यदि प्रधानमंत्री मोदीजी माजरा एम्स शिलान्यास के अवसर पर जनता को वर्ष 2024 के शिक्षा सत्र में एमबीबीएस कोर्स की प्रथम वर्ष की कक्षाऐं व ओपीडी शुरू करने की घोषणा नही करते तो माना जायेगा कि माजरा एम्स शिलान्यास कार्यक्रम लोकसभा चुनाव 2024 में अहीरवाल क्षेत्र की जनता को भावनात्मक रूप से ठगकर वोट हडपने के अलावा कुछ नही : विद्रोही

11 फरवरी 2024 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने प्रधानमंत्री मोदीजी से मांग की कि 9 वर्ष पूर्व घोषित एम्स शिलान्यास करने 16 फरवरी को माजरा आने के अवसर वे अहीरवाल की जनता के सामने स्पष्ट घोषणा करे कि इसी वर्ष 2024 के शिक्षा सत्र में माजरा एम्स के लिए एमबीबीएस कोर्स के प्रथम वर्ष की कक्षाएं रेवाडी में किसी उचित स्थान पर अस्थाई भवन में शुरू कर दी जायेगी तथा एमबीबीएस कक्षाओं के साथ उसी अस्थाई भवन में नागरिकों के ईलाज के लिए ओपीडी भी प्रारंभ कर दी जायेगी। यदि प्रधानमंत्री मोदीजी माजरा एम्स शिलान्यास के अवसर पर 16 फरवरी को अहीरवाल की जनता को वर्ष 2024 के शिक्षा सत्र में एमबीबीएस कोर्स की प्रथम वर्ष की कक्षाऐं व ओपीडी शुरू करने की घोषणा नही करते तो यही माना जायेगा कि माजरा एम्स शिलान्यास कार्यक्रम लोकसभा चुनाव 2024 में अहीरवाल क्षेत्र की जनता को भावनात्मक रूप से ठगकर वोट हडपने के अलावा कुछ नही है। 

विद्रोही ने कहा कि जब जुलाई 2015 में घोषित माजरा एम्स का शिलान्यास करने में ही भाजपा सरकार ने 9 साल का लम्बा समय लगा दिया तो सहज अनुमान लगा ले कि इस एम्स को जमीन पर उतरने में कितने साल और लगेंगे। लोकसभा चुनाव 2019 के ठीक पहले 28 फरवरी 2019 को माजरा एम्स को केबिनेट स्वीकृति भी उस समय अहीरवाल के मतदाताओं की वोट हडपने की चाल थी और अब ठीक पांच वर्ष बाद शिलान्यास करना भी चीख-चीखकर बता रहा है कि लोकसभा चुनाव 2024 से पूर्व यह भी वोट हडपने की चाल है। विद्रोही ने कहा कि यदि प्रधानमंत्री मोदीजी व भाजपा सरकार माजरा एम्स को जमीन पर उतरने के प्रति गंभीर व ईमानदार है तो 16 फरवरी को प्रधानमंत्री को इसी शिक्षा सत्र से एबीबीएस प्रथम वर्ष कोर्स की कक्षाएं व ईलाज के लिए ओपीडी शुरू करने की घोषणा करने में कोई हिचक व गुरेज नही होना चाहिए।   

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