“आप” के वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष अनुराग ढांडा ने रूकी 41 हजार भर्ती मामले को लेकर खट्टर सरकार को घेरा

सीएम खट्टर ने विधानसभा में 29 फरवरी तक 29 हजार नौकरियां के रिजल्ट का वादा किया था : अनुराग ढांडा

भर्ती का इंतजार कर रहे पांच लाख युवा और उनका परिवार खट्टर सरकार से खफा: अनुराग ढांडा

खट्टर सरकार के निक्कमेपन की वजह से कोर्ट में रूकती हैं भर्तियां : अनुराग ढांडा

हरियाणा में लोकसभा उम्मीदवार तय करने में भाजपा के पसीने छूटे : अनुराग ढांडा

कुरुक्षेत्र लोकसभा चुनाव से भाग रहे बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष नायब सैनी: अनुराग ढांडा

चंडीगढ़, 7 मार्च – आम आदमी पार्टी के स्टेट सीनियर वाइस प्रेसिडेंट अनुराग ने प्रेसवार्ता कर हरियाणा में रूकी 41 हजार भर्ती मामले को लेकर खट्टर सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि युवाओं को रोजगार देने में हरियाणा सरकार का ट्रैक रिकॉर्ड बहुत खराब है। इस बार फिर सीएम खट्टर विधानसभा के पटल पर अपने ही किए गए वादे से मुकर गए हैं। सीएम खट्टर ने 21 फरवरी को विधानसभा में कहा था कि 29 फरवरी तक 29 हजार नौकरियां के रिजल्ट घोषित कर दिए जाएंगे। अब 29 फरवरी को गए भी एक सप्ताह ऊपर हो गया है, लेकिन भर्ती का कोई अता पता नहीं है। ये स्पष्ट बताता है कि मुख्यमंत्री खट्टर की जुबान की कोई कीमत नहीं है, और जिस मुख्यमंत्री या सरकार की जुबान की कोई कीमत नहीं तो उसका मार्केट में कोई मूल्य नहीं होता और उसकी युवाओं की नजर में कोई इज्जत नहीं है। पूरे प्रदेश के युवा हरियाणा की भाजपा सरकार से खफा हैं।

उन्होंने कहा इससे पहले भी सीएम खट्टर ने छह फरवरी 2023 को कहा कि इस साल ग्रुप सी की 50 हजार भर्तियां करेंगे। लेकिन हमने सीएम खट्टर को चुनौती दी थी कि यदि वो 2023 में दी गई 1000 नौकरियों की लिस्ट भी जारी कर दें तो हम मान लेंगे कि उन्होंने युवाओं को रोजगार दिया है। लेकिन सीएम खट्टर ने एक बार भी सार्वजनिक तौर पर इस चुनौती का जवाब नहीं दिया। ये दूसरी बार हुआ है कि सीएम खट्टर ने युवाओं को नौकरी देने का वादा किया था और वो अपनी बात से पलट गए।

उन्होंने कहा कि कल हाईकोर्ट में 41 हजार भर्तियों के मामले को लेकर सुनवाई हुई। यदि सरकार चाहती तो कल ही ये मामला सुलझाकर 41 हजार भर्तियां का रास्ता साफ कर सकती थी। लेकिन सरकार ने बहाना बनाकर अगली तारीख ले ली, इससे पता चलता है कि खट्टर सरकार की युवाओं को रोजगार देने की नियत ही नहीं है। टीजीटी भर्ती मामला 2019 से कोर्ट में लटका हुआ है और ग्रुप सी के बच्चे अर्ली हायरिंग के लिए लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन सरकार के कान पर जूं तक नहीं रेंग रही। उन्होंने कहा कि जब से सीईटी शुरू किया गया है तब से सरकार शायद ही कोई भर्ती कामयाब तरीके से करा पाई है।

उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार में 2 लाख से ज्यादा सरकारी पद खाली पड़े हैं, लेकिन सरकार युवाओं को नौकरी देना ही नहीं चाहती। बल्कि उल्टा हरियाणा के 10 हजार युवाओं को इजरायल भेजकर युद्ध में झोंकना चाहती है। हरियाणा के युवा जान जोखिम में डालकर और विदेश जाकर कोई भी खतरा मोल लेकर किसी भी तरीके से अलग अलग जाल में फंस रहे हैं। लेकिन हरियाणा सरकार को इतनी भी सुध नहीं है कि जो रोजगार हरियाणा सरकार में उपलब्ध है, वो रोजगार इन युवाओं को दे सके। उन्होंने कहा कि टीजीटी और सीईटी के पांच लाख एलिजिबल युवा भर्ती का इंतजार कर रहे हैं और भाजपा सरकार से खफा हैं। यदि इन पांच लाख युवाओं के परिवार को जोड़ा जाए तो कम से कम हरियाणा के 25 लाख लोग ऐसे हैं जिनको खट्टर सरकार फूटी आंख नहीं सुहा रही है। यदि इसको लोकसभा के हिसाब से बांटा जाए तो हर लोकसभा में इन युवाओं की नाराजगी की वजह से ढाई लाख वोटर भाजपा के खिलाफ डालने को तैयार खड़ा है। जो भाजपा के खिलाफ इंडिया गठबंधन को जिताने के लिए तैयार है। क्योंकि भाजपा हरियाणा के युवाओं को रोजगार देने में बिल्कुल विफल रही है।

उन्होंने कहा कि भाजपा की आने वाले लोकसभा चुनाव में क्या हालत होगी उसका अंदाजा लगाया जा सकता है। इस बात का अंदाजा भाजपा को भी है, इसलिए हरियाणा में लोकसभा उम्मीदवार तय करने में भाजपा के पसीने छूट रहे हैं। जब हरियाणा में इंडिया गठबंधन बना है, तब से भाजपा को समझ नहीं आ रहा कि किस सीट से किसको उतारें। क्योंकि पूरे देश में 195 सीट पर अपने उम्मीदवार घोषित करने वाली भाजपा हरियाणा की एक भी सीट पर अभी तक अपना उम्मीदवार घोषित नहीं कर पाई है। उन्होंने कहा कि भाजपा को पता है कि जब से इंडिया गठबंधन बना है उनके लिए राह आसान नहीं होगी, उनको लोकसभा चुनाव में हार का सामना करना पड़ेगा।

उन्होंने कहा कि पूरे कुरुक्षेत्र लोकसभा में चर्चा है कि और ऐसा सुनने में आ रहा है कि नायब सैनी कुरुक्षेत्र लोकसभा के चुनाव भाग रहे हैं। वहीं बीजेपी भी अपने प्रदेश अध्यक्ष को कुरुक्षेत्र से चुनाव लड़वा कर हार की शर्म मोल नहीं लेना चाहती। इसलिए बीजेपी अपने प्रदेश अध्यक्ष के नाम की घोषणा से घबरा रही है। वहीं अन्य 9 सीटों पर भी बीजेपी अपने उम्मीदवारों की घोषणा से घबरा रही है। उन्होंने कहा कि मैं भारतीय जनता पार्टी को चेतावनी देना चाहता हूं कि जल्द से जल्द युवाओं के लिए जो भी भर्ती अटकी है, उनको कोर्ट में जवाब दाखिल कर खोला जाए। जो भी रिजल्ट पैंडिंग है, वो निकाले जाएं। नहीं तो युवा लोकसभा चुनाव में बीजेपी के प्रत्याशियों को दौड़ाएंगे भी और वोट की चोट से हराएंगे भी।

उन्होंने कहा की भाजपा के निक्कमेपन की वजह से कोर्ट में भर्ती रूकती हैं। वहीं मुख्यमंत्री भर्ती रोको गैंग पर आरोप लगाने का काम करते हैं। मैं मुख्यमंत्री खट्टर से मांग करता हूं कि वे श्वेत पत्र जारी करने का काम करें और जनता को बताएं कि भर्ती रोको गैंग में कौन शामिल हैं? उनके नाम सार्वजनिक करने का काम करें। और ये भी बताएं कि उनकी सरकार के निक्कमेपन से कौनसी भर्तियां रूकी हुई हैं।

उन्होंने कहा कि “इंडिया” गठबंधन के सहयोगी दलों के लिए युवाओं का रोजगार लोकसभा चुनाव के लिए मुख्य मुद्दा है। आम आदमी पार्टी तो हरियाणा में युवाओं के रोजगार देने की आवाज उठाती आई है। प्रदेश में सरकार बनने पर 2 लाख खाली पदों को भरने का काम करेंगे। वहीं प्रधानमंत्री मोदी भी अपने हर साल 2 करोड़ पद देने की घोषणा के जवाबदेह हैं। देश और प्रदेश के युवा इस बार रोजगार के मुद्दे पर ही वोट कर बीजेपी को सत्ता से बाहर का रास्ता दिखाने का काम करेंगे। प्रदेश में 25 लाख बेरोजगार युवा हैं। वहीं 5 लाख युवा ग्रुप सी और डी की परीक्षा देकर नतीजों का इंतजार कर रहे हैं। अगर मुख्यमंत्री खट्टर रोजगार नहीं दे सकते तो खुले तौर पर घोषणा करदे, इसके बाद युवा लोकसभा चुनावों में पूर्ण रूप से बीजेपी का सूपड़ा साफ करने का काम करेंगे।

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