रुटीन हो गई हैं हत्या, लूट, डकैती, फायरिंग और अपहरण की वारदातें, कानून व्यवस्था का पिटा दिवाला- हुड्डाअपराधियों की शरणस्थली बना हरियाणा, आम नागरिक तो क्या विधायक, पूर्व विधायक और पुलिस तक नहीं सुरक्षित- हुड्डा चंडीगढ़, 26 फरवरीः नफे सिंह राठी की हत्या के मामले में कांग्रेस को सीबीआई जांच से कम कुछ भी मंजूर नहीं है। मामले की उच्च स्तरीय जांच से ही पूरा सच सामने आ पाएगा। पूर्व मुख्यमंत्री व नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने आज विधानसभा में ये मांग उठाई। उन्होंने कहा कि एक पूर्व विधायक की इस तरह सरेआम हत्या का मामला बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। बीजेपी-जेजेपी सरकार के दौरान हत्या, फायरिंग, फिरौती, लूट और डकैती की वारदातें रूटीन हो गई हैं। हुड्डा ने बयान जारी कर कहा कि कुछ ही दिन पहले गोहाना में मातुराम जलेबी वाले की दुकान पर फायरिंग और फिरौती की वारदात हुई। उसके बाद सांपला में एक दुकानदार को इसी तरह निशाना बनाया गया। उस वक्त भी कांग्रेस ने सरकार को जगाने की कोशिश की थी। इससे पहले कई विधायकों को भी जान से मारने और फिरौती के कॉल आए। जिस मुद्दे को कांग्रेस ने विधानसभा में पुरजोर तरीके से उठाया। लेकिन उस वक्त भी सरकार नहीं जागी। हर साल आने वाली एनसीआरबी की रिपोर्ट खुलासा करती है कि हरियाणा अपराध का गढ़ बनता जा रहा है, लेकिन सरकार ने इसको भी नजरअंदाज करती है। खुद प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार समिति द्वारा जारी सामाजिक प्रगति सूचकांक ने हरियाणा को देश का सबसे असुरक्षित राज्य घोषित किया। उसने बताया कि अपने नागरिकों की सुरक्षा करने में हरियाणा सरकार पूरी तरह फिसड्डी साबित हुई है। लेकिन इसके बाद भी बीजेपी-जेजेपी की नींद नहीं टूटी। आज उसका नतीजा सबके सामने है। एक पूर्व विधायक की सरेआम गोली मारकर हत्या कर दी गई और बदमाश बेरोक-टोक वहां से फरार हो गए। भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि अपनी नागरिकों को सुरक्षा देना प्रत्येक सरकार की पहली जिम्मेदारी होती है। लेकिन यह देश की इकलौती ऐसी सरकार है जो सार्वजनिक तौर पुलिस स्टाफ की कमी का हवाला देकर कहती है कि वह अपने नागरिकों को सुरक्षा नहीं दे सकती। नफे सिंह राठी ने भी अपनी जान को खतरा बताते हुए पुलिस से सुरक्षा की गुहार लगाई थी। इस बात को खुद गृह मंत्री ने विधानसभा में माना है। लेकिन उनको सुरक्षा क्यों नहीं दी गई, इसका गृह मंत्री ने संतोषजनक जवाब नहीं दिया। विधानसभा में बोलते हुए हुड्डा ने सत्ता पक्ष के विधायकों की चुप्पी पर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस हर एक हरियाणवी की सुरक्षा को लेकर आवाज उठा रही है। ऐसे में सत्ता पक्ष के लोगों को भी चुप नहीं बैठना चाहिए। उन्हें भी खुलकर अपनी बात बोलनी चाहिए और सरकार से आम नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का भरोसा मांगना चाहिए। हुड्डा ने बताया कि 2005 में कांग्रेस ने हरियाणा की सत्ता संभाली तो उसने प्रदेश से बदमाशों और गैंगस्टरों को निष्क्रिय करने की ठानी। पुलिस ने बखूबी अपनी जिम्मेदारी निभाई और जमकर धरपकड़ की। उसका नतीजा ये रहा कि बदमाश या तो हरियाणा छोड़ गए थे या अपराध। लेकिन मौजूदा सरकार के दौरान हरियाणा में फिर से कई बदमाश और गैंगस्टर सक्रिय हो गए हैं। आसपास के राज्यों में भी अगर कोई अपराध होता है तो उसके तार हरियाणा से जुड़े मिलते हैं। क्योंकि मौजूदा सरकार ने प्रदेश को अपराधियों की शरणस्थली बना दिया है। यहीं वजह है कि प्रदेश में आम नागरिक तो क्या विधायक, पूर्व विधायक और पुलिस तक सुरक्षित नहीं है। Post navigation नफे सिंह राठी राजनीति और रंजिश के शिकार ? विधान सभा के बजट सत्र के दौरान आज दो विधेयक पारित किए गए