कानून का सम्मान क्यों नहीं करना चाहती बीजेपी? : अनुराग ढांडा

बीजेपी का मोहरा बनकर रह गई ईडी: अनुराग ढांडा

ईडी ने कोर्ट के ऑर्डर पढ़े बिना याचिका दायर की: अनुराग ढांडा

ये पूरा केस मनघड़ंत, बीजेपी के दफ्तर में इसकी कहानी लिखी गई: अनुराग ढांडा

इस केस में एक भी सुबूत पेश नहीं कर पाई ईडी: अनुराग ढांडा

बीजेपी ने ईडी को आम आदमी पार्टी के नेताओं को जेल में डालने का काम दिया: अनुराग ढांडा

बीजेपी को कानून और सिस्टम की कोई परवाह नहीं: अनुराग ढांडा

चंडीगढ़, 21 जून – आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष अनुराग ढांडा ने चंडीगढ़ प्रदेश कार्यालय में प्रेसवार्ता कर बीजेपी सरकार को घेरा। उनके साथ लीगल सेल के प्रदेश उपाध्यक्ष गहल सिंह संधू और पंचकूला जिला अध्यक्ष रंजीत उप्पल मौजूद रहे।उन्होंने कहा कि कल राउज एवेन्यू कोर्ट ने अरविन्द केजरीवाल को नियमित जमानत दी। उसको लेकर पूरे देश के कार्यकर्ताओं में खुशी का माहौल था और सबको लगा की कानून व सत्य की जीत हुई है। लेकिन ऐसा लग रहा है कि बीजेपी सरकार को कानून और सिस्टम की कोई परवाह नहीं है। एक बात समझ से परे है कि प्रधानमंत्री मोदी चाहते क्या हैं? बीजेपी सरकार और उनकी एजेंसियों की किसी भी कीमत पर अरविन्द केजरीवाल को जेल में रखने की क्या जिद्द है?

उन्होंने कहा कि ईडी आज तक इस केस में एक सुबूत पेश नहीं कर पाई और न ही एक चव्वनी भी बरामद कर पाई। लेकिन उसके बाद भी प्रधानमंत्री मोदी, बीजेपी और ईडी के अधिकारियों की एक अजीब सी जिद्द है कि अरविन्द केजरीवाल और आम आदमी पार्टी के नेताओं को जेल में रखना है। इसमें ये साफ नजर आता है कि बीजेपी सरकार अरविन्द केजरीवाल किसी केस की बिनाह पर नहीं, बल्कि एक राजनीतिक कैदी बनाकर जेल की सलाखों के पिछे रखना चाहती है।

उन्होंने कहा ईडी ने हाईकोर्ट में खुद कहा कि अभी ऑर्डर की कॉपी नहीं आई। लेकिन ये बात समझ नहीं आ रही अभी तक ऑर्डर की कॉपी नहीं आई कि उसमें जमानत के क्या कारण दिए गए, लेकिन ईडी हाईकोर्ट पहुंच गई। ऐसी क्या जल्दी है कि ईडी राउज एवेन्यू कोर्ट का सम्मान करने को तैयार नहीं है और कोर्ट के फैसले को पढ़ने तक को तैयार नहीं है। लीगल मामलों में ऐसे उदाहरण कभी नहीं देखे कि ऑर्डर की कॉपी लिए बिना उसको चैलेंज करने के लिए कोर्ट पहुंच जाए।

उन्होंने कहा कि ईडी ने कोर्ट के ऑर्डर भी नहीं पढ़े। पूरा देश देख रहा है कि बिना किसी तर्क के, कोर्ट और सिस्टम का सम्मान किए बिना किस तरीके से राजनीतिक सिस्टम का दबाव झेलकर ईडी अरविन्द केजरीवाल की जमानत रोकने पर अड़ी हुई है। ये साफ तौर पर नजर आ रहा है कि ईडी बीजेपी के दबाव में है। ऐसा प्रतीत होता है कि ईडी के अधिकारियों को बीजेपी के दिग्गज नेताओं से बहुत डांट पड़ी है। दिल्ली और देश के लोगों से एक अच्छी राजनीति करने वाले नेता को दूर रखने की साजिश में ईडी बीजेपी का मोहरा बनकर रह गई है।

उन्होंने कहा कि ये पूरा केस मनघड़ंत है और बीजेपी के दफ्तर में लिखी गई कहानी है। लेकिन अंत में जीत सत्य और न्याय की होगी। लेकिन पूरा देश देख रहा है कि लोगों के सबक सिखाने के बाद भी प्रधानमंत्री मोदी जिस राजनीतिक अहंकार में है उससे स्पष्ट है कि बीजेपी के इशारे पर ईडी पूरे देश में सिस्टम का दुरुपयोग कर रही है। किसी भी कीमत पर अरविन्द केजरीवाल को राजनीतिक कैदी बनाकर जेल में रखना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि बीजेपी ने हरियाणा के बेटे अरविन्द केजरीवाल के साथ जो दुश्मनी दिखाई है। उसका जवाब आने वाले समय में हरियाणा के लोग भी देंगे और देश के लोग भी देंगे।

उन्होंने पत्रकारों के सवाल के जवाब में कहा कि जब सदन शुरू होगा तो हर मुद्दे पर जिसके लिए लोगों ने चुनकर संसद में भेजा है तो उन सभी मुद्दों पर सरकार से प्रश्न किए जाएंगे। मुझे नहीं लगता कि बीजेपी के सहयोगी दल के नेता नीतीश कुमार और चंद्र बाबू नायडू भी इन बातों से खुश होंगे कि अपनी राजनितिक इच्छा से किसी को जब चाहे जेल में डाल सके। ये बीजेपी के घटक दलों को भी सोचना है कि जनता ने साझी बढ़त दी है। उसके बावजूद भी अमित शाह और मोदी अपनी इच्छा से देश को चलाना चाहते हैं तो इस बारे में एनडीए के घटक दलों को विचार करना चाहिए।

उन्होंने कहा कि इंडिया गठबंधन कई जगह पर बीजेपी की ताकत को कमजोर करने में सफल रहा है। आगे राजनीतिक हालात को देखते हुए क्या निर्णय लेने हैं ये फैसला पार्टी का शीर्ष नेतृत्व करेगा। आम आदमी पार्टी हरियाणा में सभी 90 सीटों और एक एक बूथ पर अपनी टीमों को मजबूत करने में लगी है। हरियाणा में बीजेपी सरकार अल्पमत में है इसलिए सरकार को नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देना चाहिए।

उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार में केवल पेपर लीक नहीं होते बल्कि बीजेपी की सरकार ही लीक चल रही है। जब से मोदी इस बार सरकार में आए हैं तब से इस तरीके के प्रकरण लगातार चल रहे हैं कि किसी पेपर में धांधली हो गई, कोई पेपर लीक हो गया तो कोई पेपर इनको रद्द करना पड़ा। इनकी गलतियों की सजा लाखों छात्र भुगत रहे हैं। एजेंसियां कभी जांच नहीं करती कि इसमें बीजेपी के कौन कौन से नेता शामिल हैं। ईडी बताए कि जब पेपर लीक होते हैं तो पैसे का ट्रांजेक्शन तो तब भी होता है। तो क्या वहां पीएमएलए कारगर सिद्ध नहीं होता। लेकिन ईडी को तो एक लक्ष्य दिया गया है कि अरविन्द केजरीवाल और आम आदमी पार्टी के नेताओं को जेल में रखना है। उन्होंने पानी के मुद्दे पर कहा हरियाणा सरकार कागजों में खानापूर्ति करके कहती है कि दिल्ली को पूरा पानी दिया जा रहा है। जबकि अपनी सरपरस्ती में टैंकर माफियाओं से पानी चोरी कराते हैं।

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