गुरुग्राम नमाज मामले में पहली बार बाले विज , धार्मिक स्थानों के अंदर ही हों धार्मिक आयोजन

– बिना प्रशासन की इजाज़त, ऐसे आयोजन करने से बचें
– आंदोलनकारी नेताओं को लेकर भी दिया बड़ा ब्यान
– अनजान कारणों से बातचीत में शामिल नहीं होना चाहते किसान नेता

चंडीगढ़, 07 नवम्बर। हरियाणा के गुरुग्राम में खुले में नमाज पढ़ने के मामले में पहली बार हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। मामले में पहली बार मीडिया से रूबरू हुए गृह मंत्री अनिल विज ने धार्मिक आयोजन करने वाले सभी लोगों को बड़ी राय दी है। अनिल विज ने कहा कि अगर किसी को भी कोई धार्मिक आयोजन करना है तो वो अपने धार्मिक स्थानों के अंदर ही करने चाहिए , रास्तों पर बिना प्रशासन की इजाजत के ऐसे आयोजन करने बचना चाहिए।

किसान नेता नहीं चाहते मसले का हल
किसान नेता राकेश टिकैत ने केंद्र सरकार को कृषि कानून रद्द करने के लिए 26 नवंबर तक का अल्टीमेटम दिया है। ऐसे में अब हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने किसानों के इस अल्टीमेटम को लेकर बड़ा बयान देते हुए किसान नेताओ को कटघरे में लाकर खड़ा कर दिया है। विज की मानें तो किसान नेता ही इस मामले का समाधान नहीं चाहते। अनिल विज ने कहा कि सरकार ने किसानों को अनेकों बार बातचीत के लिए बुलाया है लेकिन अनजान कारणों से ये बातचीत में शामिल नहीं होना चाहते। इनके आंदोलन के पीछे क्या राजनीति है वह यही जानते हैं लेकिन ये इसका समाधान नहीं चाहते।  

राहुल गांधी को नजर नहीं आता विकास
देश में विकास के मुद्दे को लेकर राहुल गाँधी ने पीएम मोदी को निशाने पर लिया है। राहुल गाँधी ने ट्वीट कर कहा है कि ‘पीएम मोदी के विकास की गाड़ी रिवर्स गियर में चल रही है और इसके ब्रेक भी फेल हो चुके हैं’ राहुल गाँधी के इन्हीं आरोपों पर भी अनिल विज पलटवार किया। अनिल विज ने कहा कि जितने विकास के काम पीएम के 7 साल के कार्यकाल में हुए हैं उतने आजादी के बाद से लेकर अब तक नहीं हुए थे। अब अगर राहुल गाँधी को यह नजर नहीं आता तो इसका कुछ नहीं किया जा सकता है। 

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