सोनीपत संसदीय क्षेत्र सीट में सबसे कम 17.77 लाख मतदाता 6 मई 2024 अर्थात नामांकन की अंतिम तारीख के आधार पर प्रदेश में मतदाताओं की संख्या की गई सार्वजनिक चंडीगढ़ – आगामी शनिवार 25 मई 2024 को 18वी लोकसभा आम चुनाव के छठे चरण में हरियाणा में सभी 10 लोकसभा सीटों पर मतदान निर्धारित हैं जिसमें ताजा जारी आधिकारिक आंकड़ों अनुसार प्रदेश में मतदाताओं की कुल संख्या 2 करोड़ 1 लाख 87 हजार 91 है जिसमें 1 करोड़ 6 लाख 52 हजार 345 पुरुष मतदाता जबकि 94 लाख 23 हज़ार 956 महिला मतदाता हैं. वही प्रदेश भर में 467 ट्रांसजेंडर मतदाता एवं 1 लाख 11 हज़ार 143 सर्विस मतदाता हैं. प्रदेश में दिव्यांग मतदाताओं की कुल संख्या 1 लाख 50 हज़ार 277 जबकि ओवरसीज मतदाताओं की संख्या 762 है. पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के एडवोकेट और चुनावी विश्लेषक हेमंत कुमार (9416887788) ने दो सप्ताह पूर्व भारतीय चुनाव आयोग, सीईओ, हरियाणा और प्रदेश के सभी 22 जिलों के उपायुक्तों (डीसी), जो अपने अपने सम्बंधित जिले के डी.ई.ओ. (जिला चुनाव अधिकारी) भी हैं, को बीती 6 मई 2024 तक राज्य के सभी 10 लोकसभा हलकों में रजिस्टर्ड मतदाताओ की संपूर्ण एवं ताज़ा संख्या ( अर्थात पुरुष, महिला, ट्रांसजेंडर, दिव्यांग, ओवरसीज (एन.आर.आई.) और सर्विस मतदाता) को सार्वजनिक करने बारे लिखा थे जिसके बाद गत दिनों उपरोक्त मतदाताओं का उपरोक्त डेटा सार्वजनिक किया गया है. ज्ञात रहे कि इसी वर्ष 1 जनवरी 2024 की योग्यता तिथि के आधार 22 जनवरी 2024 को प्रकाशित आंकड़ों अनुसार हरियाणा में कुल 1 करोड़ 98 लाख 34 हजार 602 मतदाता थे. वही सवा वर्ष पूर्व जनवरी, 2023 में प्रदेश में मतदाताओं की कुल संख्या 1 करोड़ 96 लाख 58 हजार 234 मतदाता थी. इस प्रकार जहाँ बीते एक वर्ष में पूरे प्रदेश में 1 लाख 76 हजार 368 मतदाता बढ़े वही गत 4 माह में अर्थात जनवरी, 2024 से 6 मई, 2024 तक पूरे प्रदेश में 3 लाख 53 हजार 309 मतदाता बढे है. बहरहाल, हेमंत ने बताया कि जहाँ तक प्रदेश के 10 लोकसभा हलकों का विषय है, तो इस आधार पर गुड़गांव लोकसभा क्षेत्र मतदाताओ की दृष्टि से राज्य का सबसे बड़ा हलका है जहाँ ताजा आंकड़ों अनुसार कुल मतदाता 25 लाख 84 हज़ार 982 हैं. हालांकि गुड़गांव जिले का नाम वर्ष 2016 में बदलकर गुरुग्राम कर दिया गया था, परन्तु लोकसभा और विधानसभा हलके के सन्दर्भ में आज भी इसे गुड़गांव ही कहा जाता है एवं अगली परिसीमन प्रक्रिया के बाद ही इसका नाम बदलकर गुरुग्राम किया जा सकता है. गुरुग्राम ज़िले के अंतर्गत पड़ने वाले बादशाहपुर विधानसभा हलके में 4 लाख 97 हजार 864 मतदाता है एवं मतदाताओं की दृष्टि से यह प्रदेश का सबसे बड़ा विधानसभा हलका है. गुड़गांव के बाद मतदाताओ की दृष्टि से प्रदेश का दूसरा सबसे बड़ा लोकसभा हलका फरीदाबाद है जहाँ 24 लाख 36 हज़ार 637 मतदाता है. फरीदाबाद के बाद तीसरा सबसे बड़ा लोकसभा हलका करनाल है जहाँ 21 लाख 9 हज़ार 702 मतदाता है. करनाल के बाद मतदाताओ के आधार पर अम्बाला लोकसभा हलका चौथा सबसे बड़ा है जहाँ 20 लाख 3 हज़ार 510 मतदाता है. अम्बाला के बाद सबसे बड़ा सिरसा लोकसभा हलका है जहाँ 19 लाख 41 हज़ार 319 मतदाता है. सिरसा के बाद रोहतक लोकसभा हलका पड़ता है जहाँ 19 लाख 13 हज़ार 628 मतदाता हैं. उसके बाद भिवानी-महेंद्रगढ़ लोकसभा हलका है जहाँ 18 लाख 21 हजार 764 मतदाता है. फिर उसके बाद कुरुक्षेत्र लोकसभा हलका है जहाँ 17 लाख 99 हज़ार 822 मतदाता हैं. तत्पश्चात हिसार लोकसभा हलका पड़ता है जहाँ 17 लाख 99 हज़ार 539 मतदाता है.सबसे कम मतदाता सोनीपत लोकसभा हलके में 17 लाख 77 हज़ार 8 है. हेमंत ने यह भी बताया कि लोक प्रतिनिधित्व कानून के अंतर्गत किसी प्रदेश में चुनावो की अधिसूचना जारी होने के उपरान्त उम्मीदवारों द्वारा नामांकन भरने की प्रक्रिया जो एक सप्ताह तक चलती है, इसी के अंतिम दिन जिस प्रकार दोपहर तीन बजे तक उम्मीदवारों द्वारा नामांकन दाखिल किये जा सकते हैं, इसी प्रकार उसी तिथि तक मतदाता सूचियों में भी नए नाम डाले जा सकते है. ऐसा लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम, 1950 की धारा 23 (3 ) के अनुसार किया जाता है. उन्होंने इस सम्बन्ध में सुप्रीम कोर्ट के जुलाई, 1977 के एक निर्णय- नरेंद्र माड़ीवालापा खेनी बनाम माणिकराव पाटिल का हवाला भी दिया जिसमें कोर्ट द्वारा इस कानूनी व्यवस्था को दोहराया गया था. हालांकि 5 वर्ष पूर्व 2019 में आर.टी.आई. द्वारा हेमंत को भारतीय चुनाव आयोग से यह जानकारी मिली कि आयोग के वर्ष 2009 में जारी एक आदेश अनुसार सभी राज्यों के मुख्य चुनाव अधिकारी प्रशासनिक कारणों के कारण उम्मीदवारों द्वारा नामांकन दाखिल तिथि की अंतिम तिथि से दस दिन पहले तक ही नये मतदाताओं को अपने को रजिस्टर करने का अवसर प्रदान करते है. चूँकि हरियाणा की सभी 10 लोकसभा सीटों पर निर्वाचन के लिए नामांकन भरने की अंतिम तारीख 6 मई थी, इस प्रकार नए मतदाताओं के नाम 26 अप्रैल तक ही मतदान सूची में शामिल किये जा सकते थे. Post navigation सोनिया अपने बेटे को पीएम बनाना चाहती है, हुड्डा अपने बेटे को सीएम बनाना चाहता है : अमित शाह कांग्रेस में प्रवेश कर गई है औरंगजेब की आत्मा: योगी आदित्यनाथ