चंडीगढ़, 24 जनवरी, 2022 हरियाणा के राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय ने राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर सभी प्रदेशवासियों और देशवासियों को शुभकामनाएं दी है। उन्होनें कहा कि देश के निर्माण में सदैव ही बेटियों का महत्वपूर्ण योगदान रहा है और वर्तमान में तो बेटियों ने समाज सेवा व प्रशासनिक सेवाओं से लेकर उद्यमिता तथा खेलों के क्षेत्र में अपनी पहचान कायम की है। श्री दत्तात्रेय ने कहा कि प्रदेश में जब से प्रधानमन्त्री श्री नरेन्द्र मोदी ने बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ की शुरूआत की है तब से महिला व बालिका कल्याण की अनेक योजनाएॅं शुरू की गई है। इन योजनाओं में महिला किशौरी सम्मान योजना, मुख्यमंत्री दूध उपहार योजना, मुख्यमंत्री विवाह शगुन योजना व अन्य योजनाएं शामिल है।उन्होनें कहा कि प्रदेश में केन्द्र व राज्य सरकार की योजनाओं को प्रभावी ढंग से लागु किया जा रहा है जिसकी बदौलत प्रदेश में महिलाओं का अनुपात इस समय 914 हुआ है, जो 2014 से मात्र 876 था। श्री दत्तात्रेय ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 में लड़कियों की शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए कई प्रावधान किए गए है। हरियाणा में तो नई शिक्षा नीति लागु भी कर दी गई है। 2014-2015 में माध्यमिक शिक्षा मे लड़कियों का नामांकन 77.45 प्रतिशत था जो अब बढ़ कर 82 प्रतिशत से भी अधिक हो गया है। सरकार की महिला कल्याण की योजनाओं के क्रियान्वयन से बाल मृत्यु दर व मातृ मृत्यु दर में भी गुणात्मक कमी आई है। राज्यपाल ने कहा कि केन्द्र सरकार ने लड़कियों की शादी की आयु सीमा 18 वर्ष से बढ़ाकर 21 वर्ष कर दी है। केन्द्र सरकार का यह निर्णय लड़कियों के स्वर्णिम भविष्य के लिए भाग्य बदलने वाला होगा। अब लड़कियाॅं अपनी उच्च शिक्षा पूरी कर अपने कैरियर को संवार पाएगी तथा पूरी जिम्मेवारियों के साथ परिवार की जिम्मेवारी सम्भालने में सक्षम होगी। उन्होनें आमजन से अपील की है कि हम सभी लड़कियों को आगे बढ़ने के अवसर प्रदान करें और उन्हें अपनी प्रतिभा निखारने का पटल मुहैया करवाएं। यह देश के नवनिर्माण की प्रक्रिया को और तीव्र गति देने वाला कदम होगा। Post navigation बिजली मंत्री चौ. रणजीत सिंह कोविड पॉजिटिव, घर में हुए आइसोलेट भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने की किसानों के लिए मुआवजे की मांग