राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ मोहन भागवत ने किया लोकार्पण. हरियाणा के राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय, मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल और गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद जी महाराज रहे उपस्थित चंडीगढ़, 30 जून – हरियाणा के धर्मक्षेत्र कुरुक्षेत्र में ज्योतिसर की पावन धरा पर आज शंखनाद और मंत्रोच्चार के बीच भगवान श्री कृष्ण के विराट स्वरूप की प्रतिमा का लोकार्पण हुआ। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ मोहन भागवत ने हरियाणा के राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय, मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल और सअध्यक्ष, गीता ज्ञान संस्थान स्वामी ज्ञानानंद जी महाराज की गरिमामयी उपस्थिति में गीता ज्ञान संस्थान से वर्चुअल माध्यम से रिमोट का बटन दबाकर प्रतिमा का लोकार्पण किया। यह अद्भुत प्रतिमा 40 फुट ऊंची है, जिसका वजन 35 टन के करीब है। इसकी विशेष बात यह है कि इसे 4 प्रकार की धातुओं के मिश्रण से बनाया गया है, जिसमें 85 प्रतिशत तांबा और 15 प्रतिशत अन्य धातुओं का प्रयोग किया गया है। इस विराट स्वरूप में भगवान श्री कृष्ण के 9 स्वरूपों को दर्शाया गया है। इस दौरान भगवान श्री कृष्ण के विराट स्वरूप और विश्वस्वरूप के बीच की यात्रा को एक लाइट एंड साउंड शो के माध्यम से दर्शाया गया। उल्लेखनीय है कि कृष्ण सर्किट परियोजना के प्रथम स्थल ज्योतिसर के जीर्णोद्धार के पहले चरण के तहत भगवान श्री कृष्ण के विराट स्वरूप की प्रतिमा का अनावरण किया गया है। इसके बाद, मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल के निर्देशानुसार ज्योतिसर में विश्वस्तरीय ज्योतिश्वर अनुभव केंद्र की रचना की जा रही है, जिसके अगले एक साल में तैयार होने की संभावना है। यह केंद्र पाँच भवनों में विभाजित होगा। इसके पहले भवन में महाभारत के युध्द से पूर्व की घटनाओं की जानकारी मिलेगी। अगले भवन में 18 आइनो में युध्द के 18 दिनों की घटनाएं देखने को मिलेंगी। इसके अलावा, इंटरएक्टिव पॉड से गीता में लिखित जीवन की समस्यों का समाधान जान सकते हैं। पांचवें भवन में युध्द के बाद की घटनाओं जैसे युधिष्ठिर का राज्याभिषेक इत्यादि की जानकारी मिलेगी। यह केंद्र देश व दुनिया के लिए आकर्षण का केंद्र बनेगा। इस अवसर पर हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री अनिल विज, शिक्षा एवं पर्यटन मंत्री श्री कंवर पाल, सांसद श्री रतन लाल कटारिया, श्री नायब सिंह सैनी, श्री संजय भाटिया, राज्यसभा सांसद श्री कार्तिकेय शर्मा, विधायक श्री सुभाष सुधा, श्री महिपाल ढांडा, श्री प्रमोद विज, श्री लीला राम, सहित अन्य गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे। Post navigation सरकार की बदइंजामी ने राहत की बारिश को बना दिया आफत की बारिश- हुड्डा गीता किसी एक धर्म का ग्रंथ नहीं बल्कि यह संपूर्ण दुनिया को मानवता का सार देने वाला ग्रंथ है – डॉ मोहन भागवत