चण्डीगढ, 1अप्रैल:-हरियाणा रोङवेज कर्मचारी एकता युनियन के राज्य प्रधान बलवान सिंह दोदवा,वरिष्ठ राज्य उप-प्रधान सुरेश लाठर, महासचिव संजय गुलाटी, चेयरमैन गुरदीप सिंह, मुख्य सलाहकार राजेश मोखरा, कानूनी सलाहकार गगन ढिल्लो व मुख्य संगठन सचिव राजकुमार फोगाट ने संयुक्त ब्यान जारी करते हुए बताया कि वर्ष 2016 में लगे चालक अब कौशल रोजगार निगम के तहत नहीं बल्कि परिवहन विभाग के तहत ही कार्यरत रहेंगे। परिवहन निदेशालय ने 30 मार्च को पत्र जारी करके इन चालको को कौशल रोजगार निगम के तहत लाने के फैंसले पर रोक लगा दी है।

प्रान्तीय प्रधान बलवान सिंह दोदवा ने बताया कि लगभग 350 चालक वर्ष 2016 में परिवहन विभाग द्वारा जारी की गई अधिसूचना के तहत विभागीय हिदायतें अनुसार भर्ती प्रक्रिया के सभी मापदंडो को पुरा करते हुए विभाग में पॉलिसी 2 के तहत भर्ती हुए थे। आज ये सभी चालक पुरी मेहनत व ईमानदारी के साथ काम करते हुए एक कुशल चालक के रूप में विभाग हित में कार्य कर रहे हैं। लेकिन सरकार ने इनको रैगुलर करने की बजाय पिछ्ले दिनों कौशल रोजगार निगम के तहत लाने का फरमान जारी कर दिया था,जो इनके साथ घोर अन्याय था। क्योकि रोजगार निगम के तहत आने के बाद ये चालक कभी भी रैगुलर नहीं हो पाते। इसलिए हरियाणा रोङवेज कर्मचारी एकता युनियन ने इस फैंसले पर कङा विरोध जताते हुए 24 मार्च को प्रैस के माध्यम से सरकार से इसे वापिस लेने की मांग की थी। युनियन द्वारा जताये गये विरोध पर संज्ञान लेते हुए परिवहन निदेशालय ने पत्र जारी करके निगम में भेजने के फैंसले पर तुरंत रोक लगा दी है। अब ये सभी चालक विभाग में ही कार्यरत रहेंगे।

इस फैंसले पर रोक लगाने के लिए हरियाणा रोङवेज कर्मचारी एकता युनियन परिवहन निदेशक श्री विरेन्द्र दहिया का आभार व्यक्त करती है तथा मांग करती है कि वर्ष 2016 में लगे चालको की तर्ज पर पॉलिसी 2 के तहत चरखी दादरी डिपो में लगे 52 तकनीकी हैल्परों को भी कौशल रोजगार निगम के दायरे में लाने की बजाय परिवहन विभाग के दायरे में ही रखा जाये। उन्होंन यह भी मांग की है कि इन दोनों कैटिगरी के कर्मचारियों को विभाग में कार्य करते हुए 6 साल हो चूके हैं इसलिए इनको नियुक्ति तिथि से रैगुलर भी किया जाए। इसके लिए रोङवेज कर्मचारी आपके सदैव आभारी रहेंगे।

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