अरुणाय धाम शक्ति पीठ में नवनिर्मित संत निवास का महामंडलेश्वर स्वामी विश्वेश्वरानंद विलय पारले एवं महंत रविंद्र पुरी ने किया उद्घाटन

वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक

भंडारे में पहुंचे सैकड़ों संत महात्मा श्रद्धालु।

पिहोवा अरुणाय 23 अप्रैल : श्री पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी के सानिध्य में  गांव अरुणाय स्थित शिव शक्ति पीठ आश्रम में नवनिर्मित संत निवास का उद्घाटन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता महामंडलेश्वर स्वामी विश्वेश्वरानंद विलय पारले ने की। इस अवसर पर अमेरिका से श्री पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी के संत महामंडलेश्वर 1008 स्वामी हरीशचंद्र पुरी तथा अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं श्री पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी के सचिव महंत रविंद्र पुरी ने गऊ पूजन और कन्या पूजन के साथ संत निवास का बतौर मुख्य अतिथि उद्घाटन किया।

महामंडलेश्वर हरीशचंद्र पुरी ने कहा कि संतों का काम समाज को जन कल्याण की राह दिखाना है। सेवा के सभी रास्ते ईश्वर की कृपा की ओर लेकर जाते हैं। अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष महंत रविंद्र पुरी ने कहा कि महामंडलेश्वर पुरी अमेरिका के न्यूयार्क में सनातन संत संस्कृति के प्रचार प्रसार के लिए लंबे समय से कार्यरत हैं। वहां के मूल निवासी भारतीय संस्कृति, योग व अध्यात्म के कायल हैं। उन्होंने लोगों से कहा कि अपने बच्चों को भारतीय संस्कृति व नैतिकता से जरूर जोड़ें। भौतिक व साांसारिक सुख जीवन ना होकर केवल जीने की जरुरतें है। इस अवसर पर नवनिर्मित संत निवास का उद्घाटन भी किया गया। कन्या पूजन के उपरांत हवन यज्ञ की विधि में भाग लेते हुए महंत रविंद्र पुरी ने कहा कि कुरुक्षेत्र भूमि धार्मिक भूमि है। यहां संतों का आगमन रहता है। संत निवास के निर्माण से यहां ठहरने की उचित व्यवस्था संत समाज को मिलेगी।

संगमेश्वर मंदिर सेवादल के प्रबंधक भूषण गौतम ने बताया कि सदस्यों ने भंडारे की पूरी व्यवस्था संभाली। आश्रम के व्यवस्थापक स्वामी वेद पुरी ने बताया कि महामंडलेश्वर स्वामी हरीशचंद्र पुरी की ओर से हर साल शक्ति पीठ में भंडारा आयोजित किया जाता है। इस मौके पर भारत साधुसमाज के प्रदेशाध्यक्ष मंहत बंसी पुरी, संत महामंडल की अध्यक्षा महामंडेलश्वर 1008 स्वामी विद्या गिरि , महंत सर्वेश्वरी गिरि,महंत निर्भय गिरि ,महंत भीम पुरी, स्वामी लक्ष्मी नारायण पुरी, महंत चमन गिरी, वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक,महंत कमला माता, शिव शक्ति पीठ गुजरात आश्रम से स्वामी मीरा पुरी,महंत जगन्नाथ पुरी, महंत कृष्णा पुरी,महंत अनूप गिरि ,स्वामी शिवनारायण पुरी, स्वामी अनंत पुरी, स्वामी खड़वांग पुरी, शिव कुमार कौशल खन्ना, विक्रांत पण्डित, ज्योतिषाचार्य पंडित भूधर गौतम व पण्डित धर्मवीर कौशिक जय नारायण शर्मा, कुंदन दुआ, राज कंथला सहित कई श्रद्धालु मौजूद रहे।

You May Have Missed

error: Content is protected !!