चुनाव देखकर जनता के हाथों में आश्वासन और झूठी घोषणाओं का झुनझुना थमा देती है भाजपा

चंडीगढ़, 25 अक्तूबर। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की महासचिव, पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं सिरसा की सांसद कुमारी सैलजा ने कहा कि भाजपा सरकार मतदाताओं को लुभाने के लिए घोषणा तो कर देती है पर बाद में उसे लागू करना भूल जाती है, इसलिए भाजपा सरकार को झूठी घोषणाएं करने वाली सरकार कहा जाने लगा है। चुनाव से पूर्व सरकार ने हरियाणा कौशल रोजगार निगम (एचकेआरएन) के 1.20 लाख कर्मचारियों के वेतन में 08 प्रतिशत की बढ़ोतरी जिलावार कैटेगरी के हिसाब से करने की घोषणा की थी कि पर ऐसा हुआ कुछ भी नहीं है। दूसरी ओर अन्य कर्मचारियों की भांति एचकेआरएन कर्मचारियों को दिवाली पर बोनस या एडवांस तक देने की कोई घोषणा नहीं की गई है।

मीडिया को जारी बयान में कुमारी सैलजा ने कहा कि जब कांग्रेस ने घोषणा की थी कि उसकी सरकार आने पर एचकेआरएन कर्मचारियों को नियमित किया जाएगा तो प्रदेश की भाजपा सरकार ने हरियाणा कौशल रोजगार निगम (एचकेआरएन) के 1.20 लाख कर्मचारियों के लिए खुशखबरी देते हुए घोषणा की थी कि उनके वेतन में 8 प्रतिशत की बढ़ोतरी की है। जो पहली जुलाई से लागू होगी। वेतन में वृद्धि जिलावार कैटेगरी के हिसाब से की जाएगी। सरकार ने घोषणा की थी कि 15 अगस्त 2024 तक कच्ची नौकरी में पांच साल पूरा करने वाले कर्मचारियों मानदेय के अतिरिक्त 5 प्रतिशत मिलेगा। 10 साल वाले को 10 प्रतिशत और 15 साल वाले को 15 प्रतिशत मिलेगा। उन्होंने कहा कि आउटसोर्स और एचकेआरएन के तहत लगे 1 लाख 20 हजार कर्मचारियों का इसका फायदा मिलेगा। साथ ही सरकार ने कैटेगरी बनाई थी। कैटेगरी-एक में गुरुग्राम, फरीदाबाद, पंचकूला, सोनीपत, दिल्ली व चंडीगढ़,  कैटेगरी-2 में पानीपत, झज्जर, पलवल, करनाल, अंबाला, हिसार, रोहतक, रेवाड़ी, कुरुक्षेत्र, कैथल, यमुनानगर, भिवानी व जींद और कैटेगरी-3 में महेंद्रगढ़, फतेहाबाद, सिरसा, नूंह व चरखी-दादरी शामिल किए गए थे।

उन्होंने कहा कि एचकेआरएन कर्मचारियों को लुभाने के लिए सरकार ने घोषणा तो कर डाली पर उसे अमल करना भूल गई, इन कर्मचारियों को आज भी इस बात की प्रतीक्षा है कि उनका बढ़ा हुआ वेतन कब मिलेगी, कब सरकार उन पर मेहरबानी दिखाएगी या सरकार ने उनके हाथ में फिर से झुनझुना तो नहीं थमा दिया। जब सरकार जनता से किया गया कोई वायदा पूरा नहीं करती तो जनता के भरोसे को चोट पहुंचती है। उन्होंने कहा कि ऐसा लग रहा है कि भाजपा सरकार खुद का स्वार्थ पूरा करने के लिए जनता का प्रयोग करती है और बाद में जनता को पहचानने से भी इंकार कर देती है।  उन्होंने कहा कि एचकेआरएन के माध्यम से सरकार पहले से युवाओं का शोषण कर रही है, समान काम समान वेतन की धारणा को ताक पर रखकर सरकार आर्थिक शोषण करने में लगी हुई है। जब प्रदेश में दो लाख पद खाली है तो सरकार पक्की भर्ती पर इन पदों को भर सकती थी पर सरकार ने ऐसा न करके एचकेआरएन के तहत भर्ती की। जनता का पैसा जनता को देने में आखिर भाजपा सरकार का क्या परेशान है। उन्होंने कहा कि सरकार को अपना वायदा पूरा करते हुए एचकेआरएन कर्मचारियों के साथ न्याय करना चाहिए।

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