सकेगा । लेकिन इतना अवश्य कहा जा सकता है कि यदि सरकार और कर्मचारी संगठनों के बीच कोई बीच का रास्ता नहीं निकला तो बदलते मौसम में पांव पसार रही विभिन्न बीमारियों को देखते हुए हालात बद से बदतर होने से इनकार नहीं किया जा सकता। इसका मुख्य कारण है छोटी नगरपलिका हो या फिर नगर निगम या नगर परिषद सभी स्थानों पर कूड़े करकट के ढेर के अंबार आम जनमानस के लिए समस्या और चुनौती बन गए हैं। कूड़े करकट के ढेर के अंबार लगेनगरपालिका कर्मचारियों के द्वारा 19 अक्टूबर से हड़ताल के कारण पटौदी और हेलीमंडी दोनों ही पालिका क्षेत्रों में विभिन्न स्थानों पर कूड़े करकट के ढेर के अंबार लगने आरंभ हो चुके हैं । एक दिन पहले ही साफ सफाई और स्वच्छता के त्यौहार दीपावली के मौके पर जमकर हुई खरीदारी के बाद मंगलवार को दोनों ही पालिका क्षेत्रों में सफाई व्यवस्था का जनाजा निकला हुआ दिखाई दिया। जगह जगह पर कूड़े करकट के ढेर और उनमें आवारा पशु मुंह मारते देखे गए। इतना ही नहीं सुप्रीम कोर्ट और एनजीटी के निर्देश के बावजूद एनसीआर क्षेत्र में शामिल माने जाने वाले पटौदी और हेली मंडी दोनों ही स्थानों पर कूड़े करकट के ढेर से छुटकारा पाने के लिए लोगों को कूड़े करकट के ढेर में आग लगाते हुए भी देखा गया। कूड़े – करकट में आग लगाने से धुएं की वजह से समस्या और अधिक गंभीर होती प्रतीत दिखाई दे रही है । Post navigation दीपावली पर दीपोत्सव…….नूरगढ़ आश्रम में दिखाई दिया अयोध्या जैसा अलौकिक श्रृंगार सूर्यग्रहण को लेकर बच्चों सहित बुजुर्गों में बनी रही जिज्ञासा